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Sunday, January 27, 2013

झोपडी में खाना मिले या ना मिले हर झोपडी में होगा लैपटॉपः रामआसरे विश्वकर्मा


 
सच्चे समाजवादी थे महेन्द्र सिंह भल्ला
सहारनपुर (अलर्ट न्यूज)। घर में चाहे बिजली हो या ना हो, घर में पीने को पानी हो या ना हो, चाहे खाने के लिए भोजन का इन्तजाम हो या ना हो सोने के लिये बिस्तर हो या न हो परंतु हर उस घर व झोपडी में लैपटॉप होगा जिसका बच्चा हाईकूल व इंटर पास कर चुका होगा। उक्त बाते समाजवादी पार्टी के पूर्व उच्व शिक्षा राज्यमंत्री रामआसरे विश्वकर्मा ने सच्चे समाजवादी महेन्द्र भल्ला की 16वीं पुण्यतिथि के अवसर पर बोलते हुए कहीं।
समाजवादी पार्टी के पूर्व उच्व शिक्षा राज्यमंत्री रामआसरे विश्वकर्मा ने दिल्ली रोड स्थित महारानी पैलेस में आयोजित स्व0 महेन्द्र सिंह भल्ला की 16वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रृद्धासुमन अर्पित कर वहां मौजूद जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा  कि महेन्द्र भल्ला सच्चे समाजवादी थे। उन्हांेने कहा कि महेन्द्र भल्ला एक ऐसे समाजवादी थे जो गरीब व बुर्जुगों पर यदि कहीं भी अत्याचार, या जुर्म होता देखते तो वह वहीं पर विरोध करना शुरू कर देते थे। उन्होंने कहा कि पुराने समाजवादियों की जिंदगी अभाव में बीती है परंतु वो अभाव पॉकिट या धन का रहा है। परंतु उनका संघर्ष कभी कम नहीं हुआ और वह हमेशा संघर्ष करते रहे है और जिस विचारधारा के साथ वो जनता के बीच से निकलते थे वो कभी कम नहीं हुआ है। उनके अंदर कभी हीनता की भावना नहीं पनपी है। उन्होंने कहा कि ऐसे ही हमारे नेता जो सदा गरीबों व आम जनता के लिए लडाई लडते रहे महेन्द्र भल्ला थे उनके मन में भी कभी भी हीनता की भावना नहीं रही। इसी बात का असर उनके साथ दिखाई देता था कि सहारनपुर में कितना भी बडा अधिकारी हुआ वह महेन्द्र भल्ला से खौफ खाता था। उन्होंने कहा कि महेन्द्र भल्ला के नाम से एक प्रस्ताव उनके यहां भिजवाये ताकि वह सरकार में उसे पास कराकर सहारनपुर के एक चौराहे का नाम महेन्द्र भल्ला के नाम पर भल्ला चौक रखा जाये ताकि आने वाली पीढी भी यह जान सके कि आखिर इस चौराहे का नाम भल्ला क्यों रखा गया और ये महेन्द्र भल्ला कौन थे और उनका समाज के लिए क्या योगदान रहा?

महेन्द्र भल्ला की 16वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे जनसमूह को पूर्वजों की याद दिलाते हुए कहा कि याद रखना जो कौमे पूर्वजों के इतिहास से सबक लेने का प्रयास नहीं करते वो कौमे मिट जाती है।

उन्होंने कहा कि हमें महेन्द्र भल्ला से सीख लेनी चाहिए।

इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ समाजवादी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की यह पहली सरकार है जो पूर्ण बहुत से आयी है और यह भी पहली बार हुआ है कि समाजवादी पार्टी ने जो वायदे अपने चुनावी घोषणा पत्र में उत्तर प्रदेश की जनता केे साथ किये थे वह उसने दस माह में ही लागू कर अखिलेश सरकार पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में ऐसा कोई मुख्यमंत्री नहीं है जिसने 10 माह के अंदर ही मुफ्त शिक्षा, मुफ्त सिंचाई, मुफ्त दवाई  सहित छात्रवृत्ति तक दी है। उन्होंने कहा कि पढाई  व दवाई के साथ साथ मुफ्त बिजली की टयूबवैलोें के पानी व नहरों का पानी भी फ्री देने का काम किया है। उन्होंने प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाते कहा कि प्रदेश के अंदर चाहे वह गरीब की ही क्यों न हो हर घर व झोपडी में जहां हाईस्कूल, इंटरमीडिएट पास करने वाला बच्चा रहता हो चाहे उस घर व झोपडी में खाने का सामान हो या न हो बिजली हो या ना हो चाहे पानी हो या न हो सोने के लिये बिस्तर हो या न हो इतना ही नहीं चाहे उस झोपडी में खाने का इंतजाम हो या ना हो वहां पर उस घर के पढने वाले बच्चे के हाथों में लैपटॉप जरूर होगा।
रामआसरे से पूर्व राज्यमंत्री राजेन्द्र राणा ने भी महेन्द्र भल्ला को श्रृद्धासुमन अर्पित कर सच्ची श्रद्धांजलि दी और उन्हें सच्चा प्रखर समाजवादी बताया। इस दौरान कार्यक्रम संयोजक ब्रिजेश शर्मा व अलर्ट न्यूज के सम्पादक नरेश कुमार विश्वकर्मा सहित सैंकडों समाजसेवी समाजवादी कार्यकर्ताओं ने भी स्व0 महेन्द्र भल्ला को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रृद्धालजि दी। इस दौरान मुख्य रूप से सपा प्रदेश सचिव जगपाल दास, पूर्व विधायक सुरेन्द्र कपिल, राकेश गुप्ता, बेहट चेयरमैन शाह महमूद,  ज्योति प्रसाद, अशोक कुमार एडवोकेट, तेज सिंह, नरेश प्रधान भगवानपुर, मीना चौधरी, रविन्द्र धीमान हरिद्वार, जगपाल पांचाल डोईवाला, मुजफ्फरनगर से देशपाल पांचाल, संजीव पांचाल, दीपचन्द ठेकेदार, सत्यपाल विश्वकर्मा एवं महिलाओं सहित अन्य समाज के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन दुष्यन्त कुमार मुन्ना ने किया।

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