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Monday, December 31, 2012

मानवता को शर्मसार किया मुजफ्फरनगर के श्रीराम कालेज ने, दामिनी की मौत पर मनाया बड़ा जश्न, महिला दरोगा, मंडी कोतवाल जमकर झूमे

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। जनपद में स्थित श्रीराम कालेज में नववर्ष के अवसर पर पिछले एक सप्ताह से आयोजन जारी हैं। दिल्ली में रेप कांड के विरोध में श्रीराम कालेज में प्रबन्धकों द्वारा एक दिन छात्राओं से कैंडिल जलवाकर अपने कर्त्तव्य की इतिश्री कर ली। लेकिन इतने वीभत्स कांड के बावजूद साल के आखिरी दिन भी कई थानों के दरोगाआंे को मुख्य अतिथि बनाकर छात्राओं को ऐसा नचाया जिससे आम नागरिक थू थू कर रहा है। नगर में नचनियों के कार्यक्रम को लेकर चर्चित श्रीराम कालेज के प्रबन्धकों ने आज अपनी शर्म हया उतार कर रख दी।
दिल्ली में हुए रेप कांड में मरी युवती दामिनी की मौत के बाद पूरा देश शर्मसार है। पूरे देश में नए साल के कार्यक्रम स्थगित हो गये हैं ऐसे में श्रीराम कालेज में नचनियों के कार्यक्रम में महिला थाने की इंचार्ज मीनाक्षी शर्मा, नई मंडी कोतवाल सिरोही, कई दरोगाओं ने खूब मस्ती की। दामिनी की मौत के बाद श्रीराम कालेज में हुए ऐसे शर्मसार कार्यक्रम में सरकारी अधिकारियों व दरोगाओं की मौजूदगी ने जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार पर भी कई सवाल खड़े कर दिये हैं। साल के आखिरी दिन व्यवस्था बनाने के बजाए श्रीराम कालेज में पहुंचे दरोगाओं की मस्ती चर्चा का विषय बनी रही। महिला थाने की एसओ मीनाक्षी शर्मा को शर्म नहीं आई कि दो दिन पहले गैंगरेप का शिकार हुई दामिनी की मौत पर पूरा देश खून के आंसू रो रहा था वहीं महिला दरोगा ने अपनी संवेदनहीनता दिखाते हुए नगर काजी जहीर आलम की बगल में बैठकर नए साल का जश्न मनाया। नगर काजी भी श्रीराम कालेज के नृत्योत्सव में ऐसे झूमे जैसेे श्रीराम कालेज का छात्र जश्न मना रहा हो।
वहीं आज गुलाब व अन्य किस्मों के फूलों की बिक्री भी ब्लैक में हुई।

दिल्‍ली में सरेआम लड़की की हत्‍या, दामिनी के लिए प्रदर्शन जारी

दिल्‍ली में सरेआम लड़की की हत्‍या, दामिनी के लिए प्रदर्शन जारी
नई दिल्‍ली। दामिनी को इंसाफ दिलाने के लिए जहां दिल्‍ली में प्रदर्शन हो रहा है, वहीं दो गुंडों ने सरेआम एक लड़की की हत्‍या कर दी। पूर्वी दिल्‍ली के दल्‍लूपुरा में हुई इस घटना के बाद इलाके में काफी आक्रोश फैल गया है। हमारे संवाददाता कौशल किशोर सिंह के अनुसार, दो बाइक सवारों ने एक कार को ओवरटेक कर उसमें बैठे लड़के और लड़की को चाकू मार दिया। लड़की की घटना स्‍थल पर ही मौत हो गई, जबकि, लड़के की हालत गंभीर बनी हुई है। वहां मौजूद लोगों ने बाइक सवार को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया है। लड़की की उम्र 22 वर्ष बताई जा रही है।
दूसरी ओर, दिल्‍ली से लेकर लखनऊ तक में लोग कैंडल मार्च निकाल कर अपना विरोध जता रहे हैं। दिल्‍ली के जंतर मंतर सैकड़ों युवा कई दिन से जमे हुए हैं।  हर किसी की बस एक ही मांग है कि दामिनी के हत्‍यारों को जल्‍दी से जल्‍दी सख्‍त सजा दी जाए। पिछले तीन दिनों से सैकड़ों युवाओं का अस्‍थाई बसेरा जंतर मंतर बना हुआ है। आज रात हजारों युवा यहां फिर से रूकेंगे और अगली सुबह का इंतजार करेंगे। 
दैनिक भास्‍कर डॉट कॉम के संवाददाता संदीप कुमार के अनुसार, सोमवार को दिल्‍ली के दिल, कनाट प्‍लेस से लेकर मध्‍य दिल्‍ली तक रैली निकाली गई तो भाजपा ने एक शोक सभा कर दामिनी की आत्‍मा की शांति के लिए प्रार्थना की। वहीं, आइसा के कार्यकर्ता सेन्ट्रल पार्क का चक्‍कर लगाकर मार्च करना चाह रहे थे लेकिन दिल्‍ली पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। इसके बाद पुलिस उन्‍हें जंतर मंतर ले आई।
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क्या इस बार जनपद मुजफ्फरनगर में मनाया जाएगा नया साल

मुजफ्फरनगर। छह दरिंदो की दरिंदगी का शिकार हुई दामिनी की मौत ने हर भारतीय के दिल में एक चिंगारी छोड़ दी हैं। भारत सहित पूरा जनपद दामिनी के शोक के गम में डूबा हुआ है। ऐसे में क्या इस बार जनपद मुजफ्फरनगर में नया साल मनाया जाएगा, इसी सवाल का जवाब जानने के लिए आज पत्रकारों की एक टीम ने पूरे जनपद भर के दौरे पर निकली और लोगों से जगह जगह जाकर इस सवाल का जवाब मांगा तो लोगों के दिलों से यही आवाज निकलकर बाहर आयी कि छह दरिंदों की शिकार हुई दामिनी, आज हमारे बीच नहीं रहीं है तो ऐसे में नया साल मनाये जाने का प्रश्न ही नहीं उठता है। जनपदवासियों का कहना है कि दामिनी की मौत व्यर्थ नहीं जाएगा, उसने वीरता से लड़ते हुए जान दी है। आज उसकी कुर्बानी रंग ला रही है। देश जाग रहा है और दामिनी के दर्द व मौत का बदला मांग रहा है। वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना है कि दामिनी की मृत्यु ने यह सबक दिया है कि अब बहुत हो चुका है, अब और नहीं सहा जाएगा। अब सरकार को कानून बदलने होंगे और ऐसे दरिंदों को कठोर से कठोर दंड देने होंगे। दामिनी सदा हमारे दिलों में रहेगी।
    अब देखने वाला दृश्य यह होगा, कि जनपद मुजफ्फरनगर में कितने लोगों के दिलों में जिंदा है दामिनी, जो उनके गम में नया साल नहीं मनाएंगे।

दामिनी' के गम में नया साल नहीं मनाएगी सेना, दोस्त ने भी छोड़ा खाना

'दामिनी' के गम में नया साल नहीं मनाएगी सेना, दोस्त ने भी छोड़ा खाना
नई दिल्‍ली. सामूहिक दुष्कर्म की शिकार छात्रा की मौत से  देश भर में शोक है। भारतीय सेना ने भी सोमवार को ऐलान कर दिया है कि वह नए साल का जश्‍न नहीं मनाएगी। दिल्‍ली में कई पब्‍स और क्‍लब्‍स ने भी नए साल का जश्‍न रद करने की घोषणा कर रखी है।
लड़की की मौत से उसका इंजीनियर दोस्त सदमे में है। मौत की खबर सुनने के बाद तो उसने खाना तक छोड़ दिया है। रो-रोकर कहता है कि मैं उसे बचा नहीं पाया। लड़के के परिजनों ने रविवार को यह बात कही। यह लड़का घटना के वक्त लड़की के साथ था। आरोपियों ने उसे भी पीटा था। उसके सिर में सात टांके लगे हैं। दाएं पैर में फ्रैक्चर हो गया है। इस लड़के ने कहा, ‘16 दिसंबर की वह काली रात जिंदगी भर मुझे कचोटती रहेगी।' इस लड़के के साथ फरवरी में 'दामिनी' की शादी होने वाली थी
लड़की की सिंगापुर में मौत हो गई थी। रविवार तड़के गुपचुप तरीके से उसका अंतिम संस्‍कार करा दिया गया। लेकिन उसे इंसाफ दिलाने के लिए आम आदमी से लेकर बॉलीवुड हस्‍ती तक सड़क पर उतर आए हैं। दिल्‍ली में हजारों लोगों ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया। (111 तस्‍वीरों में देखें प्रदर्शन) मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, कोच्चि, चंडीगढ़, भोपाल, लुधियाना, जयपुर, हर जगह लोगों दुष्कर्म पीड़िता की मौत के ग़म में संकल्प लिया। (पीड़िता की आखिरी इच्छा)
भारत का युवा इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक प्रदर्शन कर रहा है। कानून जब बनेगा, तब बनेगा। महिलाओं के खिलाफ अपराध तब रूकेंगे जब हम उनकी दिल से इज्जत करेंगे। इस बार इसी संकल्प को करने का मौका है, हमारे महाअभियान से जुड़कर। हमारे इस महाअभियान से जुड़िए और संकल्प लीजिए कि मैं महिलाओँ का सम्मान करूंगा।
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Saturday, December 29, 2012

बलात्कार की पीड़िता की मौत पर हुए सवाल खड़े

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। सिंगापुर में बलात्कार पीड़ित लड़की ने जिस तरह से दम तोड़ा उसकी मौत के बाद देश के सामने इस मौत ने कई सवाल खडे़ कर दिये हैं। महिलाओं की अस्मिता, सुरक्षा और सशक्तिकरण को लेकर चल रही तमाम कवायद के मुद्दे हालांकि पिछले कई दिनों से देशभर में देश के नागरिक, सामाजिक संगठन, राजनेता सभी उठा रहे हैं लेकिन सवाल तो यही है कि न्याय पाने के लिए इस बेटी ने अपनी जान को दांव पर लगा दिया। इस घटना का असर देश पर इतना हुआ कि सभी पक्षों ने इस घटना के बाद अपने अंतरमनकी ओर झांका और ऐसे मुद्दों पर ठोस कार्यवाही करने की मांग की। हालांकि देश में इस घटना के बाद जिस शर्मसार तरीके से विश्वपटल पर नीचा होना पडा वह देश की साख को भी धक्का है। बलात्कार के कानूनों में बदलाव और नारी अस्मिता के सवाल शायद अब आने वाले वर्ष में संसद से लेकर राजनीतिक गलियारों तक में गूंजे लेकिन इस मामले में पीड़िता का यह बलिदान देश को बहुत कुछ करने के लिए भी मजबूर कर रहा है। सियासत से लेकर सामाजिक लोगों को अभी यह नहीं सूझ रहा है कि आखिर ऐसा क्या किया जाये कि महिलाओं की अस्मिता, सुरक्षा और उनके लिंग भेद के मुद्दों पर कोई ठोस कार्यवाही की जाये। समाज में महिलाओं को आज भी कहीं न कहीं राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक अध्किारों में दोयम दर्जे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। 73वें संविधन संशोध्न के बाद महिलाओं को पंचायत से लेकर पंचायत चुनाव में आरक्षण तो मिला लेकिन उन्हें उचित अध्किार आज तक भी नहीं मिले है। इसी तरह महिला हिंसा के माले में तमाम कानूनी प्रक्रियाओं और कानूनों के होने के बावजूद उसका लाभ कितनी आसानी से महिलाओं को मिल पा रह है यह भी सोचने का प्रश्न है। घरेलू हिंसा अध्निियम 2005 के आंकडे उठाकर देख लिये जाये तो यह अधिनियम केवल पारिवारिक समझौते तक ही सीमित रह गया है। देश में अब सवाल महिलाओं के विरूद्ध होने वाली हिंसा को रोकने का है लेकिन इसकी जिम्मेदारी रोकने के लिए न तो सरकार तैयार है और न ही सामाजिक सरोकार। जिस दरिंदगी  और अत्याचार के साथ उस पर शारीरिक और यौन हिंसा हुई उसके बावजूद आरोपियों को कानून की उन्ही धाराओं में बंद किया गया है जो उसके लिए कानून में उपलब्ध है। सवाल यह भी है कि यौन हिंसा और बलात्कार की जो धाराएं और कानून आज कानून में है वो क्या आज के समय के लिए पर्याप्त है। यह एक मामला ऐसा मामला था जो मीडिया, सोशल मीडिया और सामाजिक सरोकारों के साथ पूरी दुनिया में एक नई बहस दे गया है कि इन कानूनों में खासकर भारत देश के परिपेक्ष में किस स्तर का बदलाव होना चाहिए। पितृ सत्ता से लेवरज पुरूष मानसिकता वाले इस समाज में पीड़िता की मौत और हर आदमी को अपने अंदर झांकने को कह रही है। हर घर में बहू, बेटी और मां है। लेकिन इस सबके बावजूद आखिर ऐसी मानसिकता लोगों की क्यों बनती है कि वो दरिंदगी की सारी हदे पार कर देते है और किसी को अपनी जान देनी पडती है। ऐसा नहीं है कि यह बलात्कार की घटना और हत्या की घटना नहीं हो। गांव देहात से लेकर महिलाओं पर हिंसा, यौन हिंसा की खबरे आती है और वो दिल्ली और प्रदेश की राजधनी तक जाते-जाते छोटी हो जाती है। यही कारण है कि इन घटनाओं में शामिल लोग खुलेआम अपने वर्चस्व और वजूद के कारण हंसकर घूमते है और पीड़िता व पीड़ित परिवार शर्मसार होकर चुप बैठने में ही भलाई समझता है। महिलाओं पर हिंसा करने वाले लोगों को अब सरेआम शर्मसार करने की आवश्यकता है। यह कितनी भरी विडम्बना की बात है कि लडकी से छेडछाड लडके करते है और हम अपनी लड़की को ही घर से निकलना बंद कर देते हैं। बलात्कार और यौन हिंसा से पूरे देश की छवि खराब हुई है।

ठंड में एक की मौत, लोगों का जनजीवन हुआ ठंड से अस्त व्यस्त

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। बढ़ती ठंड के कारण लोगों को जीना दूभर हो गया है। वहीं दूसरी ओर दिन प्रतिदिन बढती ठंड व सर्द हवाओं के कारण बुजुर्गो व नन्हे बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा  है। अधिक ठंड का असर हृदय रोगियों के लिए भी घातक साबित हो रहा है। वहीं आज एक हृदय रोगी की हार्ट अटैक के कारण मौत हो गई।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना कोतवाली के मौहल्ला रामपुरी निवासी लकडी के ठेकेदार घनश्याम धीमान पुत्र स्व. लाला लकडी के बडे़ व्यापारी राजेश त्यागी की राजेश टिम्बर कम्पनी पर ठेकेदार के रूप मंे काम करता था। आज सुबह घनश्याम ईदगाह के समीप स्थित राजेश टिम्बर कम्पनी पर काम कर रहा था कि इसी बीच हार्टअटैक हो जाने से उसकी तबियत बिगड गई। जिसे कुछ लोगों द्वारा उपचार के लिए जिला चिकित्सालय ले गए। लेकिन उसने रास्ते मे ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर मृतक के परिजन भी मौके पर पहंुच गए। इस दुखद घटना से परिजनों में शोक छा गया।

हमला कर किया घायल

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। मामूली विवाद में कुछ युवकों ने एक युवक पर हमला बोलते हुए उसे घायल कर दिया।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना नई मंडी कोतवाली के अमित विहार कूकड़ा निवासी अश्वनी शर्मा पुत्र स्व. सुखवीर शर्मा ने पुलिस को दी तहरीर मे बताया वह अपने घर मंे पशुओं को चारा डाल रहा था कि इसी बीच उसका पड़ौसी रामनिवास, सचिन व एक अन्य युवक ने उसके साथ गाली गलौच व मारपीट कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया। इस मामले मंे अमित विहार निवासी नितिन, राजबल व मिंटू भी शामिल बताये जा रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

सड़क दुर्घटना में कई घायल

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। बाइक पर सवार होकर शादी समारोह से अपने घर वापिस लौट रहे कुछ लोग सड़क दुर्घटना मंे गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें ग्रामीणो की मदद से उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना शहर कोतवाली क्षेत्र के मिमलाना रोड मंदिर वाली गली निवासी शमीम पुत्र समयदीन अपने रिश्तेदार दिलशाद तथा उसकी पत्नी कनीज के साथ थाना चरथावल क्षेत्र के गांव कुटेसरा निवासी रिश्तेदारो के यहां शादी मंे शामिल होने के पश्चात एक बाइक पर सवार होकर अपने घर वापिस आ रहे थे कि जब ये लोग रोहाना चौकी क्षेेत्र के बहेड़ी क्षेत्र मंे पहुंचे तभी इसी बीच विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक की चपेट मे आ जाने से शमीम, दिलशाद व कनीज बुरी तरह घायल हो गए। जिन्हे ग्रामीणो की मदद से उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भेजा गया। मामले की सूचना मिलने पर उनके परिजन भी अस्पताल पहंुंच गए।

मारपीट कर किया घायल

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना नई मंडी पुलिस के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के मौहल्ला रामपुरी निवासी भीषण सिंह पुंडीर एडवोकेट ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसका भतीजा भानू प्रताप अपने दो दोस्त विकास व सूर्यप्रकाश के साथ श्रीराम कालेज में परीक्षा देने के लिए गया हुआ था। परीक्षा देने के पश्चात जब ये लोग साईकिल स्टैंड पर पहुंचे तो वहां उनकी अनिरूद्ध गुप्ता व उसके साथ मौजूद अन्य आठ दस युवकों के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो गयी जिसके चलते अपिरूद्ध गुप्ता व उसके साथियों ने भीषण सिंह के भतीजे भानू प्रताप उसके दोस्त विकास व सूर्यप्रताप पर हमला बोलते हुए उन्हें घायल कर दिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।

बेटी तेरी मौत पर देश की व्यवस्था शर्मसार है

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। पिछले दो सप्ताह से जिन्दगी और मौत से जूझ रही दिल्ली मे गैंगरेप की शिकार हुई लडकी की मौत से जनपद मे शोक की लहर दौड गई है। इस हृदय विदारक घटना ने सभी संवेदनशील नागरिकों के हृदयों को झकझोर कर रख दिया है। जिसके चलते स्थानीय कचहरी में एक श्रृद्धांजलि सभा आयोजित की गई। जिसमें मौजूद सभी लोगों ने सामूहिक मौन रखा एवं लडकी की मृतका की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखने के साथ उसकी आत्मा की शंाति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। इस दौरान मास्टर विजय सिंह, सत्य प्रकाश त्यागी, यशपाल राठी एडवोकेट, अमित धर्म सिंह, जाट समाज के युव नेता धर्मबीर बालियान, अशोकक बालियान,  ब्रजपाल सिंह, इन्द्रपाल सिंह, ईश्वर चन्द्र शर्मा, कस्तूर सिंह स्नेही, महबूब आलम, योगेशपाल आदि अनेक लोग मौजूद रहे।

चैकिंग अभियान चलाया

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। एसपी सिटी के निर्देशन में महावीर चौक पर वाहन चैकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान कई लोगों के चालान काटने के साथ साथ कई वाहनो से काली फिल्म भी उतरवाई गई। एसपी सिटी राजकमल यादव के निर्देशन में दोपहर स्थानीय महावीर चौक पर वाहन चैकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान पुलिस ने कई वाहनों से काली फिल्म भी उतरवाई तथा कई वाहनों के चालान भी काटे। पुलिस द्वारा चलाए गए वाहन चैकिंग अभियान से वाहन चालकों मे हड़कम्प मचा रहा। इस दौरान सीओ सिटी संजीव वाजपेयी तथा एसओ सिविल लाइन कमल यादव व टीएसआई हरमीत सिंह मौजूद रहे।

दुकान को कब्जामुक्त कराने की मांग

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। दुकान को कब्जा मुक्त कराने की मांग को लेकर अनेक व्यापारी सीओ सिटी से मिले। सीओ ने उन्हे उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना सिविल लाईन क्षेत्र के महावीर चौक स्थित शिव होटल के समीप स्टेशनरी का व्यापार करने वाले अखिलेश जैन ने सिविल लाईन पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया कि विगत दिनो कपिल चौधरी नामक व्यक्ति ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर जबरन उसकी दुकान पर कब्जा कर लिया है। पुलिस ने मिली तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उक्त दुकान को कब्जा मुक्त कराने के प्रयास तेज किए।

एसएसपी ने लगाई मंडी पुलिस को फटकार

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। चोरी ओर सीनाजोरी का मामला आज चर्चा का विषय बना रहा। वहीं एसएसपी ने मामले के संबंध में मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिये।
उल्लेखनीय है कि जनपद के थाना नई मंडी क्षेत्र के गांव कूकड़ा निवासी विकास नामक व्यक्ति का अट्ठारह टायरा ट्रक विगत 19 नवम्बर को उसके पड़ौसी भूपेंद्र के घेर से चोरी हो गया था। जिसके संबंध में उसने नई मंडी पुलिस को सूचित भी कर दिया था लेकिन पुलिस ने इस मामले को गम्भीरता से न लेते हुए उसे टाल दिया था। वहीं आज किसी व्यक्ति ने विकास को सूचना दी कि उसका चोरी हुआ ट्रक गांधी कालोनी निवासी दरबारा सिंह के घर पर खड़ा हुआ है। मिली सूचना पर विकास अपने कुछ साथियों के साथ दरबारा सिंह के यहां पहुंचा जहां उसने देखा कि उसका ट्रक मौके पर मौजूद है। बताया जाता है कि दरबारा सिंह ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर विकास को वहां से खदेड दिया। पीड़ित विकास ने इस संबंध में एसएसपी के समक्ष गुहार लगाई। एसएसपी ने मंडी पुलिस को मामले की जांच करने व मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये।

अपहरण से फैली सनसनी

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। कोल्हू पर सो रहे दो लोगों का अपहरण हो जाने की घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी वहीं पुलिस भी सूचना मिलते ही भागदौड में जुट गयी।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना भौराकलां क्षेत्र के गांव हडौली निवासी सुभाष कश्यप पुत्र जयप्रकाश तथा जयप्रकाश पुत्र सूरजमल नामक दोनों व्यक्ति गांव में स्थित कोल्हू पर सोये हुए थे कि देर रात्रि हथियारबंद बदमाशों ने उन्हें आतंकित करते हुए उनका अपहरण कर लिया। इस घटना की सूचना वहां मौजूद लोगों द्वारा स्थानीय पुलिस को देने के साथ-साथ उनके परिजनों को दी गयी। अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस में हडकम्प मच गया। पुलिस ने इस संबंध में शक के आधार पर गांव के ही जल सिंह को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया तथा मामले की छानबीन शुरू कर दी।
वहीं एक अन्य घटना में विनोद पुत्र कंवरपाल के खाली पडे़ मकान में पुलिस ने राजेश नामक युवक को एक युवती के साथ संदिग्ध अवस्था में दबोच लिया है लेकिन पुलिस ने उक्त युवती को वहां से भेजने के बाद आरोपी को चोरी के मामले में थाने में बैठा लिया।

गैंगरेप पीड़िता की मौत पर चहुंओर शोक की लहर, आरोपियों को कठोर दंड देने की मांग, कई संगठनों ने किया शोक व्यक्त

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। रालोद नेता मास्टर राजपाल सिंह के निवास पर  दिल्ली गैंगरेप की पीड़िता की दुखद मृत्यु पर शोकसभा आयोजित की गयी। अध्यक्षता राष्ट्रीय लोकदल जिलाध्यक्ष धर्मवीर सिंह बालियान पूर्व मंत्री ने की। बालियान ने कहा कि ईश्वर पीड़िता की आत्मा को शंति एवं उनके परिवार व देशवासियों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे। राजपाल सिंह दुख की घड़ी में सभी से धैर्य बनाये रखने की अपील करते हुए कहा कि वो नहीं रही लेकिन वह हमारे दिलों में जीवन भर मौजूद रहेगी। सभी ने आरोपियों को कठोर दंड देने की सरकार से अपील की तथा अपने-अपने बच्चों को ऐसे घृणित कार्यों से दूर रखने के लिए उन्हें अच्छे संस्कार देने की अपील की। इसमें नरेंद्र बालियान, सुक्रमपाल, डा. दिनेश कौशिक, अजीत चौधरी, रूपेश, गजे सिंह, बैजू, मनीष, सब्बल सेठ, अशोक सेठी, रामधन, वीके टेलर, चौ. ब्रजपाल मलिक, ऋषिपाल, वेदपाल राठी, यशपाल गुर्जर अदि मौजूद रहे।
वहीं पिछले बारह-तेरह दिनों से जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही दिल्ली गैंगरेप की शिकार हुई लड़की की मौत से जनपद के नागरिकों में शोक की लहर दौड़ गयी है। इस हृदय विदारक घटना ने सभी संवदेनशील नागरिकों के हृदयों को झकझोर कर दिया है। जिसके चलते स्थानीय कचहरी में एक श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें लड़की की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का सभी ने मौन रखा। इस दौरान कस्तूर सिंह स्नेही, लक्ष्मी नारायण शर्मा, शिवराज सिंह, भारतवीर अहलावत, लोकरंजन स्नेही, अर्जुन आदि मौजूद रहे।
अम्बेडकर युवा मंच की शोकसभा शाकुन्तलम कालोनी में प्रदेश अध्यक्ष राधेश पप्पू की अध्यक्षता में हुई। दिल्ली में गैंगरेप की शिकार छात्रा की तेरह दिन संघर्ष करने के बाद निधन होने पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि दी। इस दौरान अनिल पिपिल, संजय एडवोकेट, जनेशपाल, राजेश मौर्य, मुकेश प्रभात, सुखवीर, रामेश्वर दयाल, सत्यपाल एडवोकेट, राजीव वत्स, अनिल शर्मा, नरेंद्र, राकेश, सीताराम, लोकेश एडवोकेट, दिनेश व मांगा आदि मौजूद रहे।
पीजेन्ट वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक बालियान एडवोकेट के नेतृत्व मे कलैक्ट्रेट पहंुचे संगठन के अनेक पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओ ने जिला प्रशासन के माध्यम से प्रधनमंत्राी डा.मनमोहन सिंह के नाम भेजे गए ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि दिल्ली मे सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई लडकी के साथ बर्बरता करने वाले अपराधियों को अति शीघ्र कठोर से कठोर सजा दिलाई जाए।
उल्लेखनीय है कि 12 दिन पूर्व दिल्ली मे सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई लडकी जिंदगी की जंग हार गई है। जिसकी कल रात सवा दो बजे सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल मे मौत हो गई है। इस दुखद घटना से दिल्ली सहित पूरे देश मे शोक की लहर दौड़ गई है। दिल्ली सहित पूरे देश में उसकी आत्मा की शांति के लिए दुआएं की जा रही हैं। इस दुखद घटना से देश के आम जनमानस मे भारी रोष व्याप्त है। बलात्कार की इस वारदात ने समाज के सामने कई सवाल खडे़ कर दिए हैं। पूरे देश में महिलाओं पर अत्याचार पर पुलिस का आचरण भी अत्यंत ढीला होने के कारण महिलाओं मे असुरक्षा की भावना बनी हुई है। ज्ञापन सौंपने वालो में युवा जाट नेता धर्मबीर सिंह बलियान, अशोक बालियान, राजमोहन, रामफल सिंह पुंडीर एडवोकेट, डा. मौजपाल सिंह, सत्य प्रकाश त्यागी, धर्म  सिंह बालियान, विनोद शर्मा, भूपेन्द्र राठी, अजय बालियान, रजत पंवार, सुबोध राठी, संजीव राठी, चौ.शौकीन अली आदि अनेक लोग मौजूद रहे।
पश्चिमी विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामपाल मांडी ने गैंगरेप की शिकार पीडित युवती की सिंगापुर में कल रात्रि उपचार के दौरान हुई मौत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह दुखद घटना पूरी मानवता को शर्मसार कर रही है तथा इस घटना ने देश की कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। उन्होंने मांग की कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलने के साथ-साथ इस संबंध में कठोर कानून बने ताकि इन घटनाओं पर कुछ हद तक रोक लग सके। बैठक में दो मिनट का मौन रखकर मृतका की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गयी। इस दौरान रामपाल मांडी, डा. सीमा मलिक, गौरव शर्मा, सौरभ चौधरी, अंकित चौधरी आदि अनेक लोग मौजूद रहे।
वहीं जनकल्याण उपभोक्ता समिति के अध्यक्ष मनेश कुमार गुप्ता ने सिंगापुर अस्पताल में भेजी गयी गैंगरेप पीड़िता की मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करते हुए सभी वर्गो से पीड़ित के साथ हुए शर्मनाक कांड और फलस्वरूप उसकी मृत्यु से संवेदना व्यक्त करने की अपील की। मनेश गुप्ता ने समस्त सामाजिक संगठनो,ं क्लबों, व्यापार संगठनों और राजनीतिक दलों से भी अपील की कि देश में नारी अस्मिता को जीवित रखने के लिए नववर्ष पर कोई पार्टी समारोह का आयोजन कर रे। सरकारी अधिकारी भी अपने स्तर पर कोई आयोजन न करे। यह अपील करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता मनेश गुप्ता ने नववर्ष को देश व समाज के लिए शर्मनाक वर्ष बताया है और समस्त समाज से अपने आक्रोश व गुस्से को रचनात्मक दिशा देने की अपील की। 
वहीं राष्ट्रीय युवा लोकदल की बैठक मे गैंगरेप की शिकार युवती के निध्न पर शोक व्यक्त करते हुए दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाऐ जाने की मांग की। युवा राष्ट्रीय लोकदल की एक बैठक जिला परिषद मार्किट स्थित रालोद नेता चौधरी कुलदीप सिंह के प्रतिष्ठान पर आयोजित की गई। जिसमें बारह दिन पूर्व दिल्ली मे गैंगरेप का शिकार हुई युवती की सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल मे कल रात सवा दो बजे हुई मौत पर शोक व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया तथा सरकार से मांग की गई कि गैंगरेप के दोषियों के सख्त सजा दिलाने के साथ साथ बलात्कार के मामले में कठोर कानून बनाया जाए ताकि इस प्रकार की घटनाओं पर किसी हद तक रोक लग सके। चौधरी कुलदीप सिंह ने सभी जनपदवासियों से अपील की है कि वे इस दुखद घड़ी में नया वर्ष नहीं मनायें। बैठक में संदीप चौधरी, विजय शर्मा, पवन कुमार, मौ.गयूर, अमित कुमार, धर्मेन्द्र उर्फ नीटू आदि मौजूद रहे।
वहीं मुस्लिम एकता कमैटी ने दिल्ली गैंगरेप की शिकार युवती की मृत्यू पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उसकी आत्मा की शंाति के लिए दो मिनट का मौन रखने के साथ आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने की मांग की।
मुस्लिम एकता कमैटी के अध्यक्ष काजी अरशद के सरवट स्थित आवास पर संगठन की एक आपात बैठक के दौरान दिल्ली गैंगरेप की शिकार युवती की सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल मे बीती रात सवा दो बजे हुई मौत पर शोक व्यक्त करते हुए उसकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इस अवसर पर काजी अरशद ने कहा कि देश व समाज मे हर कोई महिला किसी ना किसी व्यक्ति की बहन अथवा बेटी होती है। देश को कलंकित करने वाली इस घटना से पूरा देश व समाज आहत है। उन्होंने माग की है कि इस प्रकार की घटनाओं पर जल्द से जल्द रोक लगे तथा आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। उन्होंने इस दुखद घडी मे नया साल नहीं मनाने की अपील की। इस दौरान काजी अरशद, मौ.  इरशाद, मौ. आसिफ, साजिद, सरफराज, निजामुददीन आदि अनेक लोग मौजूद रहे।
वहीं हिन्दू क्रान्ति दल के कार्यकर्ताओं ने मैडिकल छात्रा के गैंगरेप के बाद हुई मौत के बाद संगठन की बैठक में जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश मिश्रा ने कहा कि मैडिकल छात्रा की मौत के बाद पूरा हिन्दुस्तान शोक में है। इसके बाद दल के पदाधिकारी शिवचौक पर पहुंुचे तथा अपराधियों के पुतले जलायें तथा गैंगरेप के आरोपियों को जल्द फांसी की सजा देने की मांग की।

गैंगरेप पीड़िता की मौत पर चहुंओर शोक की लहर, आरोपियों को कठोर दंड देने की मांग, कई संगठनों ने किया शोक व्यक्त

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। रालोद नेता मास्टर राजपाल सिंह के निवास पर  दिल्ली गैंगरेप की पीड़िता की दुखद मृत्यु पर शोकसभा आयोजित की गयी। अध्यक्षता राष्ट्रीय लोकदल जिलाध्यक्ष धर्मवीर सिंह बालियान पूर्व मंत्री ने की। बालियान ने कहा कि ईश्वर पीड़िता की आत्मा को शंति एवं उनके परिवार व देशवासियों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे। राजपाल सिंह दुख की घड़ी में सभी से धैर्य बनाये रखने की अपील करते हुए कहा कि वो नहीं रही लेकिन वह हमारे दिलों में जीवन भर मौजूद रहेगी। सभी ने आरोपियों को कठोर दंड देने की सरकार से अपील की तथा अपने-अपने बच्चों को ऐसे घृणित कार्यों से दूर रखने के लिए उन्हें अच्छे संस्कार देने की अपील की। इसमें नरेंद्र बालियान, सुक्रमपाल, डा. दिनेश कौशिक, अजीत चौधरी, रूपेश, गजे सिंह, बैजू, मनीष, सब्बल सेठ, अशोक सेठी, रामधन, वीके टेलर, चौ. ब्रजपाल मलिक, ऋषिपाल, वेदपाल राठी, यशपाल गुर्जर अदि मौजूद रहे।
वहीं पिछले बारह-तेरह दिनों से जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही दिल्ली गैंगरेप की शिकार हुई लड़की की मौत से जनपद के नागरिकों में शोक की लहर दौड़ गयी है। इस हृदय विदारक घटना ने सभी संवदेनशील नागरिकों के हृदयों को झकझोर कर दिया है। जिसके चलते स्थानीय कचहरी में एक श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया जिसमें लड़की की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का सभी ने मौन रखा। इस दौरान कस्तूर सिंह स्नेही, लक्ष्मी नारायण शर्मा, शिवराज सिंह, भारतवीर अहलावत, लोकरंजन स्नेही, अर्जुन आदि मौजूद रहे।
अम्बेडकर युवा मंच की शोकसभा शाकुन्तलम कालोनी में प्रदेश अध्यक्ष राधेश पप्पू की अध्यक्षता में हुई। दिल्ली में गैंगरेप की शिकार छात्रा की तेरह दिन संघर्ष करने के बाद निधन होने पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि दी। इस दौरान अनिल पिपिल, संजय एडवोकेट, जनेशपाल, राजेश मौर्य, मुकेश प्रभात, सुखवीर, रामेश्वर दयाल, सत्यपाल एडवोकेट, राजीव वत्स, अनिल शर्मा, नरेंद्र, राकेश, सीताराम, लोकेश एडवोकेट, दिनेश व मांगा आदि मौजूद रहे।
पीजेन्ट वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक बालियान एडवोकेट के नेतृत्व मे कलैक्ट्रेट पहंुचे संगठन के अनेक पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओ ने जिला प्रशासन के माध्यम से प्रधनमंत्राी डा.मनमोहन सिंह के नाम भेजे गए ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि दिल्ली मे सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई लडकी के साथ बर्बरता करने वाले अपराधियों को अति शीघ्र कठोर से कठोर सजा दिलाई जाए।
उल्लेखनीय है कि 12 दिन पूर्व दिल्ली मे सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई लडकी जिंदगी की जंग हार गई है। जिसकी कल रात सवा दो बजे सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल मे मौत हो गई है। इस दुखद घटना से दिल्ली सहित पूरे देश मे शोक की लहर दौड़ गई है। दिल्ली सहित पूरे देश में उसकी आत्मा की शांति के लिए दुआएं की जा रही हैं। इस दुखद घटना से देश के आम जनमानस मे भारी रोष व्याप्त है। बलात्कार की इस वारदात ने समाज के सामने कई सवाल खडे़ कर दिए हैं। पूरे देश में महिलाओं पर अत्याचार पर पुलिस का आचरण भी अत्यंत ढीला होने के कारण महिलाओं मे असुरक्षा की भावना बनी हुई है। ज्ञापन सौंपने वालो में युवा जाट नेता धर्मबीर सिंह बलियान, अशोक बालियान, राजमोहन, रामफल सिंह पुंडीर एडवोकेट, डा. मौजपाल सिंह, सत्य प्रकाश त्यागी, धर्म  सिंह बालियान, विनोद शर्मा, भूपेन्द्र राठी, अजय बालियान, रजत पंवार, सुबोध राठी, संजीव राठी, चौ.शौकीन अली आदि अनेक लोग मौजूद रहे।
पश्चिमी विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामपाल मांडी ने गैंगरेप की शिकार पीडित युवती की सिंगापुर में कल रात्रि उपचार के दौरान हुई मौत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह दुखद घटना पूरी मानवता को शर्मसार कर रही है तथा इस घटना ने देश की कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। उन्होंने मांग की कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलने के साथ-साथ इस संबंध में कठोर कानून बने ताकि इन घटनाओं पर कुछ हद तक रोक लग सके। बैठक में दो मिनट का मौन रखकर मृतका की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गयी। इस दौरान रामपाल मांडी, डा. सीमा मलिक, गौरव शर्मा, सौरभ चौधरी, अंकित चौधरी आदि अनेक लोग मौजूद रहे।
वहीं जनकल्याण उपभोक्ता समिति के अध्यक्ष मनेश कुमार गुप्ता ने सिंगापुर अस्पताल में भेजी गयी गैंगरेप पीड़िता की मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करते हुए सभी वर्गो से पीड़ित के साथ हुए शर्मनाक कांड और फलस्वरूप उसकी मृत्यु से संवेदना व्यक्त करने की अपील की। मनेश गुप्ता ने समस्त सामाजिक संगठनो,ं क्लबों, व्यापार संगठनों और राजनीतिक दलों से भी अपील की कि देश में नारी अस्मिता को जीवित रखने के लिए नववर्ष पर कोई पार्टी समारोह का आयोजन कर रे। सरकारी अधिकारी भी अपने स्तर पर कोई आयोजन न करे। यह अपील करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता मनेश गुप्ता ने नववर्ष को देश व समाज के लिए शर्मनाक वर्ष बताया है और समस्त समाज से अपने आक्रोश व गुस्से को रचनात्मक दिशा देने की अपील की। 
वहीं राष्ट्रीय युवा लोकदल की बैठक मे गैंगरेप की शिकार युवती के निध्न पर शोक व्यक्त करते हुए दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाऐ जाने की मांग की। युवा राष्ट्रीय लोकदल की एक बैठक जिला परिषद मार्किट स्थित रालोद नेता चौधरी कुलदीप सिंह के प्रतिष्ठान पर आयोजित की गई। जिसमें बारह दिन पूर्व दिल्ली मे गैंगरेप का शिकार हुई युवती की सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल मे कल रात सवा दो बजे हुई मौत पर शोक व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया तथा सरकार से मांग की गई कि गैंगरेप के दोषियों के सख्त सजा दिलाने के साथ साथ बलात्कार के मामले में कठोर कानून बनाया जाए ताकि इस प्रकार की घटनाओं पर किसी हद तक रोक लग सके। चौधरी कुलदीप सिंह ने सभी जनपदवासियों से अपील की है कि वे इस दुखद घड़ी में नया वर्ष नहीं मनायें। बैठक में संदीप चौधरी, विजय शर्मा, पवन कुमार, मौ.गयूर, अमित कुमार, धर्मेन्द्र उर्फ नीटू आदि मौजूद रहे।
वहीं मुस्लिम एकता कमैटी ने दिल्ली गैंगरेप की शिकार युवती की मृत्यू पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उसकी आत्मा की शंाति के लिए दो मिनट का मौन रखने के साथ आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने की मांग की।
मुस्लिम एकता कमैटी के अध्यक्ष काजी अरशद के सरवट स्थित आवास पर संगठन की एक आपात बैठक के दौरान दिल्ली गैंगरेप की शिकार युवती की सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल मे बीती रात सवा दो बजे हुई मौत पर शोक व्यक्त करते हुए उसकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इस अवसर पर काजी अरशद ने कहा कि देश व समाज मे हर कोई महिला किसी ना किसी व्यक्ति की बहन अथवा बेटी होती है। देश को कलंकित करने वाली इस घटना से पूरा देश व समाज आहत है। उन्होंने माग की है कि इस प्रकार की घटनाओं पर जल्द से जल्द रोक लगे तथा आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। उन्होंने इस दुखद घडी मे नया साल नहीं मनाने की अपील की। इस दौरान काजी अरशद, मौ.  इरशाद, मौ. आसिफ, साजिद, सरफराज, निजामुददीन आदि अनेक लोग मौजूद रहे।
वहीं हिन्दू क्रान्ति दल के कार्यकर्ताओं ने मैडिकल छात्रा के गैंगरेप के बाद हुई मौत के बाद संगठन की बैठक में जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश मिश्रा ने कहा कि मैडिकल छात्रा की मौत के बाद पूरा हिन्दुस्तान शोक में है। इसके बाद दल के पदाधिकारी शिवचौक पर पहुंुचे तथा अपराधियों के पुतले जलायें तथा गैंगरेप के आरोपियों को जल्द फांसी की सजा देने की मांग की।

गैंगरेप पीड़िता ने शनिवार रात 02ः 15 बजे सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में दम तोडा

नई दिल्ली. पिछले 12 दिनों से जिंदगी और मौत से जूझ रही 23 वर्षीया गैंगरेप पीड़िता ने शनिवार रात 02रू15 बजे दम तोड़ दिया। सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी सूचना दी है।
फिलहाल इंडियन हाइकमिशन के अधिकारी और पीड़िता के मां-बाप और भाई अस्पताल में मौजूद हैं। निधन  की मुख्य वजह मल्टी ऑर्गन फेल होना बताया जा रहा है। सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग सुबह 08रू00 प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये मामले के संबंध में जानकारी देगा।
माउंट एलिजाबेथ अस्पताल  के चीफ एग्जीक्युटिव केल्विन लोह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि स्थानीय समय के अनुसार सुबह लगभग 4रू45 (भारतीय समयानुसार  02रू15 बजे) लड़की ने दम तोड़ा। सिंगापुर में माउंट एलिजाबेथ अस्पताल के कर्मियों ने कहा कि हम लड़की की बहादुरी और उसके जज्बे को सलाम करते हैं। उस लड़की ने बेहद हिम्मत दिखाई और उसमें जीने की अदम्य इच्छा थी। यह उसकी हिम्मत ही थी कि बेहद नाजुक हालत में वह दिल्ली से सिंगापुर तक आ सकी। हमने उसे बचाने की पूरी कोशिश की।
सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में भर्ती दुष्कर्म पीडिघ्त छात्रा की हालत शुक्रवार से ही काफी गंभीर हो गई थी। उसके शरीर के महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।
गौरतलब है कि पीड़िता ने होश में आते ही पहला सवाल किया था कि क्या दोषी पकड़े गए। जब उसे पता चला कि वो पकड़े ज चुके हैं तो पीड़िता ने अपनी मां से कहा था कि उन्हें फांसी दी जानी चाहिए। यानि पीड़िता की आखिरी इच्छा थी कि उसके साथ दुष्कर्म करने वालों को मौत की सजा मिले।
खबर आते ही इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के आवास सहित सभी महत्वपूर्ण जगहों पर तुरंत ही सुरक्षा बढ़ा दी गई। इंडिया गेट की ओर जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने अपील की है कि लोग इन रास्तों के उपयोग करने से बचें क्योंकि आज उन्हें आम परिवहन के लिए बंद कर दिया गया है। पूरे केंद्रीय सर्कल सहित राजपथ, विजय चौक और इंडिया गेट के लिए जाने वाली सभी सडकें आज आम लोगों के लिए बंद रहेंगी।
                           16 दिसंबर से अंतिम सांस तक

   - 16 दिसंबर की रात दक्षिण दिल्ली में सायकोथेरेपी की यह 23 वर्षीया छात्रा अपने एक मित्र के साथ वाइट लाइन बस में सवार हुई।
    - बस में ड्राइवर के अलावा पांच और लोग मौजूद थे।
    - उनमें से कुछ लोगों ने लड़की से छेड़-छाड़ करने की कोशिश की, जिसका विरोध लड़की और उसके मित्र ने किया।
    - बस में सवार उन पांच लोगों ने पहले लड़की के दोस्त के साथ मारपीट की और फिर लड़की से भी जबर्दस्ती की।
    - लभग 40 से मिनट से भी ज्यादा समय तक बस में सवार छह लोगों ने 23 वर्षीया छात्रा से बलात्कार किया।
    - देर रात लड़की और उसके मित्र को निर्वस्त्र कर चलती बस से नेशनल हाइवे संख्या 8 पर फेंक दिया गया।
    - लगभग घंटे भर दोनों सड़क पर ही पड़े रहे।
    - किसी राहगीर ने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस पीसीआर उन दोनों को लेकर पहले एम्स के ट्रॉमा सेंटर गई। इसके बाद लड़की को सफदरजंग अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया।
    - अगले ही दिन इस घटना को लेकर पूरे देश में व्यापाक विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ जो लगातार जारी है। इस व्यापक प्रदर्शन का सरकार पर भारी दबाव पड़ा।  
    - इधर वह दस दिन तक सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझती रही। हालत बिगड़ती देख 27 दिसंबर को सरकार ने उसे सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में शिफ्ट करने का फैसला किया।
    - बड़े ही गोपनीय ढंग से पीड़िता को एयर एम्बुलेंस के जरिए सिंगापुर ले जाया गया।
    - 12 दिन बाद सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में भारतीय समयानुसार शनिवार यानि 29 दिसंबर की रात 02रू15 बजे लड़की ने दम तोड़ दिया।  

                         शुक्रवार से ही बिगड़ रही थी तबियत

अस्पताल के डॉक्टर केल्विन लोह ने कहा था कि शुक्रवार को भारतीय समय शाम 6.30 बजे तक डॉक्टरों की हर संभव कोशिश के बावजूद मरीज के महत्वपूर्ण अंग निष्क्रिय होने के संकेत मिल रहे थे। उसे अधिकतम कृत्रिम श्वास प्रणाली पर रखा गया था। साथ ही उसे अच्छी से अच्छी एंटीबायोटिक्स की खुराक भी दी जा रही थी।

संक्रमणों से लडने की शरीर की क्षमता बढ़ाने के लिए स्टीम्यूलेंट्स भी दिए जा रहे थे। उन्होंने बताया था कि मरीज का हौसला बढ़ाने के लिए परिजनों को उसके पास बुला लिया गया था। पीडिघ्त के पिता ने कहा था, उन्हें भरोसा दिलाया गया है कि उनकी बेटी के लिए श्रेष्ठतम उपाय किए जा रहे हैं।

इधर, दिल्ली में सरकार माउंट एलिजाबेथ अस्पताल के डॉक्टर विपिन नायर के साथ लगातार संपर्क में थी।स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद हर दूसरे घंटे में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और यूपीए अध्यक्ष  सोनिया गांधी को छात्रा के इलाज की जानकारी दे रहे थे। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद भी सिंगापुर में भारतीय दूतावास के अधिकारियों के संपर्क में थे। इससे पहले दोपहर में माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई और गहन जांच के बाद ही किसी को आईसीयू में जाने दिया जा रहा था।
                                                                              साभार  भाष्कर डाट काम

Tuesday, December 25, 2012

कोहरे ने तोड़ा सूरज का गरूर


मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। पांच दिन से पड़ रही सर्दी ने मंगलवार को रौंद्र रूप धारण कर लिया। मंगलवार को कोहरे की चादर ऐसी ओढ़ ली कि पूरे दिन सूर्य देव के दीदार नहीं हो सके। वहीं इस दिन इस वर्ष का सबसे ठंडा दिन रहा। इससे स्कूली बच्चों व लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
एक सप्ताह से लोगों को ठंडी सर्दी का अहसास होने लगा है। तापमान भी लगातार गिरता जा रहा है। मंगलवार को इस वर्ष का सबसे ठंडा दिन मना गया। इस दिन अधिकतम 11 व न्यूनतम 9 डिगी तापमान दर्ज किया गया। यानि कि इस दिन सर्दी का आलम यह था कि लोग घरों में ही दुबके रहे। वही लोग घरों से निकले जिन्हें मजबूरी से निकालना पड़ा हो। पूरे दिन सूर्यदेव के दीदार नहीं हो सके। इस तापमान की खास बात यह रही कि दिन व रात में होने वाले वाले तापमान के अंतर में कोई खास अंतर नहीं था। जहां रात का तापमान 9 डिग्री रहा वहीं दिन का तापमान भी 11 डिग्री रिकार्ड किया गया। यानि कि दिन व रात के तापमान में केवल दो डिग्री का अंतर था। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अभी यह ठंड अपना और भी रौद्र रूप दिखाएगी।

ज्ञानी जैल सिंह जी की धूमधाम से मनायी 18वीं पुण्यतिथि

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। राष्ट्रीय विश्वकर्मा कामगार संगठन ने महामहिम पूर्व राष्ट्रपति स्व0 ज्ञानी जैल सिंह की 18वीं पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
जिलाध्यक्ष सेवाराम धीमान ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह जी इस महान राष्ट्र के एक महान राष्ट्रपति रहे है। ज्ञानी जी का जन्म पंजाब में संधवा नाम के एक छोटे से गंाव में 5 मई 1916 को विश्वकर्मा वंश के रामगढिया के साधारण परिवार में माननीय श्री स0 किशन सिंह जी के तीसरे पुत्र के रूप में हुआ। ज्ञानी जी का असली नाम जनरैल सिंह था।
ज्ञानी जी बचपन से ही होनहार प्रतिभाशाली व गुणी थे। ज्ञानी जी को अपनी मां के प्रति बडी श्रद्धा और प्रेम था। ज्ञानी को उनकी मंा ने उन्हें विशेष रूप से तीन बातों की शिक्षा दी थी- परमात्मा, अपनी माता और मातृभूमि के लिए सच्चा प्रेम इन्हीं बातों की प्रेरणा से ज्ञानी जी ने 1928 को पंजाब रियासत प्रजा-मंडल की स्थापना की और जब 23 मार्च 1931 भारत मां के तीन सपूतों-भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को ब्रिटिश सरकार ने फंासी दे दी तो उनके हृदय में देश प्रेम की ज्वाला भडक उठी और उन्हें अंग्रेजो और राजाओं से नफरत हो गई। उन्होंने कहा कि ज्ञानी जैल सिंह जी समाज के लिए समर्पित रहे है।
इस दौरान श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में मुख्य रूप से सचिन धीमान, नरेश कुमार विश्वकर्मा, धर्मेन्द्र विश्वकर्मा एडवोकेट, राजवीर सिंह, सतीश धीमान, ब्रहमदत्त धीमान, सनील धीमान, रणपाल गुर्जर, शुभम सहित सैंकडों समाज के लोग मौजूद रहे।

Monday, December 24, 2012

18वीं पुण्यतिथि पर विशेष, भारत की महान विभूति स्व. राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह को हार्दिक श्र(ाँजलि

सचिन धीमान

भारत के पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह जी ने अपनी माता से प्राप्त की शिक्षा में से उन्हें जो तीन बातों का ज्ञान दिया गया है वह हमेशा उन्हें ध्यान में रखकर आगे बढे और अपने अन्तिम सांसों तक उन्होंने अपनी माता से प्राप्त की शिक्षा से ओतप्रोत होकर देशहित में कार्य किया। उनके मन में बचपन से ही उनके हृदय में देशप्रेम भावना थी और वह अंग्रेजों तथा राजाओं से नपफरत किया करते थे इसलिए वह देश के सर्वोच्चत पद पर रहते हुए भी भारत के प्रथम नागरिक कहलाने के बाद भी वह एक आम नागरिक की तरह जीवन जिया करते थे। उनके ज्ञान का भंडार विशाल था और वे वास्तविक रूप से ‘‘धनी ही थे’’ आध्यात्मिक क्षेत्रा उनका अध्ययन गहन था। उन्होंने भारत के सभी प्रमुख र्ध्मो और मतों का अध्ययन किया। सिखमत के तो वे पारम्गत वि(ान और ज्ञानी थे ही, बौ( जैन, सनातन और वैदिक मत के सि(ांतों से भी उनका पूरा परिचय था। इतना ही नहीं ज्ञानी जी ने कुरान शरीफ का भी अध्ययन किया हुआ था।
 भारत के पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह जी इस महान राष्ट्र के एक महान राष्ट्रपति रहे है। ज्ञानी जी का जन्म पंजाब में संध्वा नाम के एक छोटे से गंाव में 5 मई 1916 को विश्वकर्मावंश के रामगढिया के साधरण परिवार में माननीय श्री किशन सिंह जी के तीसरे पुत्रा के रूप में हुआ। ज्ञानी जी का असली नाम जन रैल सिंह था। ज्ञानी जी बचपन से ही होनहार प्रतिभाशाली व गुणी थे। ज्ञानी जी को अपनी मां के प्रतिबडी श्र(ा और प्रेम था। ज्ञानी को उनकी मंा ने उन्हें विशेष रूप से तीन बातों की शिक्षा दी थी- परमात्मा, अपनी माता और मातृभूमि के लिए सच्चा प्रेम इन्हीं बातों की प्रेरणा से ज्ञानी जी ने 1928 को पंजाब रियासत प्रजा-मंडल की स्थापना की और जब 23 मार्च 1931 भारत मां के तीन सपूतों-भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को ब्रिटिश सरकार ने पफंासी दे दी तो उनके हृदय में देश प्रेम की ज्वाला भडक उठी और उन्हें अंग्रेजो और राजाओं से नपफरत हो गई। ज्ञानी जी का गंाव भी तत्कालीन पफरीदकोट रियासत के राजा के आध्ीना था।वे भारत की स्वतंत्राता के लिए संघर्ष कर रहे, क्रांतिकारियों के सम्पर्क में आये और मोमबत्तियों की लौ पर हाथ रखकर कसम खाई कि मैं भारत मां की स्वतंत्राता के लिए बलिदान देने के लिए प्रस्तुत हूं। इसलिए 1932 में रियासती अकाली जत्था के उप प्रधान बने तथा 1934 को फरीदकोट के राजा हरींद्र सिंह के विरू( संघर्ष का शुभारम्भ किया और इसी वर्ण 6 अगस्त 1934 को उनका विवाह हो गया। जब वे जेल में थे तो एक बार किसी बात पर क्रु( होकर जेलर ने इनसे इनका नाम पूछा तो वे सीनातान कर बोले जेल सिंह जेलर ने गुस्से में कहा क्या मतलब जनरैल सिंह ने पिफर कहा ‘‘जेल सिंह’’ मतलब जेल का शेर जनरल सिंह को यातनाएं मिलती रही और वह चिख-चिख कर बोलते रहे जेल सिंह-जेलसिंह दूसरे कैदियों ने जब इनके इस अदम्य साहस को देखा तो बाद में सब उन्हें जेल सिंह के नाम से पुकारने लगे यही से इनका नाम जनरैल सिंह से ज्ञानी जैल सिंह हो गया। 1936 में ज्ञानी के सर से पिता का साया उठ गया तथा अगस्त 1636 में ही उन्हें सैक्रेट्री, जिला पफरीदकोट अकाली जत्थ चुना गया और दो सितम्बर 1936 को स्वर्गपुरी कोटपुरा में एक विशाल सभा को आयोजन किया और 24 जुलाई 1938 में ज्ञानी जी ने जमीदार सभा की स्थापना की और 1938 में ज्ञानी जी दूसरी बार गिरफ्रतार हुए 1943 तक कठौर कारावास सहन कर अमृतसर, लाहौर, पंजाब साहिब की यात्रा कर 1943 तक मिशनरी के रूप में प्रचार कार्य किया और इसी वर्ष 8 अपै्रल 1943 को राष्ट्रध्वजरोहण के लिए विशाल जनसभा का आयोजन किया तथा 8 मई 1943 में ही पफरीदकोट में रोण दिवस का आयोजन कर पं. जवाहर लाल नेहरू को आमन्त्रिात किया तथा 1947 में अपने द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘हम क्या चाहते है’’ का विमोचन किया तथा 30 जनवरी 1948 को उनके गांध्ी जी के बलिदान के कुछ समय पूर्व सेठ रामनाथ, बाबू ब्रजभान, इंद्रसिंह चक्रवर्ती के साथ भेंट कर उनसे राष्ट्र के प्रतिशिक्षा ग्रहण की 29 पफरवरी 1948 को पफरीदकोट के राजा के विरू( एक विशाल सभा एवं जुलूस का ज्ञानी जी द्वारा समायोजन किया गया और 1 मार्च 1948 को ऐतिहासिक बलिदान दिवस समानांतर सरकार की स्थापना तथा 20 जनवरी 1948 को ज्ञानी जी को राणे वाला के मंत्रिमंडल में मंत्राी बनाया और 23 मई थे। वे एक विलक्षण प्रतिभा के ध्नी थे। भलेही उन्हें किसी विद्यालय या कालेज में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर न मिला हो। उनके ज्ञान का भंडार विशाल था और वे वास्तविक रूप से ‘‘धनी ही थे’’ आध्यात्मिक क्षेत्रा उनका अध्ययन गहन था। उन्होंने भारत के सभी प्रमुख र्ध्मो और मतों का अध्ययन किया। सिखमत के तो वे पारम्गत वि(ान और ज्ञानी थे ही, बौ( जैन, सनातन और वैदिक मत के सि(ांतों से भी उनका पूरा परिचय था। कुरान शरीफ उन्होंने  जेल में पढी और बाइबिल का भी अध्ययन किया अपनी मृत्यु से कुछ ही दिन पूर्व वे कोटा में एक चर्च का शिलान्यास कर लौटे थे। 24 जनवरी 1968 को ज्ञानी जी की रिटायर्ड जस्टिस गुरूदेव कमीशन के रू-ब-रू पेसी हुई तथा 8 अगस्त 1972 को गुरूदेव कमीशन की वैद्यता को पंजाब हाईकोर्ट में चुनौती दी तथा 8 अक्टूबर 1972 केा गुरूदेव कमीशन द्वारा गैरजामनती वारंट जारी हुआ तथा 9 अक्टूबर 1978 को उनकी गिरफ्रतारी की पेशगी जमानत जनवरी 1980 में वे लोकसभा सदस्य चुने गए और 14 जनवरी को भारत सरकार के गृहमंत्राी चुने गए गृहमंत्राी बनते ही उन्होंने स्वतंत्राता सेनानियों को दी जाने वाली पेंशन की शर्ताें का उदार बनाया और इसे ‘‘स्वतंत्राता सेनिक सम्मान पेंशन ’’ का नाम दिया। उनका कहना था कि यह कोई दान नहीं है। ज्ञानी जी स्वतंत्राता सेनानियों को अपने परिवार का सदस्य मानते  थे।
गृहमंत्राी काल में ही ज्ञानी जी कानपुर के विश्वकर्मा सम्मेलन के मुख्य अतिथि बने तथा 12 जुलाई 1988 को राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रत्याशी चुना गया तथा 25 जुलाई 1982 को उन्होंने भारत के राष्ट्रपति के रूप में शपथ  ग्रहण की। राष्ट्रपति बनते ही उन्होंने सभी स्वतंत्राता सेनानियों को राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया। उन्होंने यह परम्परा भी डाली कि स्वतंत्राता दिवस गणतंत्रा दिवस के अवसरोपंरात पहले दिन स्वतंत्राता सेनानियों के सम्मान में पार्टी का आयोजन हुआ करेगा। वे लोकतंत्रा के पक्के समर्थक थे। वे कहते थे कि ‘‘विपक्ष को कभी शत्राु नहीं समझना चाहिए लोकतंत्रा की सपफलता में विपक्ष का भी सहयोग होता है। इसलिए राष्ट्रपति बनने के बाद वे सभी राजनैतिक दलों के साथ निष्पक्ष रूप से मिलते थे क्योंकि उनका कोई राजनैतिक दल नहीं रह गया था। बाद में भी इसी नियम पर कायम रहे। 30 सितम्बर-31अक्टूबर 1982 को वे अमेरिका में दिल का आपरेशन कराने गए। टैक्सांस हार्ट इंस्टीट्यूट हास्टेन में सपफल ऑपरेशन हुआ। 16 अक्टूबर 1985 में उन्होंने लक्ष्मद्वीप  की यात्रा की 21 जुलाई 1983 को नेपाल यात्रा की और पुनः 30 अक्टूबर 1983 को विदेशों में यात्रा की। मेहनत परिश्रम व लगन के बल पर एक छोटे से परिवार से उठकर ज्ञानी जी भारत के सच्चे सपूत सि( हुए। ज्ञानी जी कहा करते थे कि ‘‘परिश्रम का कोई विकल्प नहीं’’ इसीलिए उन्होंने पूरे जीवन संघर्ष किया। संत ज्ञानी जैल सिंह विश्वकर्मा समाज के अमूल्य रत्न ही नहीं बल्कि देश के महानायक भी थे। कौन जानता था कि 27 नवम्बर 1994 को यमुना नगर के खालसा कालेज के प्रांगण में कालेज की रजत जयंती के अवसर पर दिए उनके भाषण के यह अंतिम शब्द उनके जीवन की संध्या के संकेत थे। ‘‘उजाले उनकी यादों के हमारे साथ रहने दो, न जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाये’’
उस दिन वे बडे प्रसन्नचित और स्वस्थ नजर आये थे। उसी दिनशाम को वे चंडीगढ राजभवन में विश्राम के लिए चले आये। यहां वह दो दिन के विश्राम के लिए आये थे। किन्तु किसे पता था कि 29 नवम्बर 1994 को आनंद साहिब में मत्था टेककर वापस आते समय दुर्भाग्य वश रोपण के निकट एक सडक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो जाने के बाद चंडीगढ के पीजीआई अस्पताल में 26 दिनों तक जीवन मृत्यु का अंतिम संघर्ष में 25 दिसम्बर 1994 को प्रातः सात बजकर 24 मिनट पर हम सबसे तथा राष्ट्र से बिदा हो गए। ज्ञानी जी अपनी कृतियों के लिए हम सबके बीच सदा-सदा के लिए अमर रहेंगे।

रेप कांड पर गरजीं महिला अधिवक्ता, समाजसेवियों ने भी किया डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। दिल्ली में पैरा मैडिकल छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म के मामले को लेकर पूरे राष्ट्र में आक्रोश व्याप्त है। नगर मंे महिला अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन डीएम सुरेन्द्र सिंह को दिया। महिला अधिवक्ताएं कुमारी मुमताज एडवोकेट के नेतृत्व में महिला अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। अधिवक्ता महिलाओं ने कहा कि दिल्ली में पैरा मैडिकल छात्रा के साथ हुई दुष्कर्म की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। दुष्कर्म के मामले में कठोर से कठोर सजा का प्रावधान किया जाये ताकि समाज में दुष्कर्म की घटनाएं खत्म हो सकें। अधिवक्ता बिलकिश चौधरी ने कहा कि महिलाओं के मान सम्मान के लिए हरसंभव लड़ाई लड़ी जायेगी। महिला अधिवक्ताओं ने भारत की महिलाओं की इज्जत व मान सम्मान तथा सुरक्षा को लेकर भारत के राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन डीएम को दिया। ज्ञापन देने वाली महिला अधिवक्ताओं में कु. मुमताज, ललिता सिंह, राजेश कुमारी, साक्षी सिंह, लक्ष्मी धीमान, सरला, संगीता भारद्वाज, सुनीता रावत, अंजना शर्मा, मीनाक्षी शर्मा, अर्चना मित्तल, जगजीत कौर, छवि जैन, हुस्नआरा त्यागी, सविता रानी, सीमा गोयल, आशा जैन, दीपा गुप्ता आदि मौजूद रही।
वहीं दर्जनों सामाजिक संगठनों से जुड़े सैंकड़ों समाजसेवियों ने नगर की सड़कों पर प्रदर्शन किया तथा कलक्ट्रेट में पहुंचकर डीएम सुरेन्द्र सिंह को ज्ञापन दिया। अखिल भारत रचनात्मक समाज, युग्मा ग्राम विकास समिति, इनरव्हील, प्रयत्न, गुडविल सोसायटी, आचार्य कुल से जुड़े बुद्धिजीवियों ने पवित्र भारत भूमि पर गांव, नगर व महानगरों में कहीं पर भी हो रही जघन्य घटनाओं की घोर निंदा की और केन्द्र सरकार को चेतावनी दी कि उक्त गैंग रेप के आरोपियों को तत्काल फांसी की सजा दी जाये। प्रदर्शन करने वालों में होतीलाल शर्मा, श्रीमति सरिता अरोरा, संजय अरारेा, महबूब आलम, सुबोध चौधरी, ब्रह्मप्रकाश त्यागी, विनोद शर्मा, सीता रानी, अंजना शर्मा, अरूणा शर्मा, निर्मलरानी जैन, मदनमोहन शर्मा, अंजुम आरा कादरी, पूनम शर्मा, हिमांशु त्यागी, सरला, सरिता रानी आदि मौजूद रहे।

वि़द्या धन के चैक लेने आई छात्राओं पर बरसी पुलिस,सैंकड़ों छात्राआंे को बाहर से ही खदेड़ा, मंत्री चितरंजन ने बांटे कन्या विद्या धन के चैक


मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। सपा सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश में विभिन्न योजनाओं द्वारा प्रदेश के नागरिकों को लाभान्वित किया जा रहा है। प्रदेश के राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप के केन्द्रीय विद्यालय में आयोहित कार्यक्रम में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण छात्राओं को कन्या विद्या धन के चैक बांटे। आज के कार्यक्रम में मात्र 208 छात्राओं को कन्या विद्या धन के चैकों के वितरण हेतु कार्यक्रम में बुलाया गया था लेकिन हजारों छात्राएं कन्या विद्या धन का चैक लेने केन्द्रीय विद्यालय में पहुंच गई। इससे वहां अफरातफरी मच गई। आनन फानन में केन्द्रीय विद्यालय का मेन गेट बंद कर छात्राओं व उनके परिजनों को पुलिस ने बलपूर्वक रोका। नगर के चारों थानों की पुलिस फोर्स व पीएसी के जवानों ने छात्राओं व उनके परिजनों को कार्यक्रम में नहीं जाने दिया। जिससे आक्रोशित छात्राओं ने जमकर नारेबाजी की तथा डीएम सुरेन्द्र सिंह व एसएसपी डा. बीबी सिंह से स्पष्ट कहा कि कन्या विद्या धन के चैकों के सम्बन्ध में डीआईओएस कार्यालय द्वारा धांधली की गई है।
सरकुलर रोड स्थित केंद्रीय विद्यालय में कन्या धन योजना वितरण समारोह में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए प्रदेश के राज्य मंत्री चितरंजन स्वरूप ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जो योजनाएं चलाई जा रही है उनका लाभ पात्रों को मिलना चाहिए। स्वरूप ने कहा कि जिला प्रशासन छात्राओं के आय प्रमाण पत्र सही ढंग से बनाये ताकि पात्र छात्राओं को इसका लाभ मिल सके। प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गयी कन्या विद्या धन योजना से ऐसी छात्राओं को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा जो धन के अभाव में नहीं पढ़ पाती है। उन्होंने कहा कि माह जनवरी में इंटर उत्तीर्ण छात्राओं को कम्प्यूटर एवं हाईस्कूल उत्तीर्ण छात्राओं को लैपटाप वितरित किये जायेंगे। चितरंजन स्वरूप ने कहा कि इक्कीसवीं सदी में सभी को कम्प्यूटर का ज्ञान होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार जाति व धर्म के भेदभाव के बिना नागरिकों के कल्याण के लिए योजनाएं चला रही है। राज्यमंत्री चितंरजन स्वरूप ने कहा कि आज जनपद भर की 1861 छात्राओं को चैक वितरित किये जाने थे लेकिन कार्यक्रम में दौ सौ छात्राओं को ही चैक वितरित किये जा रहे है बाकी छात्राओं के चैक उनके घरों पर पहुंचा दिये जायेंगे। पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक जाति व धर्म के नागरिकों के लिए जो योजनाएं चला रही है उनका लाभ पात्र व्यक्तियों को मिलेगा। पूर्व सांसद अमीर आलम ने कहा कि शिक्षा के बिना मनुष्य पशु के समान है इसलिए प्रत्येक अभिभावक का दायित्व है कि वह अपने बेटे व बेटी को जरूर पढ़ायंे। आने वाले कल में यही छात्र छात्राएं देश का भविष्य बनेंगे। सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने कहा कि सपा सरकार ने अपने पूर्व कार्यकाल में भी छात्राओं के लिए कन्या विद्या धन योजना चलाई थी। अब दोबारा सपा सरकार ने कन्या विद्या धन योजना चलाकर प्रदेश की लाखों छात्राओं को लाभान्वित किया है। कार्यक्रम में विधायक नवाजिश आलम, डीएम सुरेन्द्र सिंह, एससपी डा. बीबी सिंह, सपा नेता अमीर आलम खां, राजकुमार यादव, अंसारी आढती ने उपस्थित छात्राओं को तीस तीस हजार रूपये की धनराशि के चैक वितरित किये। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग की संयुक्त सचिव मंजू शर्मा, डीआईओएस आरके तिवारी, बीएसए कौस्तुभ कुमार सिंह, सीडीओ रविन्द्र गोडबोले, एडीएम वित्त राजेश श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट डा. इंद्रमणि त्रिपाठी, सीओ सिटी संजीव कुमार वाजपेयी, राशिद सिद्दीकी, अलका शर्मा, जनार्दन विश्वकर्मा, पवन बंसल, सुमित खेडा, शमशाद अहमद, सचिन अग्रवाल, मेहराजूद्दीन तेवडा, जावेद सैफी, सोमपाल सिंह, मास्टर अल्ताफ सहित डीएवी के प्रधानाचार्य शिवकुमार यादव, ग्रेन चैम्बर इंटर कालेज के प्रधानाचार्य विजय शर्मा, भागवंती, इंटर कालेज के प्रधानाचार्य भूदेव सिंह, एसडी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डा. एसके गुप्ता आदि मौजूद रहे। संचालन शिक्षक भूदेव सिंह ने किया।

अशिक्षा असुरक्षित गर्भपात का मुख्य कारण

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। प्रदेश में अशिक्षा एवं जागरूकता के अभाव में असुरक्षित गर्भपात मातृ मृत्यु का बड़ा कारण है। सुरक्षित गर्भपात अधिनियम 1971 के अंतर्गत बीस सप्ताह तक के गर्भपात हेतु विनियमन किया गया है जहां मातृ मृत्यु के संबंध में अधिकतर जटिलताएं अकस्मात होती है तथा उनका पूर्वानुमान नहीं किया जा सकता। वहीं असुरक्षित गर्भपात से होने वाली जटिलताओं एवं मृत्यु को रोका जा सकता है। सुरक्षित गर्भपात अध्निियम 1971 के अनुपालन में जनपद में सुरक्षित गर्भपात सेवायें प्रदान करने के लिए सीएमओ डा. वीके जौहरी की अध्यक्षता में एक जनपद स्तरीय कमैटी का गठन किया गया है। कमेटी की आख्या के आधार पर सुरक्षित गर्भपात सेवाओं तथा सुरक्षित गर्भपात सेवा प्रदाताओं को परिवार कल्याण विभाग द्वारा संस्तुति के पश्चात पंजीकृत किया जायेगा। सीएमओ डा. वीके जौहरी ने बताया कि महिलाओं के सुरक्षित गर्भपात कराने के उद्देश्य से सीएमओ की अध्यक्षता में जनपदीय स्तरीय कमेटी का गठन कर नामित किया गया है। कमेटी में महेंद्र सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी, डा. अमिता गर्ग, वरिष्ठ परामर्शदाता, स्त्री रोग विशेषज्ञ, जिला महिला चिकित्सालय एवं श्रीमति बीना शर्मा समाजसेविका है। उन्होंने बताया कि यह कमेटी गर्भपात सेवा केंद्रों का पंजीकरण हेतु उस चिकित्सालय का निरीक्षण कर अवलोकन करेगी कि वह स्थान सुरक्षित गर्भपात के लिए उपयुक्त है अथवा नहीं तथा सेवा केंद्र में आवश्यक सफाई, स्वच्छता, उपकरण, औजार एवं औषधियां उपलब्ध हैं। इसके साथ ही अन्य आधारों पर भी रिपोर्ट तैयार कर महानिदेशक, परिवार कल्याण विभाग को प्रेषित की जायेगी। जहां से प्राप्त अनुमति होने के बाद ही वहसेवा केंद्र पंजीकृत किया जायेगा। उन्होंने जनपद की सभी महिलाओं से अपील कीकि वह अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा की दृष्टि से केवल ऐसे केंद्रों पर ही गर्भपात कराये जो पंजीकत हो तथा जहां प्रशिक्ष् िचिकित्सक के द्वारा गर्भपात किया जाता है।

कर्नाटक : ईश्वरप्पा के घर CBI का छापा

बेंगलुरू: कर्नाटक पुलिस ने भ्रष्टाचार के मामले में सोमवार को सूबे के उप मुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा के शिमोगा स्थित आवास पर छापेमारी की. बताया जा रहा है कि पुलिस ने भ्रष्टाचार के मामले में सबूत खोजने के लिए ईश्वरप्पा के घर छापा मारा.
क्या हैं आरोप
केएस ईश्वरप्पा पर भ्रष्टचार के जरिए संपत्ति हासिल करने का आरोप है. ईश्वरप्पा इस वक्त बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष भी हैं. लोकायुक्त अदालत के निर्देश पर पुलिस ने ये छापेमारी की है.
बेंगलुरू में एक पुलिस प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि ईश्वरप्पा और उनके पारिवारिक सदस्यों से सम्बंधित सम्पत्ति के दस्तावेजों की जांच पड़ताल के लिए ये छापेमारी की गई है. पुलिस ने शिमोगा के वकील बी.विनोद की शिकायत पर ईश्वरप्पा, उनके बेटे केई कांतेश और बहू शालिनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच की औपचारिक शुरुआत की है. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि ईश्वरप्पा ने भ्रष्ट साधनों के जरिए अत्यधिक सम्पत्ति इकट्ठी की है.
छापेमारी का स्वागत 
कर्नाटक में कोप्पल यात्रा पर पहुंचे ईश्वरप्पा ने मीडिया से कहा कि वे छापेमारी का स्वागत करते हैं क्योंकि इससे सच्चाई बाहर आएगी. एफआईआर दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी के डर से ईश्वरप्पा और उनके परिवार के सदस्यों ने शिमोगा अदालत में अग्रिम जमानत की याचिका दाखिल की है. इस याचिका पर 27 दिसम्बर को सुनवाई होगी.
इस्तीफे की मांग ठुकराई
ईश्वरप्पा ने कांग्रेस की उप-मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग ठुकरा दी है. कांग्रेस की मांग थी कि निष्पक्ष जांच के लिए ईश्वरप्पा अपने पद से इस्तीफा दें. वो कर्नाटक में भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे भाजपा के नए नेता हैं. राज्य की 225 सदस्यीय विधानसभा में मौजूद पार्टी के 118 सदस्यों में से कई मंत्रियों सहित तकरीबन 80 सदस्यों के खिलाफ बेंगलुरू की अदालतों में भ्रष्टाचार के मामले हैं.
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रेप कानून में बदलाव के लिए बनी कमेटी

नई दिल्ली : चलती बस में गैंगरेप मामले में पुलिसिया लापरवाही और ऐसी घटनाएं दुबारा न हों, इसके लिए पूर्व चीफ जस्टिस जे.एस. वर्मा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय आयोग बनाया गया है. दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त धर्मेद्र कुमार (लॉ एंड आर्डर) ने ये जानकारी दी.
धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि जस्टिस वर्मा की अध्यक्षता में गठित आयोग में जस्टिस ललिता सेठ और पूर्व सोलीसीटर जनरल गोपाल सुब्रमण्यम सदस्य होंगे. उन्होंने कहा कि गैंगरेप मामले की जल्द सुनवाई के लिए दिल्ली हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील दयान कृष्णन को स्पेशल प्रोसीक्यूटर नियुक्त किया गया है. मामले को जल्द निपटाने की कोशिश की जाएगी. घटना के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई के मसले पर उन्होंने ने कहा कि गठित आयोग इसकी जांच करेगा. दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी. दुष्कर्म के मामलों में सजा के प्रावधान पर विशेष आयुक्त ने कहा कि आयोग इसकी भी समीक्षा करेगा.
धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि दिल्ली में चल रहे आंदोलन को कुछ लोगों ने हाइजेक कर लिया है. असामाजिक तत्व भी भीड़ में शामिल हो गए हैं. वे माहौल बिगाड़ रहे हैं. इसलिए पुलिस को सख्ती करनी पड़ रही है. 
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उत्तर भारत में गिरा तापमान

नई दिल्ली (एसएनएन): पूरा उत्तर भारत शीत लहर और घने कोहरे की चपेट में आ चुका है. ठंड के चलते लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. जगह-जगह कोहरे के चलते ट्रेन और हवाई यातायात ठप पड़ गए हैं. राजधानी दिल्ली में कोहरे और ठंड ने आम जनता की मुश्किलों को दोगुना कर दिया है.
उत्तर भारत में तापमान कुछ यूं रहा -
-दिल्ली 12°, 7°
-लखनऊ 11°, 7°
-पटियाला 13°, 6°
-जम्मू-कश्मीर 8°, 0°
-भुवनेश्वर 21°, 13°
-पटना 13°, 9°
इन सभी जगहों पर तापमान की गिरावट के साथ-साथ कोहरे की सफेद चादर से यातायात प्रभावित हो रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में कोहरा छाया रहेगा और तापमान में खासी गिरावट देखने को मिलेगी. हालांकि घूप निकलने की मौसम विभाग ने कोई संभावना नहीं जताई है.
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निठारी कांड : 5वीं हत्या को लेकर कोली को फांसी

गाजियाबाद :  एक स्थानीय अदालत ने नोएडा के निठारी इलाके में साल 2005 में पांच वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म करने और उसकी हत्या करने के मामले में घरेलू नौकर सुरेंद्र कोली के खिलाफ सोमवार को मृत्युदंड की सजा सुनाई.
गौरतलब है कि साल 2005 में निठारी में महिलाओं और बच्चों की लगातार हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया था. निठारी कांड से जुड़ा ये पांचवा मामला है. जिसमें कोली को दोषी ठहराया गया है. सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एस लाल ने कोली के खिलाफ सजा सुनाई.
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गैंगरेप : कल रात से लड़की की हालत बिगड़ी

नई दिल्‍ली (एसएनएन) : आठ दिन पहले चलती बस में गैंगरेप की शिकार हुई लड़की की हालत में सुधार नहीं हो रहा है. सफदरजंग अस्‍पताल के डॉक्‍टरों ने सोमवार को हेल्थ बुलेटिन जारी करते हुए कहा कि लड़की की हालत स्थिर है, लेकिन नाजुक बनी हुई है. लड़की को फिर से वेंटिलेटर पर रखा गया है.

डॉक्टरों ने कहा कि परसों के मुकाबले आज लड़की की हालत बिगड़ी है. रविवार की रात अचानक लड़की की स्थिति खराब हो गई थी. इंफेक्शन की वजह से लगातार खून बह रहा है. हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि प्लेटलेट्स बढ़कर 70 हजार हो गया है और लड़की की किडनी काम कर रही है. साथ ही सांस लेने में सुधार हुआ है. उसके WBC काउंट 60,000 हैं और बिलूरबिन 5.5 है. लड़की और उसके माता-पिता का साइकोलॉजिकल टेस्ट किया गया है, जिसमें ये साबित हुआ कि इतनी बुरी सेहत के बावजूद लड़की मनोवैज्ञानिक रूप से काफी मजबूत है. गौरतलब है कि परसों यानि शनिवार को लड़की की हालत में सुधार की खबर आई थी, डॉक्टरों के मुताबिक, उस दिन लड़की ने जूस लिया था और अपने परिवार वालों से हल्की-फुल्की बातचीत भी की थी, लेकिन कल रात से लड़की की हालत फिर से बिगड़ गई और उसे फिर से वेंटिलेटर पर रखना पड़ा है.
सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीडी अथानी ने बताया कि उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है. लड़की की स्थिति पर बराबर नजर रखी जा रही है. इंफेक्शन को फैलने से रोकने के लिए एंटीबायोटिक की अधिक खुराक और साफ-सफाई पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है
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बिहार में अपराधियों की आंखों में तेजाब डाला

अररिया: बिहार के अररिया जिले में रविवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने दो अपराधियों की पिटाई की और उनकी आंखों में तेजाब डाल दिया. पीड़ितों में एक की दोनों आंख खराब हो गई है, जबकि दूसरे की एक आंख खराब हुई है. पुलिस ने एक पिस्तौल के साथ दर्जन भर कारतूस बरामद किए हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि परमानंदपुर पंचायत में मुखिया पद को लेकर पिछले बीस दिसंबर को उप चुनाव हुआ. इसमें परमानंदपुर-हिंगना के मुन्ना ठाकुर और ब्रह्मादेव मंडल के घर से उम्मीदवार खड़े हुए पर दोनों हार गए. इसे लेकर दोनों पक्षों में तनाव था.
शनिवार देर शाम मुन्ना ठाकुर और ब्रह्मादेव के बीच बहस हो गई. इस पर मुन्ना ने फायरिंग की. रविवार सुबह ब्रह्मादेव की ओर से कुछ लोग पंचायत के लिए मुन्ना ठाकुर को बुलाने गए. इस पर मुन्ना ठाकुर, कन्हैया और अन्य साथियों ने उन लोगों को पीटा और फायरिंग भी की. गोलीबारी पर वहां सैंकड़ों लोग जुट गए और बवाल बढ़ गया.
मुन्ना की मां ने बताया कि ग्रामीणों ने सीरिंज से उसके बेटे की आंख में तेजाब डाल दिया. ऐसे ही कन्हैया की दोनों आंखें बुरी तरह जख्मी हो गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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Sunday, December 23, 2012

पुलिस हुई सख्त, प्रदर्शन हुआ उग्र

नई दिल्ली : गैंगरेप मामले को लेकर इंडिया गेट पर हो रहे प्रदर्शनों को लेकर पुलिस ने अपना रवैया कड़ा कर दिया है. प्रदर्शनकारियों पर जहां एक तरफ लाठी चार्ज किया जा रहा है, वहीं इस कंपकपाती ठंड में उन पर पानी की बौछार भी की जा रही है. पुलिस ने महिलाओं पर भी लाठी चार्ज किया, जिससे कइयों को चोटें आई हैं. पुलिस के लपेटे में मीडियाकर्मियों के साथ-साथ उनके इक्विपमेंट्स भी आ गए हैं. मीडियाकर्मियों पर पानी की बौछार से कइयों के कैमरे भी खराब हो गए हैं.
उधर, पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच हो रही झड़पों के बीच दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पत्थरबाजी भी की. यही नहीं, इंडिया गेट से मीडिया को भी हटाने की कोशिश की गई. इस अफरातफरी में मीडियाकर्मियों को भी चोटें लगीं और उनके कैमरे भी टूट गए.
वहीं पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प में एक पुलिसकर्मी जख्मी हो गए, जिन्हें एक सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. पुलिस जैसे-जैसे भीड़ कम करने की कोशिश कर रही है, लोगों का हुजूम और अधिक संख्या में इंडिया गेट पर इकट्ठा होता जा रहा है.
गौरतलब है कि इंडिया गेट और पूरी दिल्ली में धारा-144 लगाई गई है, बावजूद इसके लोगों का कारवां इंडिया गेट पहुंच रहा है अपना विरोध जाहिर करने. जनता का बढ़ता आक्रोश इस बात की तसदीक करता है कि इस घटना के प्रति लोगों में काफी रोष है और वे किसी की भी सूरत में इंसाफ चाहते हैं. न केवल इस घटना के प्रति, बल्कि महिलाओं के प्रति दिनोंदिन बढ़ते अपराधों और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने से भी लोगों के अंदर काफी नाराजगी है.
ज्ञात हो कि बीती 16 दिसंबर की रात 9:30-11:00 बजे के बीच सफेद रंग की एक प्राइवेट बस में 23 वर्षीय एक युवती के साथ वसंत विहार इलाके में 6 लोगों ने गैंगरेप किया था. 
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'दिल्ली काहिरा का तहरीर चौक नजर आ रही है।'

'दिल्ली काहिरा का तहरीर चौक नजर आ रही है।'
नई दिल्ली.  दिल्ली में राष्‍ट्रपति भवन के बाहर हजारों की तादाद में प्रदर्शनकारियों ने गैंगरेप के आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग की। फिल्मकार शेखर कपूर  ने ट्वीट किया, 'दिल्ली काहिरा का तहरीर चौक नजर आ रही है।' 
जनता का आक्रोश सिर्फ सड़कों पर ही नहीं उतरा बल्कि लोग ट्विटर और फेसबुक पर भी राजपथ की तस्वीरें साझा कर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस पर सिक्के और चूड़ियां भी उछालीं।
 
दिल्ली पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित रही। पहले पुलिस ने उनके ऊपर पानी की बौछार की थी, लाठियों से भी वार किया था और आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे। लेकिन वे काबू में नहीं आए। तब पुलिस भी नरम पड़ गई। प्रदर्शनकारियों के गुस्से के बाद सरकार लोगों से बातचीत के लिए तैयार हो गई है। 
 
रात 8.45 बजे
 
विजय चौक पर प्रदर्शन कर  रहे लोगों पर पुलिस ने एक बार फिर किया लाठीचार्ज। कुछ लड़कियां घायल हुईं हैं जबकि राष्ट्रपति भवन के मेन गेट से कुछ दूरी पर अभी भी हजारों लोग जमा हैं। दिल्ली में ठंड़ बहुत ज्यादा है, जिसकी वजह से कुछ लोग प्रदर्शन स्थल से जा भी रहे हैं।
 
 
रात 8.25 बजे
 
शिंदे ने कहा बलात्कारियों की सजा बढ़ाने कानून में होगा संशोधन। फांसी पर संसद में होगा विचार। रात में ज्यादा नहीं चलेंगी बसें, लगेंगे जीपीएस सिस्टम। महिलाओं की सुरक्षा के लिए उठाए जाएंगे कदम। बलात्कार की सजा के लिए प्रदर्शनकारियों से आंदोलन वापस लेने की अपील। घटना के लिए जिम्मेदार किए जाएंगे सस्पेंड। 
 
 रात 8.10 बजे
 
शिंदे के वादे का प्रदर्शनकारियों पर असर नहीं। इंडिया गेट पर नारेबाजी तेज। प्रदर्शनकारियों के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से की थी मुलाकात। शिंदे की पीसी शुरू
 
रात  8.00 बजे
 
 प्रदर्शनकारियों से मिले गृहमंत्री शिंदे, मांगे माने जाने का दिलाया भरोसा
 
शाम 7.45 बजे
 
सरकार बदल सकती है कानून।  इंडियागेट पर ठंड के बावजूद लोगों की संख्या में नहीं आ रही कमी। शिंदे के बयान का इंतजार। 
 
शाम 7.30  बजे 
 
जांच के लिए न्यायिक आयोग बना सकती है सरकार। शिंदे की प्रेस कॉन्फ्रेंस कुछ देर में। राजघाट पर नारेबाजी जारी।
 
शाम 7. 20   बजे 
 
सोनिया ने की प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से बात। 7.30 बजे शिंदे देंगे बयान।
 
शाम 6.55  बजे 
 
 देश के गुस्से के आगे सरकार ने दिए झुकने के संकेत। लाठीचार्ज में 25 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर। आरएमआई अस्पताल पहुंचे घायल।
 
शाम 6.45 बजे 
 
 
फास्ट ट्रेक कोर्ट का हो सकता है ऐलान, सुरक्षा गश्त बढ़ाने की भी हो सकती है घोषणा। सख्त कानून बनाने की भी दे सकते हैं आश्वासन। दिल्ली पुलिस ने लोगों से की शांति बनाए रखने की अपील। भीड़ हटने को तैयार नहीं। 
 
शाम 6.35 बजे 
 
कुछ देर में गृहमंत्री देंगे बयान। प्रधानमंत्री आवास पर मनमोहन सिंह के साथ हुई थी बैठक। इंडिया गेट पर लोगों की नारेबाजी तेज। 
 
शाम 6.25 बजे 
 
पीएम-गृहमंत्री की बैठक खत्म। डेढ़ घंटे चली बैठक। इंडिया गेट पर लोगों की भारी भीड़। लाठीचार्ज पर नाराजगी। 
 
शाम 6.15  बजे 
 
विजय चौक पर आरएएफ तैनात। राजघाट पर नारेबाजी शुरू। लोग हटने को तैयार नहीं।
 
शाम 6.00  बजे 
 
पुलिस ने विजय चौक खाली कराया। प्रदर्शनकारियों को राजपथ की ओर खदेड़ा। राजपथ पर अफरा-तफरी का माहौल। 
 
शाम 5.51 बजे 
 
पुलिस ने विजय चौक खाली कराया। प्रदर्शनकारियों को राजपथ की ओर खदेड़ा। राजपथ पर अफरा-तफरी का माहौल।  पुलिस ने लाठीचार्ज तेज किया। पुलिस बल की संख्या बड़ी। भिड़ंत जारी
 
शाम 5.50 बजे 
 
पुलिस ने दिन में 6ठी बार लाठीचार्ज करके  प्रदर्शनकारियों को विजय चौक से खड़ेदा। प्रदर्शनकारी पीछे हटे। प्रदर्शनकारी इंडिया गेट की ओर भागे। 
 
शाम 5.30 बजे
 
विजय चौक पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हिंसक भिड़ंत। विजय चौक के आधे हिस्से को पुलिस ने खाली कराया। बसों के शीशे टूटे। लाठीचार्ज के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को विजय चौक के कुछ हिस्से से हटाया। 
 
शाम 5.25 बजे
 
पुलिस पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने में जुटी।
 
शाम 5.20 बजे
 
राजपथ पर भीड़ बढ़ी। भीड़ ने संसद भवन की ओर जाने की कोशिश की। पुलिस ने भीड़ को दौड़ाया। प्रदर्शनकारियों ने पानी की बोतलें पुलिस पर फेंकी। भगदड़ का माहौल।
 
शाम 5.12 बजे
 
सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, 'मैंने इस संबंध में महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ से भी बात की है।' सुषमा स्वराज ने ट्वीट करके जानकारी दी कि प्रधानमंत्री संसद का विशेष सत्र बुलाने की उनकी पर विचार करने का भरोसा दिया है। सुषमा ने प्रधानमंत्री से संसद का विशेष सत्र बुलाकर महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए सख्त कानून लाने की मांग की थी। 
 
शाम 5.10
 
बजे गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे प्रदर्शनकारियों से मुलाकात करेंगे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गृहमंत्री से मुलाकात के लिए प्रतिनिधिमंडल बनाने का आग्रह किया। 
 
शाम 4.50
 
बजे टाइम्स नाऊ से बातचीत में बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा, 'जो लोग राष्ट्रपति भवन के सामने जुटे हैं वो भाजपा के नहीं है, वो देश के सामान्य नागरिक हैं जो अपने गुस्से का इजहार कर  रहे हैं। वो हमारे बच्चे हैं। और  हमारी सरकार हमारे बच्चों पर ही बल प्रयोग कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को सभी राजनीतिक दलों से बात करके संसद में आपात सत्र बुला कर मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए। लेकिन इस सबके लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की चुप्पी टूटनी जरूरी है। दुखद यह है कि वो देश के युवाओं से भी संवाद नहीं कर रहे हैं।'
 
 
शाम 4 बजकर 36 मिनट पर सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, 'ऐसे जघन्य अपराधों के मामले में सजा-ए-मौत देने के लिए कानून बनाने के लिए मैं प्रधानमंत्री से संसद के विशेष सत्र की मांग कर रही हूं।' इससे पहले सुषमा ने ट्वीट किया, 'मैं हमेशा कहती रही हूं कि बलात्कारी को सजा-ए-मौत दी जानी चाहिए। मैंने इसके लिए एक प्राइवेट मेंबर बिल भी संसद में पेश किया है। लोगों का गुस्सा जायज है।'
 
शाम 4.17 बजेः प्रधानमंत्री ने अपने फेसबुक पेज से देश को गृहमंत्री को दिए गए निर्देशों की जानकारी दी। पीएम के फेसबुक पेज पर एक तस्वीर भी साझा की गई। पीएम ने गृहमंत्री से कहा कि दिल्ली में सुरक्षा का भाव पैदा हो और ऐसी घटना दोबारा न हो। 
 
शाम 4.09 बजेः  पीटीआई की खबरः गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने प्रधानमंत्री से बात करके घटना पर चर्चा की। पीएम ने कहा है कि दोबारा ऐसी घटना न हो और लोगों में सुरक्षा का भाव पैदा हो। पीएम ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तमाम जरूरी कदम उठाने के निर्देश भी गृहमंत्री को दिए।
 
शाम 4 बजे एबीपी न्यूज चैनल से बातचीत में गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने कहा कि यदि सभी चाहेंगे तो दोषियों को फांसी देने पर भी विचार किया जाएगा। आरपीएन सिंह ने यह भी कहा कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले किसी भी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने दिल्ली पुलिस पर नजर रखने के लिए दिन और रात में अकस्मात दौरे करने की बात भी कही। 
 
 
शाम 3 बजकर 45 मिनट पर दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की कोशिश शुरु की। दिल्ली पुलिस की ओर से घोषणा करते हुए कहा गया- दिल्ली पुलिस आपके साथ है, हम चाहते हैं कि हम आपसे बात करें, आपकी मांगों को सुने। हम निवेदन करते हैं कि आप शांति बनाकर रखें, व्यवस्था को भंग न करें। लोगों के बीच में से कुछ लोग आकर हमसे बात करें। 
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