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Friday, December 14, 2012

कृति अल्ट्रासाउंड सेंटर सील, सिटी मजिस्ट्रेट ने छापा मारा, संेटर संचालक मौके से फरार

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। डीएम सुरेन्द्र सिंह के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रमणि त्रिपाठी एवं महिला सीएमएस डा. रंजना चौधरी ने नगर के चर्चित अल्ट्रासांउड केंद्र कृति अल्ट्रासाउंड सहित दो नर्सिंग होमों पर छापा मारा। भारी अनियमितताओं के चलते उक्त अल्ट्रासांउड सैंटर को सील कर दिया गया। पुलिस ने मौके से एक चिकित्सक को अपनी हिरासत में ले लिया जबकि अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालक डा. अशोक गुप्ता पुलिस की आंखों में धूल झांेक कर फरार हो गया।
उल्लेखनीय है कि जनपद में डीएम के निर्देश पर प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अल्ट्रासांउड सेंटरों पर छापामार अभियान चलाये हुए है। तीन दिन पूर्व दो अल्ट्रासांउड सेंटरों पर छापा मारकर एक चिकित्सक को गिरफ्तार किया तथा दो अल्ट्रासाउंड सेंटरों को सील कर दिया गया था।
आज दोपहर सिटी मजिस्ट्रेट डा. इंद्रमणि त्रिपाठी एवं जिला चिकित्सालय की महिला सीएमएस डा. रंजना चौधरी ने पुलिस के बल के साथ टाउनहाल रोड पर कृति अल्ट्रासांउड सेंटर पर छापा मारा। छापामार टीम के वहां पहुंचते ही हडकम्प मच गया। अधिकारियों ने मौके पर सारे कागजात अपने कब्जे में ले लिये। एमबीबीएस चिकित्सक डा. वीके शर्मा अल्ट्रासांउड करते मिले। प्रशासनिक अधिकारियों ने अल्ट्रासांउड केंद्र में मेज नी देवी देवताओं की मूर्तियों भी रखी मिली। सिटी मजिस्ट्रेट ने अल्ट्रासांउड केंद्र के समस्त कागजातों को अपनी सुपुदगी में लेते हुए सैंटर सील कर दिया।
उक्त चर्चित अल्ट्रासाउंड सेंटर का संचालक डा. अशोक गुप्ता बीएएमएस डिग्री धारक है जो अल्ट्रासाउंड करने के लिए पर्याप्त डिग्री नहीं है। इसके बाद छापामार टीम नई मंडी स्थित डा. आरसी माहेश्वरी के नर्सिग होम पर पहुंचे तथा वहां कागजातों की जांच की। जांच में सब कुछ सही पाया गया। इसके बाद अधिकारी अलमासपुर स्थित वशिष्ठ नर्सिग होम पर पहुंचे तथा वहां छापा मारकर कागजातों की जांच की।
महिला सीएमएस डा. रंजना चौधरी ने बताया कि पीसीपीएनडी एक्ट के अनुसार कोई भी बीएएमएस चिकित्सक यदि अल्ट्रासाउंड करते हुए पाया जाता है तो यह कानून का उल्लंघन है। उन्होंने बताया कि कृति अल्ट्रासाउंड सेंटर पर रिकार्ड भी नियमों के अनुसार नहीं पाया गया और उक्त अल्ट्रासाउंड सेंटर में मंदिर के अलावा भगवान गणेश व लक्ष्मी आदि की मूर्तियों भी लगाई गई थी जो पीसीपीएनडीटी एक्ट के उल्लंघन में आती हैं। नियम के अनुसार लिंग परीक्षण पर पूर्णतः रोक है और इसके लिए अल्ट्रासाउंड सेंटर के कक्ष में कोई भी ऐसी तस्वीर नहीं लगा सकते जो लिंग का निर्धारण करने का प्रतीक हो। उन्होंने बताया कि कृति अल्ट्रासाउंउ सेंटर के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया कृति अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भारी गड़बड़ी चल रही थी। छापामार कार्यवाही के दौरान जिला ब्लड बैंक के प्रभारी डा. पीके त्यागी, डा. संजय भटनागर आदि मौजूद रहे।

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