मुजफ्फरनगर शामली की ईंट निर्माता समिति के पदाधिकारियों ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि अट्ठारह दिसम्बर को पूरे देश के भट्टा मालिकों ने अपनी मांगों को लेकर ससंद का घेराव किया था। रामलीला ग्राउंड से संसद के घेराव के लिए लगभग दो लाख भट्टा मालिक और उनसे जुडे कर्मचारियों ने पैदल मार्च किया। ससंद भवन से पहले ही बैरिकेटिंग के पास पुलिस द्वारा भट्टा मालिकों एवं कर्मचारियों पर जबरदस्त लाठी चार्ज किया गया जिसमें अनेकों भट्टा मालिक व कर्मचारी घायल हो गये। मुजफ्फरनगर के भट्टा स्वामी राजेंद्र सिंह तोमर, सरदार रणधीर सिंह, शमशाद अली व हाजी मुजीबुर्रहमान सहित कई भट्टा मालिकों सहित कई कर्मचारियों को चोटे आई। भट्टा स्वामियों ने चेतावनी दी है कि यदि पन्द्रह दिन के भीतर केंद्र सरकार ने उनकी समस्याओं का समाधान कराकर भट्टा चलवाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की तो दिल्ली को आपूर्ति होने वाली सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पूरी तरह से बाधित कर दी जायेगी तथा दिल्ली के रास्ते जाम कर दिये जायेंगे। लेखराज सिंह ने कहा कि भट्टे बंद होने से लगभग दो करोड़ व्यक्ति प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बेरोजगार हो गये हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में भट्टा व्यवसायी ही ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराता है। उन्होंने कहा कि जब तक एमआईओएफ का काला कानून वापस नहीं लिया जायेगा तब तक केाई भी भट्टा चलाने की स्थिति में नहीं होगा। प्रेसवार्ता में भूपेंद्र मलिक, बलराम तायल, शमशाद अहमद, प्रवेंद्र सिंह, नीरज बालियान, दिग्विजय सहित अनेक भट्टा मालिक मौजूद रहे।
Wednesday, December 19, 2012
भट्टा मालिकों को न्याय न मिला तो दिल्ली के रास्ते होंगे जाम
मुजफ्फरनगर शामली की ईंट निर्माता समिति के पदाधिकारियों ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि अट्ठारह दिसम्बर को पूरे देश के भट्टा मालिकों ने अपनी मांगों को लेकर ससंद का घेराव किया था। रामलीला ग्राउंड से संसद के घेराव के लिए लगभग दो लाख भट्टा मालिक और उनसे जुडे कर्मचारियों ने पैदल मार्च किया। ससंद भवन से पहले ही बैरिकेटिंग के पास पुलिस द्वारा भट्टा मालिकों एवं कर्मचारियों पर जबरदस्त लाठी चार्ज किया गया जिसमें अनेकों भट्टा मालिक व कर्मचारी घायल हो गये। मुजफ्फरनगर के भट्टा स्वामी राजेंद्र सिंह तोमर, सरदार रणधीर सिंह, शमशाद अली व हाजी मुजीबुर्रहमान सहित कई भट्टा मालिकों सहित कई कर्मचारियों को चोटे आई। भट्टा स्वामियों ने चेतावनी दी है कि यदि पन्द्रह दिन के भीतर केंद्र सरकार ने उनकी समस्याओं का समाधान कराकर भट्टा चलवाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की तो दिल्ली को आपूर्ति होने वाली सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पूरी तरह से बाधित कर दी जायेगी तथा दिल्ली के रास्ते जाम कर दिये जायेंगे। लेखराज सिंह ने कहा कि भट्टे बंद होने से लगभग दो करोड़ व्यक्ति प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बेरोजगार हो गये हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में भट्टा व्यवसायी ही ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराता है। उन्होंने कहा कि जब तक एमआईओएफ का काला कानून वापस नहीं लिया जायेगा तब तक केाई भी भट्टा चलाने की स्थिति में नहीं होगा। प्रेसवार्ता में भूपेंद्र मलिक, बलराम तायल, शमशाद अहमद, प्रवेंद्र सिंह, नीरज बालियान, दिग्विजय सहित अनेक भट्टा मालिक मौजूद रहे।
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