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Thursday, December 20, 2012

पीएम बनने की मांग पर बोले मोदी, दिल्ली जाऊंगा, गुजरात (182) : बीजेपी (115), कांग्रेस (61), हिमाचल प्रदेश (68): बीजेपी (26), कांग्रेस (36)

पीएम बनने की मांग पर बोले मोदी, दिल्ली जाऊंगा

नई दिल्‍ली/अहमदाबाद/शिमला. गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव  के नतीजे आते ही देश में सियासी पारा चढ़ गया है। नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार गुजरात के सीएम बनने का रास्ता साफ हो गया है और बीजेपी राज्‍य में लगातार पांचवी बार सत्‍ता में आई है। जीत (पढ़ें: मोदी की जीत के कारण)  के बाद बीजेपी के कार्यालय पहुंचे मोदी ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, 'गुजरात के करोडो़ं भाई और बहनों का धन्यवाद। गुजरात चुनाव ने सिद्ध कर दिया है कि इस देश की जनता और इस देश के मतदाता, क्या अच्छा औऱ क्या बुरा है, यह भली भांति समझता है। और जब उसे स्वतंत्र रूप से निर्णय लेना होता है तो वह ऊंची सोच के साथ भविष्य को नजर में रखकर अपना फैसला सुनाता है। गुजरात के नतीजों ने यह सिद्ध कर दिया कि लोकतंत्र की इस लंबी प्रक्रिया के दौरान गुजरात का मतदाता कितना मैच्योर हुआ है। सारे लोभ लालच, भांति-भांति के जहर से ऊपर उठकर वोट दिया। मतदाताओं ने सोचा कि अगर गुजरात का भला होगा तो मेरा भी भला होगा। देश के पॉलिटिकल पंडितों को समझना होगा कि देश ने 80 के दशक के जातिवादी जहर को देखा और महसूस किया है। गुजरात के मतदाता यहां कभी भी 80 के दशक का हाल दोबारा नहीं चाहते। गुजरात के मतदाता जातिवाद, क्षेत्रवाद से ऊपर उठ चुके हैं। आने वाली पीढ़ी के बारे में लोग सोच रहे हैं।'  
 समर्थकों के बीच प्रधानमंत्री बनने के नारों पर गौर करते हुए मोदी ने कहा, 'आपकी इच्छा है तो मैं 27 को दिल्ली जाऊंगा। मैं मां भारती की सेवा कर रहा हूं। गुजरात की जनता की सेवा कर रहा हूं तो देश की ही सेवा कर रहा हूं। यह उपलब्धि बीजेपी की है। यह टीम गुजरात है। मैं टीम का छोटा सा हिस्सा हूं।'  
 मोदी ने कहा, 'गुजरात की 6 करोड़ जनता हीरो है। अगर कुछ सीखना है तो गुजरात के आम मतदाता से सीखिए। झूठे वादे से हटकर जनता की आकांक्षाओं को पूरा करना चाहिए। सामान्य आदमी सुशासन के लिए लालायित हुआ है। देश के लोकतंत्र की भलाई इसी में है कि हम जनता की आकांक्षा को समझें। हमने तत्कालीन लाभ के बारे में नहीं सोचा। कई कठोर निर्णय लिए। कुछ नेताओं, कुछ गांवों, मेरे साथियों को भी लगा होगा कि मैं ऐसा क्यों कर रहा हूं। लेकिन मैंने जो भी किया वह गलत इरादे से नहीं किया और परात्मा ने जो रास्ता दिखाया, उसी पर चला। लोगों ने मेरे कठोर निर्णयों को गले लगाया और मेरा समर्थन किया। आपका साथ ही मुझे ताकत देता है। मन में एकमात्र सपना-मेरा गुजरात, मेरा गुजरात। सरकारी मुलाजिमों ने भी बीजेपी को वोट दिया। मैं अपने ५ लाख कर्मयोगियों का भी अभिनंदन करता हूं। मैंने दस साल में उनसे इतना काम लिया है, जितना वे 25 साल में भी नहीं करते। लोकतंत्र में किसी को दुश्मन नहीं मानता हूं। आज जनता ने खेल भावना दिखाते हुए मुझे जीत दिलाई। बचपन से मुझे जो संस्कार मिले हैं, उनमें इस पल तक कोई गिरावट नहीं आने दिया। तनावों के बीच भी संस्कारों पर कायम रहा हूं। लेकिन अगर मुझसे कोई गलती हो गई हो, तो आप सभी से क्षमा मांगता हूं।' 
 

मोदी ने कहा, 'यह नए युग की शुरुआत है। आने वाले पांच साल के हर पल जनता जनार्दन को समर्पित है। मेरी तरफ से परिश्रम में कोई कमी नहीं रहेगी। मुझे ईश्वर ने जो भी क्षमता दी है, उसका उपयोग धरती की भलाई में लगाऊंगा। आपने बीजेपी को वोट दिया है। मेरे लिए जनता जनार्दन ईश्वर का रूप है। लेकिन आज मैं व्यक्तिगत तौर पर कुछ मांगने आया हूं। आपने मुझे सत्ता तो दी, लेकिन आप मुझे आशीर्वाद दीजिए ताकि आगे भी हमसे कोई गलती न हो। आप आशीर्वाद दीजिए ताकि गलती से भी मेरे हाथों से किसी का बुरा न हो। यह विजय नरेंद्र मोदी की नहीं, मेरे 6 करोड़ गुजरातियों की है। यह विजय हिंदुस्तान की उस जनता की है, जो बरसों से देश का भला चाहती है। मैंने कहा था कि पैसे परास्त होंगे और पसीना जीत जाएगा। लाखों कार्यकर्ताओं के पसीना, उनके समर्पण और कठिन से कठिन परिस्थिति में मेहनत के आगे सिर झुकाता हूं।'  
 मोदी ने तीसरी बार चुनाव जीतने को अहम बताते हुए कहा कि आजकल दूसरी बार चुनाव जीतना ही बड़ी चुनौती होती है। मोदी ने कहा, 'अब विकास नीचे से ऊपर तक झूठ बोला। मैं गुजरात की जनता का अभिनंदन करता हूं कि झूठ के बवंडर के बीच से उन्होंने सत्य को खोजा, स्वीकारा और समर्थन किया।' 
 नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन से पहले ट्वीट किया, 'जनता की सेवा करने का मौका देने के लिए गुजरात की 6 करोड़ जनता और भगवान का धन्यवाद। उन सबका शुक्रिया जिन्होंने वोट दिया और जिन्होंने नहीं दिया उनका वोट पाने के लिए कड़ी मेहनत करूंगा।'
 हिमाचल में पांच साल बाद कांग्रेस की वापसी हो रही है। यहां बीजेपी ने अपनी हार स्‍वीकार कर ली है। लेकिन, हिमाचल में सीएम की कुर्सी को लेकर कांग्रेस के भीतर घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी विरेंद्र कुमार ने कहा है कि वीरभद्र सिंह सीएम पद के अकेले दावेदार नहीं है। अगर वे अकेले ही दावेदार होते तो दि‍ल्ली में विधायक दल की बैठक नहीं बुलाई जाती। मीडिया की ओर से पूछ गए सवाल के जवाब देते हुए उन्‍होंने कहा कि विधायक दल की बैठक में जो भी फैसला किया जाएगा उसे कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के पास भेज दिया जाएगा। अंतिम मुहर सोनिया गांधी ही लगाएंगी कि हिमाचल का मुख्‍यमंत्री कौन होगा। उधर, सीएम की कुर्सी को लेकर जोड़ तोड़ और लॉबिंग शुरू हो गई है।
 बीजेपी ने गुजरात में 115 और कांग्रेस ने 61 सीटें जीती हैं। 6 सीटें अन्य उम्‍मीदवारों के खाते में गई हैं। जेडी (यू) ने एक सीट जीतकर अपना खाता खोला है। यहां पार्टी ने बीजेपी से अलग चुनाव लड़ा था।  गुजरात में मोदी ने लगातार तीसरी बार चुनाव जीता है। वहीं, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने 36 और बीजेपी ने 26 सीटें जीती हैं। अन्य के खाते में 6 सीटे गई हैं। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने सत्ता में पांच साल बाद वापसी की है। 
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