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Sunday, December 23, 2012

किसान नेता चरण सिंह की जयंती धूमधाम से मनाई, सपा, रालोद कार्यकर्ताओं ने आयोजित किये कार्यक्रम

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर समाजवादी पार्टी, रालोद कार्यालय, वर्मा पार्क, टाउन हाल परिसर स्थित चौ. चरण सिंह की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
सपा कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में यज्ञ, हवन के उपरान्त चौधरी चरण सिंह के जीवन पर विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। महावीर चौक स्थित सपा कार्यालय पर सवेरे यज्ञ का आयोजन किया गया। उसके बाद चौधरी चरण सिंह व्यक्तित्व एवं कृतित्व विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी के आरम्भ में देहात क्षेत्र से आये रागिनी गायकों ने मनमोहनक रागिनी प्रस्तुत कर सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। गोष्ठी में सपा की राष्ट्रीय महासचिव पूर्व मंत्री श्रीमती अनुराधा चौधरी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने अपना सम्पूर्ण जीवन किसानों की सेवा में लगा दिया। एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे चौधरी चरण सिंह ने सत्ता के शिखर तक पहुंचकर साबित कर दिया कि यदि हौसले बुलंद हो तो प्रतिभा को कोई नहीं रोक सकता। अनुराधा चौधरी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने कहा था कि किसान की खुशहाली का रास्ता गांव की पंखडंडियों से होकर गुजरता है। उन्होंने कहा कि अगर किसान खुशहाल होगा तो देश खुशहाल होगा। पूर्व मंत्री वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने किसान हितों के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया तथा उन्होंने पूरी ईमानदारी से अपना जीवन समाज के लिए समर्पित कर दिया। पूर्व सांसद अमीर आलम ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे युगपुरूष बिरले ही होते है जो ईमानदारी से राजनीति के दलों में रहते हुए भी स्वच्छ रहते हैं। सपा सरकार के मंत्री चितरंजन स्वरूप ने भी चौधरी चरण सिंह के जीवन पर अपने विचार रखे। सपा के जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने भी चौध्री चरण सिंह को किसानों का सच्चा अनुयायी बताते हुए उन्हें ईमानदारी की प्रतिमूर्ति बताया। गोष्ठी में राशिद सिद्दीकी, वरिष्ठ सपा नेता अब्दुल्ला राणा, पूर्व विधायक महावीर आजाद, संदीप मलिक, प्रवीण मलिक, गौरव जैन, विक्की प्रमुख कूकड़ा, बोबी त्यागी, काजी अरशद, अंसार आढ़ती, मौ. हसन कोही, डा. नरेश, गौरव जैन, राकिब कुरैशी, मनुप्रिय मजदूर सहित काफी संख्या में सपाई मौजूद रहे।
वहीं किसानो के मसीहा तथा देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 110 वीं जंयती के अवसर पर रालोद कार्यालय पर हवन पूजन का आयोजन किया गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष सहित अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। देश के पूर्व प्रधानमन्त्री चौधरी चरण सिंह की 110 वीं जयंती पर सरकुलर रोड स्थित रालोद कार्यालय पर जिलाध्यक्ष तथा पूर्व मंत्री धर्मवीर सिंह बालियान की मौजूदगी में हवन पूजन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में पार्टी जिलाध्यक्ष धर्मवीर सिंह बालियान व पूर्व विधायक राजपाल सिंह बालियान ने कहा कि चौधरी साहब ने किसानांे की ही नही बल्कि देश व समाज के हितों के लिए अनेक कार्य किए। यही कारण है कि वे आज भी उतने लोकप्रिय हैं जितने उस समय थे। ऐसे अनेक उदाहरण हैं जिनकी वजय से उन्हंे किसानांे की मसीहा की संज्ञा दी गई। इस दौरान धर्मवीर सिंह बालियान, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीराम तोमर, जिला बार संघ अध्यक्ष राजेश्वर दत्त त्यागी, चंदन चौहान, मनु मलिक, डा. हाशिम रजा जैदी, गजेन्द्र सिंह, युवा नेता संजय राठी, हरेन्द्र शर्मा आदि अनेक लोग मौजूद रहे।
वहीं दूसरी ओर जनपद जाट महासभा के तत्वाधान मंे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की 110वीं जयंती के अवसर पर गांधी कालोनी स्थित चौधरी चरण सिंह सभागार में सैंकड़ों लोगो की मौजूदगी में चौधरी चरण सिंह की आदमकद मूर्ति का अनावरण किया गया। मुर्ति का अनावरण परम पूज्य स्वामी ओमानन्द जी महाराज द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे पहंुचे स्वामी ओमानन्द ब्रह्मचारी ने अपने सम्बोधन मे कहा कि चौधरी साहब ने स्वतंत्रता सेनानी, अर्थशास्त्री और वैदिक संस्कृति के सच्चे पुजारी के रूप में काम किया। ब्रह्मलीन स्वामी कल्याणदेव महाराज तथा चौधरी चरण सिंह के आत्मीय सम्बन्ध के विषय में वृतान्त भी सुनाए। इस अवसर पर पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक ने अपने सम्बोधन मे कहा कि उन जैसे सैंकड़ों युवाओं ने चौधरी साहब के चरणांे की धूल माथे पर लगाकर राजनीति सीखी है। इस दौरान जनपद जाट महासभा के जिलाध्यक्ष चौधरी रामपाल वर्मा जिला महासचिव, चौ. देवी सिंह सिम्भालका, डा.वेदपाल सिंह, प्राचार्य डा. नरेश कुमार आदि समाज के अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
वहीं दूसरी ओर पीजेन्ट वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक संगठन के अध्यक्ष बालियान ने चौधरी चरण सिंह के जन्म दिवस पर अपने निवास पर आयोजित की। बैठक को संबोधित करते हुए अशोक बालियान ने कहा कि चौधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसम्बर, 1902 को गांव नूरपुर, तहसील हापुड़, जनपद गाजियाबाद कमिश्नरी मेरठ में हुआ था। चौधरी चरण सिंह के पिता मीर सिंह ने अपने नैतिक मूल्यों को विरासत में चरण सिंह को सौंपा था। आगरा विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा लेकर 1928 में चौधरी चरण सिंह ने ईमानदारी, साफगोई पूर्वक गाजियाबाद में वकालत प्रारंभ की। कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में 1929 में पूर्ण स्वराज्य उद्घोष से प्रभावित होकर युवा चरण सिंह ने गाजियाबाद में कांग्रेस कमेटी की गठन किया। 1929 में गाजियाबाद आर्य समाज के सभापति चुने गए चौधरी चरण सिंह ने आजादी के लड़ाई के साथ साथ सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ भी लडाई लड़ी। क्रान्तिकारी विचारों के वाहक चौधरी चरण सिंह ने एक और किसान हित का क्रान्तिकारी कानून उ.प्र. भूमि संरक्षण कानून, 1954 में पारित कराया। 1953 में आप के द्वारा पारित कराया गया चकबंध्ी कानून 1954 में लागु हुआ मुख्यमंत्राी पद पर 3 अप्रैल 1967 को आसीन होने के बाद चौधरी चरण सिंह कुटीर उद्योगों तथा कृषि उत्पादन में वृद्धि की योजनाओं को क्रियान्वित करने की दृष्टि से सरकारी एजेंसियों द्वारा ऋण देने केे तौर तरीकों को सुगम बनाया। साढे़ छह एकड तक की जोत पर आधा लगान माफ किया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशोक वर्मा ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने सत्ता में आते ही कृषि उत्पादन बढ़ाने की नीति को प्रोत्साहन देते हुए उर्वरकोें से बिक्री कर उठा लिया। 1979 में वित्त मंत्री तथा उप प्रधानमंत्री के रूप में राष्ट्रीय एवं ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड की स्थापना की। उर्वरकों व डीजल के दामों में कमी की, कृषि यंत्रों पर उत्पाद शुल्क घटाया, काम के बदले अनाज योजना लागू की। 28 जुलाई, 1979 चरण सिंह प्रधनमंत्री बनें।
बैठक में युवा जाट महासभा के प्रदेश अध्यक्ष धर्मवीर बालियान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशोक वर्मा, कांग्र्रेस नेता सुबोध शर्मा, चन्द्रपाल सिरोही, रजनीश सहरावत, निखिल बालियान, जयकुमार, पवन राठी, धमेन्द्र बालियान आदि मौजूद रहे।

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