Pages

Tuesday, August 28, 2012

एलओसी पर लगेगी मौसम की मार झेलने में सक्षम बाड़

नई दिल्ली/श्रीनगर. केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर हर मौसम को झेलने में सक्षम बाड़ लगाने पर विचार कर रही है। जिससे कि बेहद सर्दी होने पर भी पाकिस्तान सीमा से होने वाली घुसपैठ को खत्म किया जा सके।
गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह की यात्रा के दौरान चर्चा हुई। वे घाटी की दो दिवसीय यात्रा से हाल ही में लौटे हैं। सिंह ने पुलिस महानिदेशक अशोक प्रसाद और सैन्य अधिकारियों के साथ उत्तर-कश्मीर के गुलमर्ग सेक्टर स्थित चीमा चौकी का दौरा किया था। 
हर साल नियंत्रण रेखा पर लगी 740 किलोमीटर बाड़ में से करीब 83 किमी बाड़ क्षतिग्रस्त हो जाती है। खासकर उत्तर कश्मीर के गुरेज, करनाह, कुपवाड़ा और गुलमर्ग सेक्टरों में। इससे आतंकवादी कश्मीर घाटी एवं राज्य के अन्य हिस्सों में घुसपैठ कर जाते हैं। गृह सचिव के सामने स्थायी बाड़ पर एक प्रेजेंटेशन दिखाया गया। जो हर मौसम को झेलने में सक्षम हो। स्थायी बाड़ लगने से आतंकवादियों की घुसपैठ बिल्कुल खत्म हो जाएगी। वे घाटी में घुसपैठ के लिए क्षतिग्रस्त बाड़ का लाभ नहीं उठा सकेंगे।

सेना को है आपत्ति
गृह सचिव ने रिपोर्ट पर काम करने के लिए इंजीनियरों का एक दल भेजने का आश्वासन दिया है। सेना को इस पर आपत्ति है। सेना का कहना है कि स्थायी बाड़ से उत्तर कश्मीर के कुछ गांव उसके दायरे से बाहर हो जाएंगे। यह लोगों के लिए चिंता का विषय हो सकता है। लेकिन, ऐसे स्थानों पर प्रवेश द्वारों के निर्माण का सुझाव दिया गया है। इनका इस्तेमाल सिर्फ क्षेत्रीय लोग कर सकेंगे।
sabhar dainikbhaskar.com

No comments:

Post a Comment