मेरठ: कसाब की सजा बरकरार रखने का सुप्रीम कोर्ट ने आज फैसला सुना दिया। मुंबई हमले के दोषी पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को फांसी लगाने के लिए मेरठ के मम्मू जल्लाद आतुर था। मम्मू का कहना था कि कसाब को फांसी देने में देर नहीं करनी चाहिए और अगर उसे कसाब को फांसी देने का काम दिया जाए, तो उसके बूढ़े हाथ जरा भी नहीं कांपेंगे। मम्मू ने कहा था कि कसाब को फांसी देने से आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को बहुत सुकून मिलेगा। विदेशों तक इनकी धमक चलती थी।
देश में उस वक्त दो ही लोग मौत की सजा पाने वालों को फांसी देने का काम करते थे। इनमें से एक मम्मू जल्लाद यूपी के मेरठ के निवासी हैं।
No comments:
Post a Comment