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Tuesday, August 28, 2012

जवान और किसान सडकों पर आ गये तो राजनेताओं को भागना पडेगाः वीएम सिंह

जय जवान जय किसान के नारों से गूूंजती रही सडके
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। हर चूल्हों में लाभ दिलाना ही हमलारा पहला कर्तव्य है। पहली चीज है कि किसानों को उलनी फसलांे का वाजिब मूल्य दिलाना है। हर फलस पर अगली फसल की बात करनी पडती है। उक्त बात वीएम सिंह ने मुजफ्फरनगर पहुंचने पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही।
 किसानों के अधिकारों व हितों के लिए सडकों से कोर्ट तक लडाई लडकर किसानों को उनकी फसलों का का वाजिब मूल्य दिलाने वाले एवं राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वी.एम. सिंह एवं हाल ही सेवानिवृत्त हुए व अपनी ईमानदारी और साफगोई के लिए अपनी पहचान बनाने वाले पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वी.के. सिंह मंगलवार को मुजफ्फरनगर पहुंचने पर जगह जगह भव्य फूल मालाएं पहनाकर भव्य स्वागत किया है। इस दौरान सैंकडों महिलाएं व बच्चों सहित वृद्ध किसानों व उनके समर्थकों मौजूद रहे जो सुबह से ही राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित जनपद मेरठ की सीमा से कुछ दूरी पर स्थित मंसूरपर में इंतजार करते रहे।
मुजफ्फरनगर डांक बंगला पर पहुंचने के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वी.एम. सिंह कहा कि 20 साल से किसान अपने हकों से जो वंछित था वह आज जाग गया है और किसान आज अपने हकों को समझ गया है। प्रदेश व केन्द्र में चाहे जो सरकार आये वह किसानों के चूल्हों की ओर कभी नहीं देखती है। आज किसानों की लडाई जवान व किसान दोनों को मिलकर लडनी होगी। जो लडाई हम लड रहे है वह लडाई हमें सबकों मिलकर लडनी होगी। उन्होंने कहा कि यदि किसान खडे होकर सडकों पर आ जाये तो राजनेताओं को भागना पड जायेगा। उन्होंने कहा कि जनरल साहब के आने से जय जवान जय किसान का नारा मजबूत हो जायेगा। हमारा उद्देश्य है कि जय जवान जय किसान का नारा मजबूत करना।  इससे मंसूरपुर बस स्टैण्ड पर आयोजित किसानों द्वारा भव्य स्वागत समारोह में बोलते हुए वीएम सिंह ने कहा कि आप देख रहे होंगे कि पिछले काफी समय से राज्य व केन्द्र सरकार आपकी बात नहीं करती है और न ही किसानों की कोई बात सुनती है। इसलिए जब किसानों की कोई बात नहीं सुनती है तो उसके लिए कोर्ट का रास्ता अपना पडता है तभी जाकर हमें किसानों को उनकी फसलों का वाजिब मूल्य मिल पा रहा है कोई कुछ देने को तैयार नहीं है सब कुछ छिन्ना पडता है चाहे वह कोर्ट के माध्यम से छिन्ना पडे। उन्होंने कहा कि किसान और जवान मिलकर एक हो जायेगा तो किसान और जवानों की ताकत मजबूत हो जायेगी। उन्होंने कहा कि किसान के घर से ही जवान फौज में जा रहे है। सीमा पर लडने वाला फौजी एक किसान का बेटा होता है। इसलिए जय जवान और जय किसान के नारे को मजबूत करना होगा। जब किसान और जवाब एक मंच पर आ जायेगा तो उस दिन गांव गांव तक घर घर तक हर किसान की ताकत बनेगी। आपकी ताकत के रूप में जनरल वीके सिंह आपके साथ आ गये है। उन्होंने कहा कि आखिर कब तक मैं किसानों के लिए लडता रहूंगा जब मैं नहीं रहूंगा तो फिर आपके लिए कौन लडेगा और फिर वहीं आ जायेंगे जहां से उठकर आये है। इसलिए आपको अपने हकों की लडाई के लिए खडा होकर लडना होगा।

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