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Sunday, August 19, 2012

संयंत्र से 1000 मेगावाट बिजली मांगी

चेन्नई | तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना (केएनपीपी) की प्रथम इकाई से पैदा होने वाली पूरी 1,000 मेगावाट बिजली राज्य के लिए दिए जाने की अपनी मांग फिर दोहराई है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे एक पत्र में जयललिता ने प्रथम रिएक्टर में ईंधन भरे जाने की तैयारी का जिक्र किया है। मुख्यमंत्री ने लिखा है, "क्या मैं इस अवसर पर आपको अपने पूर्व के अनुरोध को याद दिला सकती हूं और इस पर त्वरित जवाब मांग सकती हूं? मुझे भरोसा है कि आप इस मामले में मेरे राज्य की जायज मांग को स्वीकार करेंगे और जल्द ही एक सकारात्मक जवाब देंगे।" मनमोहन सिंह को अपने पूर्व के अनुरोध के बारे में याद दिलाते हुए जयललिता ने अपनी बेचैनी जाहिर की कि पत्राचार का उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। देश के परमाणु विद्युत संयंत्रों की संचालक कम्पनी, भारतीय परमाणु विद्युत निगम लिमिटेड (एनपीसीआईएल) तिरुनेलवेली जिले के कुडनकुलम में रूसी उपकरणों से दो परमाणु रिएक्टर लगा रही है। इस बीच एनपीसीआईएल के प्रथम रिएक्टर में सम्वर्धित यूरेनियम ईंधन के 163 बंडलों को भरने की मंजूरी परमाणु ऊर्जा विनियामक बोर्ड (एईआरबी) से 10 अगस्त को मिल गई है। और एनपीसीआईएल इस महीने के अंत तक रिएक्टर को चालू करने के लिए जोरशोर से काम में जुटा हुआ है। एनपीसीआईएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने  कहा, "ईंधन भरे जाने की तारीख से दो सप्ताहों की अवधि में रिएक्टर निर्णायक मोड़ पर पहुंच जाएगा। दो दिनों में रिएक्टर की क्षमता का 25 प्रतिशत तक विद्युत उत्पादन (400 मेगावाट) होने लगेगा।"
sabhar pradeshtoday

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