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Saturday, December 15, 2012

लेनदेन के मामले में पुलिस की हुई किरकिरी

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। विवादों में घिरी जनपद की पुलिस अपने कारनामों के लेकर चर्चित है। ऐसे ही एक मामले में आज स्थानीय पुलिस रिकवरी एजेंट बन बैठी। मामला दो पक्षों के बीच चार लाख रूपयों के लेनदेन का है।
जानकारी के अनुसार रोडवेज बस स्टैंड पर दो पक्षों के बीच विवाद और हंगामे की सूचना पर मौके पर पहुंची सिविल लाइन पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई। जहां गोरखपुर निवासी धर्मेन्द्र ने पुलिस को बताया कि सहारनपुर निवासी तस्लीम ने उसके भाई किशनचंद को बंधक बनाकर रखा हुआ है और उसकी रिहाई के बदले छह लाख रूपये मांग रहा था। आज स्थानीय रोडवेज बस स्टैंड पर पैसे देने के बाद किशनचंद को रिहा किया जाना था। धर्मेन्द्र अपने साथियों के साथ यहां पहुंचा और किशनचंद को लेकर आये तस्लीम को दबोच लिया। तस्लीम ने पुलिस को बताया कि उसने किशनचंद का अपहरण नहीं किया है बल्कि किशनचंद से अपनी रकम मांग रहा है। पूछताछ करने पर किशनचंद ने पुलिस को बताया कि वह पानीपत में एक जुए के अड्डे पर जुआ खेलने गया था। जहां वह सहारनपुर निवासी तस्लीम से चार लाख रूपये हार गया था। दो लाख रूपये ब्याज लगाकर तस्लीम उससे छह लाख रूपये मांग रहा है। तस्लीम ने उसे मिलने के लिए मेरठ बुलाया था जहां से वह उसे अपने गांव ले गया और बंधक बना लिया। उधर तस्लीम का कहना है कि किशनचंद झूठ बोल रहा है और वह नटवरलाल है। उसने खुद को बड़ा व्यापारी बताते हुए उसके चार लाख रूपये उधार लिये थे और वह उससे अपनी रकम वापस मांग रहा है। पुलिस इस मामले में रिकवरी एजंेट की भूमिका निभाते हुए दोनों पक्षों में लेनदेन कराने में लगी रही। इस मामले में एसओ सिविल लाइन कमल यादव का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है तथा जांच के बाद कार्यवाही की जायेगी।

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