होटलों के ठहरना भी पडेगा महंगा, चिकित्सा भी हो सकती है महंगी
सचिन धीमान
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। केन्द्र सरकार द्वारा की गई डीजल व गैस सिलेण्डरों के दामों में कमरतोड महंगाई का असर शुक्रवार की सुबह से ही देखने को मिलना शुरू हो गया। वहीं दूसरी ओर ओर अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों मंे महिलाओं को जो गैस सिलेण्डरों पर खाना बनाती थी चूल्हों पर लकडियों की आम में रोटी बनाते पाया गया। डीजल के दाम बढने से अल्ट्रासाउण्ड से लेकर एक्स-रे आदि सहित बस व रोडवेज सहित अन्य ट्रांसपोर्ट के किराये में बढोत्तरी होगी।
डीजल व गैस सिलेण्डरों के दामों में बढोत्तरी का सीधा असर आम जनता पर पडा है। खासकर उन लोगों पर ज्यादा असर दिखाई दिया जो लोग मजदूरी करते है ओर शहरों में रहकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे है।
गैस सिलेण्डरों के दाम में की गई बढोत्तरी से होटलों पर बनने वाला भोजन भी दोगुना होने की सम्भावनाएं है। पर्यटक स्थलों सहित विभिन्न शहरों में कस्बों में नौकरियों व अन्य व्यवसायिक कार्याें से जाने वाले लोगों को जो अब कम रूपयों में होटलों में रूककर या फिर रास्ते में बने ढाबों पर बैठकर खाना खा लेते थे उनको अब भोजना करने के दोगुने रूपये चुकाने पडेंगे। इतना ही नहीं आम गरीब लोगों व मजदूर जो शहरों में सडक किनारे लगने वाली ठेलियों पर भोजन कर बीस से तीस रूपये में अपना पेट भरकर पूरा दिन आराम से काटता था। अब उसे भी खाने के दोगुने रेट देने पडेंगे क्योंकि गैस के रेट दोगुने होने से ठेलियों वालों को भोजन बनाने में ज्यादा खर्चा आयेगा इसलिए भोजन की थाली के दाम बढाना उनकी मजबूरी बन गया है।
वहीं दूसरी ओर सुबह अखबारों में खबरे पढते ही लोगों के चूल्हे की आग उस समय बूझती देखी गयी जब लोगों को गैस सिलेण्डर के दामों में इजाफा होने की बात पता चली। इसका ज्यादा असर ग्रामीण क्षेत्रों में देखा गया। जहां पर ग्रामीण महिलाएं जो कल तक गैस के चूल्हों पर रोटियां बनाती थी वह सुबह से ही अपने मिट्टी के चूल्हों पर लकडियों में भोजन बनाते देखी गयी। इसके अलावा भोजन बनाने वाली महिलाएं केन्द्र सरकार सहित कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी कोसती नजर आयी। वहीं शहरो में रह रहे मजदूर लोगों का कहना है कि वह तीन से चार हजार रूपये महीना कमाते है जिससे वह अपने पूरे परिवार का पालन पोषण कर रहे है। लेकिन अब गैस के दामों में बढोत्तरी होने से उनका पूरा बजट ही खराब हो जायेगा वह यदि इतनी महंगी गैस सिलेण्डर खरीदेंगे तो वह भूखे मरने कगार पर पहुंच जायेंगे।
होटल, ढाबे से लेकर चाय की आम दुकान में भी अब चाय महंगी हो जायेगी। इतना ही नहीं वहीं दूसरी ओर डीजल के दाम में हुए 5 रूपये की बढोत्तरी का असर हर आम आदमी के जीवन पर पडने वाला है। क्योंकि डीजल से चलने वाले सभी वाहनों के किराये बढने की चर्चाएं शुक्रवार की सुबह से ही लोगों की पर जुबान थी। इतना ही नहीं प्रत्येक काम के दाम डीजल के दाम बढने से बढ जायेंगे। क्योंकि आज इंसान मशीनरी पर निर्भर हो गया है जिस कारण अल्ट्रासाउण्ड से लेकर एक्स-रे आदि सहित बस व रोडवेज का किराया तथा अन्य ट्रांसपोर्ट के किराये में बढोत्तरी होगी जिससे प्रत्येक व्यक्ति के जनजीवन में इस्तेमाल होने वाली खाने पीने, कपडे आदि के दामों में भी इजाफा होने की सम्भावनाएं जताई जा रही है।
डीजल व गैस सिलेण्डरों के दामों में बढोत्तरी का सीधा असर आम जनता पर पडा है। खासकर उन लोगों पर ज्यादा असर दिखाई दिया जो लोग मजदूरी करते है ओर शहरों में रहकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे है।
गैस सिलेण्डरों के दाम में की गई बढोत्तरी से होटलों पर बनने वाला भोजन भी दोगुना होने की सम्भावनाएं है। पर्यटक स्थलों सहित विभिन्न शहरों में कस्बों में नौकरियों व अन्य व्यवसायिक कार्याें से जाने वाले लोगों को जो अब कम रूपयों में होटलों में रूककर या फिर रास्ते में बने ढाबों पर बैठकर खाना खा लेते थे उनको अब भोजना करने के दोगुने रूपये चुकाने पडेंगे। इतना ही नहीं आम गरीब लोगों व मजदूर जो शहरों में सडक किनारे लगने वाली ठेलियों पर भोजन कर बीस से तीस रूपये में अपना पेट भरकर पूरा दिन आराम से काटता था। अब उसे भी खाने के दोगुने रेट देने पडेंगे क्योंकि गैस के रेट दोगुने होने से ठेलियों वालों को भोजन बनाने में ज्यादा खर्चा आयेगा इसलिए भोजन की थाली के दाम बढाना उनकी मजबूरी बन गया है।
वहीं दूसरी ओर सुबह अखबारों में खबरे पढते ही लोगों के चूल्हे की आग उस समय बूझती देखी गयी जब लोगों को गैस सिलेण्डर के दामों में इजाफा होने की बात पता चली। इसका ज्यादा असर ग्रामीण क्षेत्रों में देखा गया। जहां पर ग्रामीण महिलाएं जो कल तक गैस के चूल्हों पर रोटियां बनाती थी वह सुबह से ही अपने मिट्टी के चूल्हों पर लकडियों में भोजन बनाते देखी गयी। इसके अलावा भोजन बनाने वाली महिलाएं केन्द्र सरकार सहित कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी कोसती नजर आयी। वहीं शहरो में रह रहे मजदूर लोगों का कहना है कि वह तीन से चार हजार रूपये महीना कमाते है जिससे वह अपने पूरे परिवार का पालन पोषण कर रहे है। लेकिन अब गैस के दामों में बढोत्तरी होने से उनका पूरा बजट ही खराब हो जायेगा वह यदि इतनी महंगी गैस सिलेण्डर खरीदेंगे तो वह भूखे मरने कगार पर पहुंच जायेंगे।
होटल, ढाबे से लेकर चाय की आम दुकान में भी अब चाय महंगी हो जायेगी। इतना ही नहीं वहीं दूसरी ओर डीजल के दाम में हुए 5 रूपये की बढोत्तरी का असर हर आम आदमी के जीवन पर पडने वाला है। क्योंकि डीजल से चलने वाले सभी वाहनों के किराये बढने की चर्चाएं शुक्रवार की सुबह से ही लोगों की पर जुबान थी। इतना ही नहीं प्रत्येक काम के दाम डीजल के दाम बढने से बढ जायेंगे। क्योंकि आज इंसान मशीनरी पर निर्भर हो गया है जिस कारण अल्ट्रासाउण्ड से लेकर एक्स-रे आदि सहित बस व रोडवेज का किराया तथा अन्य ट्रांसपोर्ट के किराये में बढोत्तरी होगी जिससे प्रत्येक व्यक्ति के जनजीवन में इस्तेमाल होने वाली खाने पीने, कपडे आदि के दामों में भी इजाफा होने की सम्भावनाएं जताई जा रही है।
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