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Sunday, September 30, 2012

किसानों के खातों में आयेगा 75 रूपये प्रति कुन्तल की दर गन्ने का बकाया भुगतानः वीएम सिंह

खुदरा बाजार ने किसानों के ही अधिकारों पर लगा दी रोक

सचिन धीमान
बिजनौर (अलर्ट न्यूज)।
मैं यहां इसलिए आ रहा हूं ताकि कल वीएम सिंह रहे या ना रहे मेरा किसान ताकतवर रहे। उन्होंने किसानो ंसे कहा कि आप ताकतवर बने और अपने हकों को छिन्ने। उक्त बात रविवार को बिजनौर के डीएवी इंटर कालेज में आयोजित किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय संयोजक सरदार वीएम सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि किसानों से यदि कोई रिश्वत लेता है कि तो आप लोग उसके खिलाफ आवाज उठाये और अधिकारियों को इससे अवगत कराये और जब आप अधिकारी के पास जाये तो आप अकेले अकेले ना जाये आप लोग सैंकडों की संख्या में अपनी शिकायत करने के लिए अधिकारियों के पास जाये ताकि आपकी समस्या व मांग को प्रमुखता से लेते हुए उसका निदान कराये।
उन्होंने कहा कि आज भगत सिंह को मुस्लमान भी उतना ही मानता है जितना सीख और अन्य हिन्दू मानता है। उन्होंने किसानों से कहा कि आप यदि ये सोचते है कि आपका बिजनौर के लोगों की तरह या अन्य जनपद के लोगों की तरह की सबका भला हो जायेगा तो मेरा भी भला हो जायेगा। उन्होंने कहा कि मैंने जात बिरादरी नहीं देखी है उन्होनंे सबके लिए काम किया। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि आपके लिए ऐसा कर जाऊं की कल आप हो या ना हो आपके बच्चों को फायदा हो। उन्होंने कहा कि ईश्वर की ऐसी ही मर्जी थी कि सरदार वीएम सिंह किसानों के लिए मिल मालिकों से भिड जाये और मिल मालिकों से किसानों के गन्ने का भुगतान दिलाया जावे। वीएम सिंह ने शादी नहीं की। क्यों नहीं की क्योंकि आपके लिए वीएम सिंह काम करता है। वीएम सिंह प्रत्येक साल मिल मालिकों से आपके लिए करोडों रूपया निकलवाता है। उन्होंने कहा कि मेरे कोई बच्चे नहीं है परंतु मुझे चिन्ता है उस परिवार की जो आपके परिवार है क्योंकि मैं आपके परिवार को ही अपना परिवार मानता हूं। जो काम मैं कर रहा हूं वो काम आपके लिए कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैनंे कोई वकालत नहीं की है और न ही मैं कोई वकील हूं परंतु फिर भी मैंने अच्छे अच्छे वकीलों के छक्के छुडा दिये है। उन्होंने कहा कि वकालत तो मैं दो दिन में पास कर लूं मगर में नही करता जो मजा इन मिल मालिको को किसान बनकर पटकी देने मे ंहै वो मजा वकालत करने में नहीं है।
जहां धान नहीं आज वहां भी सरकारी प्लांटों में धान लग रही है। मैं नहीं चाहता हूं कि किसानों के कंधे पर बंदूक चालाओ। प्रधानमंत्री ने भी यही कर दिया एफडीआई ले आये और देश के किसानों को कह दिया कि किसानों को फायदा होगा। परंतु ऐसा नहीं है सरकार कह रही है कि किसानों के लिए हमने जो किया हैं उससे किसानों का फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि जिस शहर में आबादी दस लाख रूपये से ज्यादा होगी एफडीआई वहीं पर लागू होगा। उत्तर प्रदेश में चार जहग लागू होगा बिजनौर मेरठ कानूपुर में या लागू होगा फिर आप लोग कहंा जायेंगें भाई।
उन्होंने कहा कि शहर में दूध 40 से 42 रूपये प्रति लीटर बिकता है। शहर में सब्जियां मंडी के रेट से भी ज्यादा बिकती हैं गेंहू का रेट भी बहुत ज्यादा है। उन्होंने कहा कि आज तक पहले टाइम अलग था हर साल किसान चार माह के लिए गल्ला घर में रखते थे। लेकिन आज फसल आने से पहले ऋण वसूली वाला घर में आ जाता है। हमारा दस रूपये गेंहू लेते है और हमें आटा 15 रूपये मिलता है। हमारी फसल का रेट के हिसाब से किसान को रेट दिलाया जावे जो उपभोक्ता का रेट है  तीन सौ रूपये गन्ने का रेट और 32 रूपये किलो तीन दिलायी जाये। उन्होंने कहा कि शीरे का रेट देखे। आज तेल की कमी है।
मगर किसानों की बात कोई करता है। एनडी टीवी पर किसान की बात हमने की और सरकार की बात कांग्रेसियों ने की। जिसकी हमने सीडी बनवायी है वो सीडी में आपको दूंगा और सबको दूंगा। उन्होंने कहा कि घर-घर गांव-गांव में ये सीडी दी जानी चाहिए ताकि आप लोग को सही बात का पता चल सके।
उन्होनंे किसानों से कहा कि एफडीआई लाने की बात की गयी तो डीजल पर पांच रूपये बढा दिये गये। गैस पर सब्सिडी खत्म करते हुए गैस के रेट बढा दिये गये। लेकिन इस पर कोई नेता नहीं बोला। हमारे सबूे की सरकार ने कहा कि ये गलत है डीजल के दाम वापिस लो गैस के रेट कम करो। मगर यदि नहीं करेंगे तो भी हम आपको समर्थन देते जायेंगे। जब हम तहसीलदार को कहंेंगे की किसानों की समस्या मत हल करना तो कौन करेगा भाई, जब हम डीजल के दाम कम करा दो, गैस के दाम करा दो, और नहीं करेंगे तो भी हम आपके साथ है भाई, तो कौन करेगा भाई।
उन्होंने किसानों से कहा कि पूरे देश के अंदर एक ही महिला थी जिसने एफडीआई, डीजल के पांच रूपये बढाने व गैस के दाम बढने पर अपने मंत्रियों के साथ समर्थन वापिस ले लिया भाई। वो नेता थी ममता बनर्जी। कल दिल्ली के जंतर मंतर पर ममता बनर्जी का धरना प्रदर्शन है।  उन्होंने कहा कि हम हर उस व्यक्ति का सम्मान करेंगे जो किसानों की बात करेगा।
उन्होंने किसानों से प्रश्न करते हुए कहा कि कल हम ममता बनर्जी के समर्थन में दिल्ली जाये और उनका स्वागत करें। इस बात पर सभी ने पूर्ण समर्थन दिया।
उन्होंने किसानों से कहा कि क्या मैं आपसे उम्मीद करूंगा कि आप लोगों में से कल ज्यादा से ज्यादा लोग जंतर मंतर पर ममता बनर्जी के समर्थन में जायेंगे।
उन्होंने कहा कि किसानों से कहा कि घर में से यदि एक आदमी भी आ जाता है तो हमंे अच्छा लगेगा यदि आप लोग हमारे साथ जायेंगे।
उन्होंने कहा कि किसानों के भविष्य से खिलवाड करने का काम बहुत लोगों को आता है सब लोग जानते है।
खाद हमारी महंगी हो गयी है जिस डाई का एक साल पहले ढाई सौं रूपये का कट्टा था वो आज 800 रूपये का हो गया मगर 1200 रूपये का भी नहीं मिलेगा। खुदरा बाजार में किसानों के ही अधिकारों पर रोक लगा दी गयी है।
सबको मालूम हो गया कि किसानों को कितना फायदा हो गया। ये किसने कराया एक नेता कहता है कि मैंने कराया दूसरा नेता  आता है और वो कहता है कि मैंने कराया मगर ये कोर्ट का आदेश है और जिससे स्पष्ट पता चलता है कि ये किसने कराया है।
उन्होंने कहा कि एक ही सोसायटी में दो रेट नहीं हो सकते है। इन बेईमान 110 रूपये दे दिया गया है।
उनहोंने कहा कि वीएम सिंह आपके लिए तब तक करेगा। टिकैत साहब ने आपको लठ दिया कि हक की लडाई लडों पर आपने भी वहीं बात कहीं जो सरकार कह रही है। हक लेंगे मगर दूसरों के साथ यदि आपको मिलेगा तो भाई हमें भी मिलेगा। आज कोर्ट के माध्यम से ही आप लोगों को फायदा हो रहा है। आज उन्हीं के कारण मिल मालिकों को पटकी दे रहे है।
उन्होंने कहा कि मिल मालिकों को जब ये लगने लगा कि वह वीएम सिंह से कानून के तहत कोर्ट में नहीं जीतने वाले है तो ये कानून ही बंद करा दो।
जब मिल मालिक हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी गन्ने का भुगतान नहीं कर रहे है तो क्या आजाद होने पर ये आपको भुगतान करेंगे। नहीं देने वाले है। उन्होंने कहा कि ये किसानों का भरोसा है आज वीएम सिंह पर न्यायपालिका पर।
हमने हाईकोर्ट से आदेश ले लिया है कि जो आखिरी का रेट है शुरू से वही दिया जायेगा। कोर्ट के आदेश के बाद जब गन्ना मूल्य किसानों को 75 रूपये प्रतिकुन्तल ज्यादा मिलेगा तो किसानों को ज्यादा इजाफा होगा ओर मुझे इससे खुशी होगी। उन्होंने कहा कि 75 रूपये प्रतिकुन्तल का रेट से भुगतान मिलेगा जिसका श्रेय भी न्यायपालिका को जाता है।
उन्होंने किसानों से आवाहान करते हुए कहा कि अब जोश दिखाओं अपनी ताकत दिखाओं तब ये नेता आपके पीछे पीछे आयेंगे जब आप नेताओं के पीछे जायेंगे तो ये नेता आपका कत्लेआम करायेंगे।
उन्होंने कहा कि किसानों को बताया कि पीलीभीत में हनुमान जी का मंदिर टूट था परंतु वहां पर कोई नेता नहीं बोला न ही कोई सामाजिक संगठन के लोग बोले ओर न ही बजरंग दल बोला न ही अन्य संगठनों के लोग ने आवाज उठायी परंतु सरदार वीएम सिंह वहां भी बोले और हमनेे कोर्ट के माध्यम से हनुमान मंदिर को वहीं स्थापित कराया। उन्होंने कहा कि किसी जाति मजहब से जुडे नहीं है हम केवल किसान है।
बीच बीच मंें पण्डाल सरदार वीएम सिंह जिंदा बाद के नारों से गूंजता रहा।
सरदार वीएम सिंह के पूर्व राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के मंडल संयोजक विकास बालियान, मेजर हिमांशु, अरिदमन सिंह चौहान, उपेन्द्र सिंह सहित दर्जनों किसान नेताओं ने सम्बोधित किया। इस दौरान मुख्य रूप से अरिदमन सिंह चौहान, उपेन्द्र सिंह पश्चिम उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष, रामवीर सिंह मेरठ, राजवीर सिंह, हरि सिंह चौहार जिलाध्यक्ष बिजनौर, कैलाश सिंह लाम्बा जिला महामंत्रा बिजनौर, राजपाल सिंह जिला पंचायत सदस्य मेरठ, जोराबर सिंह जिलाध्यक्ष अमरोहा, राजवीर सिंह मंडल प्रभारी मुरादाबाद, रविदत्त सिंह पीलीभीत, भीम सिंह संरक्षक बिजनौर मंचासीन रहे।
किसान महांपचायत में बिजनौर सहित मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, रामपुर, मेरठ मुरादाबाद, अमरोहा सहित सहित हजारों की संख्या में किसान मौजूद है।

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