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Sunday, September 30, 2012

‘पीड़ा अन्तर्मन की’ पुस्तक का विमोचन

मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। कवियित्री सविता वर्मा के पहले काव्य संग्रह ‘पीड़ा अन्तर्मन की’ का विमोचन करते हुए देष के ख्यातिलब्ध कवि व साहित्यकार डा. धनंजय सिंह ने कहा कि संवेदना सविता वर्मा की रचनाओं की मुख्य शक्ति है और भावोच्छ्वासों को उजागर करती है। उनकी रचनाओं में व्यक्ति, समाज, देष, दुनिया का दुःख दर्द सम्मिलित है। डा. धनंजय सिंह ने कहा कि नारी के मन की पीड़ा नारी ही अधिक समझ सकती है। वही भाव सविता वर्मा के काव्य संग्रह में हैं।
टाउन हाल सभा में हुए विमोचन समारोह में विषिष्ट अतिथि साहित्यकार डा. जेपी सविता ने पुस्तक को उल्लेखनीय प्रस्तुति की संज्ञा दी। आकाषवाणी नजीबाबाद के कार्यक्रम अधिकारी रामेन्द्र सिंह ने कहा कि इस तरह के रचनात्मक कार्य साहित्यकारों के साथ-साथ भावी रचनाकारों को भी प्रेरणा देने वाले हैं। विषिष्ट अतिथि नगरपालिका चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने कहा कि सविता वर्मा की पुस्तक नई पीढ़ी के लिए पढ़ने योग्य है। उन्होंने कहा कि जल्द ही साहित्यिक गतिविधियों के लिए नगर में भव्य हाल बनवाया जायेगा। अध्यक्षता करते हुए डा. केसी गुप्त ने कहा कि सविता वर्मा की पुस्तक जनपद की साहित्यिक गतिविधियों में मील का पत्थर साबित होगी। कार्यक्रम में पुस्तक लेखिका सविता वर्मा ने अपनी कविताओं का पाठ किया। संचालन पत्रकार ऋषिराज राही ने किया। इस अवसर पर जानसठ नगर पंचायत के चेयरमैन यनेष तंवर, डा. अष्वघोष, डा. प्रदीप जैन, ब्रजराज स्वरूप, नेमपाल प्रजापति, ईष्वरद दयाल गुप्ता, गौरव वर्मा, रूचिका वर्मा, संतोष शर्मा एडवोकेट, पुष्पलता, अलका वषिष्ठ, लवी अग्रवाल, शैलजा वत्स, परमेन्द्र सिंह, पत्रकार नीरज भार्गव, आरके कौषिक आदि उपस्थित रहे। आयोजन में कृष्णगोपाल वर्मा, षिवम वर्मा का सहयोग रहा।

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