
इस महापंचायत में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे, पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल वी.के.सिंह, किसान नेता सुनील, विजय प्रताप, चौथी दुनिया के संपादक संतोष भारतीय और अजमेर शरीफ के सूफी जनाब जिलानी शामिल होंगे.
किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद सिंह के मुताबिक किसान महापंचायत देश के अलग-अलग जगहों के किसानों पर हो रहे हमलों और अत्याचारों के खिलाफ व्यापक रणनीति पर विचार करेगी. देश के विभिन्न हिस्सों में किसानों की जमीन छीनी जा रही है. देश के जाने-माने कॉर्पोरेट घराने किसानों के दमन, उत्पीड़न और शोषण में लगे हुए हैं. जिन्हें सत्तारूढ़ दल संरक्षण भी दे रहा है.
छिंदवाड़ा में 50 हजार किसानों की जमीन छीनकर किसानों को बरबाद किया जा रहा है. इस खेल में केंद्र सरकार से लेकर मध्य प्रदेश की सरकार बराबर की हिस्सेदार है. इसके साथ ही महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके में 100 से ज्यादा बिजली परियोजनाओं के नाम पर 1 लाख एकड़ से ज्यादा जमीन छीनने की तैयारी हो रही है, जिसके चलते संतरापट्टी के किसानों से लेकर कपास किसान तक तबाह हो रहे हैं.
किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष शेखर दीक्षित के मुताबिक उत्तर प्रदेश के किसान भी इन सब समस्याओं से जूझ रहे हैं. सूबे की सरकारों ने सिर्फ किसानों का शोषण किया है. किसानों की उपजाऊ जमीनों पर अंग्रेजों के बनाए 1894 के नियम से अधिग्रहण किया और अधिकांश किसानों को भूमिहीन बनाने का काम किया है.
sabhar shrinews,com
No comments:
Post a Comment