सोने की कीमतें आए दिन नई ऊंचाइयां छू रही हैं। घरेलू बाजार में सोना एक बार फिर अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़कर सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है। शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का भाव 310 रुपये बढ़कर 32900 रुपये प्रति दस ग्राम बोला गया है। हालांकि, चांदी 800 रुपये बढ़कर 62000 प्रति किलोग्राम के स्तर पर बंद हुई।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाले फैसलों से इंटरनेशनल मार्केट में भी सोना आसमान पर पहुंच गया है। इंटरनेशनल मार्केट में सोने की कीमतों में 0.6 फीसदी का इजाफा हुआ है। सिंगापुर मार्केट में सोना 1778 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जोकि 29 फरवरी के बाद अब तक की सबसे ऊंची कीमत है।
दिलचस्प है कि त्यौहारी और शादी विवाह के सीजन में सोने की मांग बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में सोना लगातार नया रिकॉर्ड बनाते हुए 35 हजार रुपये के स्तर पर पहुंच सकता है। उधर, वायदा बाजार में सोने का भाव 32000 रुपये से ऊपर ही है।
कारोबारियों के अनुसार यूरोप में सोने की मांग आने की संभावना बन रही है। यूरोपीय केंद्रीय बैंक यूरोप के बैंकों को राहत दे सकता है। इसके अलावा इसी सप्ताह यूनान को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की मदद मिल सकती है। इससे निवेशकों को प्रोत्साहन मिल रहा है। आने वाले दिनों में सोने के दाम 1650 डालर प्रति औंस तक चढ सकते हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि लोग वित्तीय संकट से ऊब गये हैं और इससे छुटकारा चाहते हैं। उधर, अमेरिका में भी फेड रिजर्व अर्थव्यवस्था के अनुकूल निर्णय ले सकता है। हालांकि एशियाई बाजारों में सोने की कीमतें पहुंच से बाहर बनी हुई है और दाम रिकार्ड स्तर तक ऊंचे हैं।
देश में वर्ष 2012 की दूसरी तिमाही में सोने की मांग 38 प्रतिशत फिसलकर 181 टन रह गयी है। सोने की कीमतों पर आयात शुल्क में बढोत्तरी और डालर के मुकाबले रुपये की कीमतों में गिरावट का भी असर पड रहा है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाले फैसलों से इंटरनेशनल मार्केट में भी सोना आसमान पर पहुंच गया है। इंटरनेशनल मार्केट में सोने की कीमतों में 0.6 फीसदी का इजाफा हुआ है। सिंगापुर मार्केट में सोना 1778 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जोकि 29 फरवरी के बाद अब तक की सबसे ऊंची कीमत है।
दिलचस्प है कि त्यौहारी और शादी विवाह के सीजन में सोने की मांग बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में सोना लगातार नया रिकॉर्ड बनाते हुए 35 हजार रुपये के स्तर पर पहुंच सकता है। उधर, वायदा बाजार में सोने का भाव 32000 रुपये से ऊपर ही है।
कारोबारियों के अनुसार यूरोप में सोने की मांग आने की संभावना बन रही है। यूरोपीय केंद्रीय बैंक यूरोप के बैंकों को राहत दे सकता है। इसके अलावा इसी सप्ताह यूनान को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की मदद मिल सकती है। इससे निवेशकों को प्रोत्साहन मिल रहा है। आने वाले दिनों में सोने के दाम 1650 डालर प्रति औंस तक चढ सकते हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि लोग वित्तीय संकट से ऊब गये हैं और इससे छुटकारा चाहते हैं। उधर, अमेरिका में भी फेड रिजर्व अर्थव्यवस्था के अनुकूल निर्णय ले सकता है। हालांकि एशियाई बाजारों में सोने की कीमतें पहुंच से बाहर बनी हुई है और दाम रिकार्ड स्तर तक ऊंचे हैं।
देश में वर्ष 2012 की दूसरी तिमाही में सोने की मांग 38 प्रतिशत फिसलकर 181 टन रह गयी है। सोने की कीमतों पर आयात शुल्क में बढोत्तरी और डालर के मुकाबले रुपये की कीमतों में गिरावट का भी असर पड रहा है।
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