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Tuesday, October 9, 2012

अखिलेश पर मायावती का पलटवार, यूपीए पर नहीं खोले पत्‍ते

PICS: अखिलेश पर मायावती का पलटवार, यूपीए पर नहीं खोले पत्‍ते
लखनऊ.  उत्‍तर प्रदेश की पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती ने सपा (अखिलेश का बदला!) और कांग्रेस, दोनों पर निशाना साधा है। सत्‍ता से हटने के बाद लखनऊ में यही उनकी पहली बड़ी रैली है। समाजवादी पार्टी द्वारा की जा रही कार्रवाही को बसपा विरोधी करार देते हुए माया ने कहा कि हमारे साथ जानबूझ कर इस तरह का बर्ताव किया जा रहा है।
 
बसपा सरकार द्वारा लिए गए फैसलों को रद्द करके, जिलों के नाम परिवर्तित करके और कांशीराम की पुण्यतिथि पर अवकाश रद्द करके सपा सरकार ने दलित विरोधी मानसिकता का परिचय दिया है। मायावती ने यूपीए की केंद्र सरकार को समर्थन के मुद्दे पर कुछ नहीं कहा। इस बारे में अब वह बुधवार को बसपा की नीति का ऐलान कर सकती हैं।
 
'प्रदेश को बर्बाद करने में पिता से आगे निकले अखिलेश'
 
माया ने कहा, ''सपा सरकार मूर्तियां तोड़ने वालों की है। यहां मेरी ही नहीं, परमपूज्य डॉ भीमराव आंबेडकर की दो दर्जन से ज्यादा मूर्तियां तुड़वा दी गई हैं। इस सरकार में यादवों को छोड़ अन्य सभी ओबीसी के लोगों का उत्पीडन और उपेक्षा हो रहा है। अखिलेश सरकार से लोगों के परेशान होने की मेरी भविष्यवाणी सही निकली है। लोग एसपी को वोट देने के फैसले पर पछता रहे हैं। प्रदेश को बर्बाद करने के मामले में अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव से भी आगे निकल चुके हैं। अखिलेश घोषणा मुख्यमंत्री बनकर रहे जाएंगे।'
 
'यूपी बना क्राइम प्रदेश'
 
उन्होंने कहा, ''अखिलेश सरकार में यूपी क्राइम प्रदेश बन गया है। कानून ताक पर रखकर सपा के गुंडों और माफियाओं का राज चल रहा है। महिलाएं रात का समय छोड़, दिन में भी अकेले बाहर निकलने से डरती हैं। प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है। इसी तरह से कांग्रेस शासित हरियाणा भी महिला उत्पीड़न प्रदेश बन गया है।''
 
 
'यदि बाबा साहब नहीं होते, तो मुलायम-अखिलेश भैंस चराते नजर आते'
 
मायावती ने कहा कि प्रदेश सरकार को राजनीतिक द्वेष से काम नहीं करना चाहिए। यदि बसपा सरकार के मंत्री या अधिकारी किसी मामले में दोषी हों, तो उसकी जांच करके कार्रावाई की जाए। इसका बसपा स्वागत करेगी। लेकिन यदि द्वेष पूर्वक कार्रवाही की गई तो इसका परिणाम भविष्य में बहुत खराब होगा। यदि बाबा साहब ने संविधान में आरक्षण की व्‍यवस्‍था नहीं की होती तो मुलायम सिंह यादव अपने परिवार समेत किसी बड़े जमींदार की गाय-भैंसे चराते नजर आते।
 
कल होगा यूपीए-2 के भविष्य पर फैसला
 
उन्होंने कहा कि केंद्र की यूपीए-2 सरकार के भविष्य के बारे में कल बसपा की राष्ट्रीय कार्यकारणी में फैसला लिया जाएगा। देश में समय से पहले लोक सभा चुनाव हो सकते हैं। पार्टी के कार्यकर्ताओं को तैयार रहने को कहते हुए कहा कि केंद्र सरकार के किसी भी लुभावने वादे से गुमराह ना हो।
 
राजधानी के रमाबाई अम्‍बेडकर मैदान में जुटे बसपा और मायावती समर्थक नारे लगा रहे थे, 'बीजेपी और कांग्रेस की हार चाहिए, बहनजी प्रधानमंत्री इस बार चाहिए'। मंच पर नसीमुद्दीन सिद्दकी, स्वामी प्रसाद मौर्या, सतीश चंद्र मिश्र, सुरेंद्र प्रसाद मिश्र और रामवीर उपाध्याय मौजूद रहे। 
sabhar dainikbhaskar,com

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