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Sunday, October 28, 2012

खुर्शीद बने विदेश मंत्री, बंसल को मिली रेल लेकिन दिग्गी दुखी

नई दिल्ली. चुनावी मौसम और आए दिन लगते भ्रष्टाचार के आरोपों से परेशान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार रविवार को अपनी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल किया। विवादों से घिरे होने के बावजूद सलमान खुर्शीद नए विदेश मंत्री बनाए गए हैं जबकि अश्विनी कुमार को कानून मंत्री बनाया गया है। भ्रष्‍टाचार के आरोपों से घिरे पूर्व कानून मंत्री खुर्शीद हिमाचल से ताल्‍लुक रखने वाले दिग्‍गज कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा पर भारी पड़े हैं। इससे पहले शर्मा को विदेश मंत्रालय दिए जाने की अटकलें थीं।
 खुर्शीद बने विदेश मंत्री, बंसल को मिली रेल लेकिन दिग्गी दुखी
 
 
पवन कुमार बंसल को रेल मंत्री बनाया गया है। एम. वीरप्‍पा मोइली नए पेट्रोलियम मंत्री बनाए गए हैं। इससे पहले यह मंत्रालय जयपाल रेड्डी के पास था जिन्‍हें अब साइंस एंड टेक्‍नोलॉजी और अर्थ साइंसेज मिनिस्‍ट्री का जिम्‍मा सौंपा गया है। राज्‍य मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया को बिजली मंत्रालय का स्‍वतंत्र प्रभार जबकि सचिन पायलट को कॉरपोरेट अफेयर्स का स्‍वतंत्र प्रभार दिया गया है।
 
राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को 22 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। इनमें 17 नए चेहरे शामिल हैं। राष्‍ट्रपति भवन के अशोका हॉल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में पीएम, सोनिया गांधी सहित सत्‍ता-पक्ष और विपक्ष के तमाम नेता मौजूद थे लेकिन दो दिन पहले विदेश मंत्री के पद से इस्‍तीफा देने वाले एस एम कृष्‍णा समारोह में नहीं दिखे। पांच  सांसदों ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली जबकि 15 ने राज्‍यमंत्री के तौर पर शपथ ली। इनमें दो ने स्‍वतंत्र प्रभार वाले राज्‍यमंत्री के तौर पर पर शपथ ली।
 
यूपीए सरकार में व्यापक फेरबदल से पहले विदेश मंत्री कृष्णा समेत सात मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया। अब संगठन में भी बड़े पैमाने पर बदलाव की तैयारी है। कैबिनेट में फेरबदल के तहत मनमोहन सिंह 17 नए चेहरों के साथ 2014 के आम चुनाव तक नई पारी खेलने के लिए तैयार हैं। उनकी टीम में कई पुराने चेहरों का महत्व कायम रखा गया है, वहीं कई अन्य के मंत्रालयों पर गाज गिर गई है। पीएम की कैबिनेट में शामिल किए गए नए मंत्रियों में सबसे अधिक दक्षिण भारत से हैं।
 
वहीं मंत्रिमंडल में फेरबदल से कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह नाराज है। प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, 'केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल से मध्यप्रदेश कांग्रेस को निराशा हाथ लगी है,  हम निराश जरूर हैं लेकिन हमारा उत्साह कम नहीं हुआ है। हम पूरे जोश से काम करते रहेंगे।'
खुर्शीद बने विदेश मंत्री, बंसल को मिली रेल लेकिन दिग्गी दुखी
अभी संगठन में ही काम करेंगे राहुल 
शपथ ग्रहण के बाद पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि यूपीए-2 सरकार की कैबिनेट में यह आखिरी फेरबदल है। उन्‍होंने कहा कि नई कैबिनेट में युवा और अनुभवी मंत्रियों का अच्‍छा कॉम्बिनेशन है। उन्‍होंने भरोसा दिया कि आम चुनाव वक्‍त से पहले नहीं होंगे।
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के बारे में पीएम ने कहा कि वह चाहते थे कि राहुल गांधी भी कैबिनेट में शामिल हों लेकिन वह अभी संगठन में रहकर काम करना चाहते हैं। 
खुर्शीद बने विदेश मंत्री, बंसल को मिली रेल लेकिन दिग्गी दुखी
रविवार को शपथ लेने वाले मंत्रियों के विभाग
 
कैबिनेट मंत्री: के रहमान खान (अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण), दिनशा पटेल (खनन) , अजय माकन (आवास एवं शहरी गरीबी उन्‍मूलन), पल्‍लम राजू (मानव संसाधन विकास), अश्विनी कुमार (कानून मंत्री), हरीश रावत (जल संसाधन) और चंद्रेश कुमारी (संस्‍कृति)। 
 
राज्‍य मंत्री: मनीष तिवारी (सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, स्‍वतंत्र प्रभार), चिरंजीवी (पर्यटन, स्‍वतंत्र प्रभार), शशि थरूर (मानव संसाधन विकास), के सुरेश (श्रम एवं रोजगार), तारिक अनवर (कृषि एवं खाद्य प्रसंस्‍करण), सूर्य प्रकाश रेड्डी (रेल), रानी नारा (जनजातीय मामले), ए आर चौधरी (रेल), ए एच खान चौधरी (स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण), सर्व सत्यनारायण (सड़क परिवहन), नीनोंग इरिंग (अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण), दीपा दासमुंशी (शहरी विकास), बलराम नायक (सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता),  के कृपा रानी (संचार एवं सूचना प्रोद्यौगिकी, लालचंद कटारिया (रक्षा)। 
 

मंत्रियों में मची सरकार से दूर जाने की होड़ 

 
मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले सात मंत्रियों ने इस्तीफे दे दिए। शनिवार को तीन कैबिनेट और तीन राज्य मंत्रियों ने इस्तीफे सौंप दिए। इन कैबिनेट मंत्रियों में अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक, सुबोधकांत सहाय और राज्य मंत्रियों में महादेव खंडेला, अगाथा संगमा और विन्सेंट पॉल शामिल हैं।
 
सूचना और प्रसारण मंत्री के पद से इस्तीफा दे चुकी अंबिका सोनी को संगठन में गुलाम नबी आजाद की जगह महासचिव बनाया जाएगा। गुलाम नबी आजाद सिर्फ मंत्री रहेंगे। अभी वह पार्टी के महासचिव भी है। सूत्रों के अनुसार अंबिका सोनी को जल्द ही गुलाम नबी आजाद के प्रभाव वाले राज्य भी दिए जा सकते हैं।

खुर्शीद बने विदेश मंत्री, बंसल को मिली रेल लेकिन दिग्गी दुखी

सरकार में पहले से शामिल इन मंत्रियों के विभाग बदले हैं- 

 
कैबिनेट मंत्री
 
वीरप्‍पा मोइली (पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस), एस जयपाल रेड्डी (साइंस एंड टेक्‍नोलॉजी), कमलनाथ (शहरी विकास एवं संसदीय कार्य), व्‍यालार रवि (अप्रवासी भारतीय मामले), कपिल सिब्‍बल (संचार एवं सूचना तकनीकी), सीपी जोशी (सड़क परिवहन और हाईवे), कुमारी शैलजा (सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता), पवन बंसल (रेल),  सलमान खुर्शीद (विदेश),  जयराम रमेश (ग्रामीण विकास) 
 
राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार)
 
ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया (बिजली), के एस मुनियप्‍पा (माइक्रो, स्‍मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज), भरतसिंह सोलंकी (ड्रिंकिंग वाटर एंड सेनिटेशन), सचिन पायलट( कॉरपोरेट अफेयर्स), जितेंद्र सिंह (युवा मामले एवं खेल)
 
राज्‍य मंत्री 
 
ई अहमद (विदेश), डी पुरंदेश्‍वरी (वाणिज्‍य एवं उद्योग), जितिन प्रसाद (रक्षा एवं मानव संसाधन विकास), एस जगतरक्षकन (न्‍यू एंड रिन्‍यूएबल एनर्जी), आर पी एन सिंह (गृह), के 
सी वेणुगोपाल (नागरिक उड्डयन), राजीव शुक्‍ला (संसदीय कार्य एवं योजना) 
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के. रहमान खान
 
कर्नाटक से कांग्रेस सांसद के. रहमान खान राज्‍य सभा के डिप्‍टी चेयरमैन रह चुके हैं। रहमान खान 1978 में पहली बार कर्नाटक विधान परिषद के सदस्‍य बने थे। वह कर्नाटक राज्‍य अल्‍पसंख्‍यक आयोग के चेयरमैन रह चुके हैं। वह अप्रैल 1994 में पहली बार राज्‍य सभा के लिए निर्वाचित हुए।
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चंद्रेश कुमारी 
 
चंद्रेश कुमारी कटोच फिलहाल जोधपुर से कांग्रेस सांसद हैं। 1996 में वह राज्‍यसभा के लिए निर्वाचित हुई थीं। उस वक्‍त उन्‍हें सदन में कांग्रेस पार्टी का डिप्‍टी चीफ ह्विप बनाया गया था। वह 1984 में भी लोकसभा के लिए चुनी गई थीं। चंद्रेश हिमाचल प्रदेश सरकार में भी मंत्री रह चुकी हैं। 
खुर्शीद बने विदेश मंत्री, बंसल को मिली रेल लेकिन दिग्गी दुखी
चिरंजीवी 
 
अभिनेता से नेता बने चिरंजीवी ने अपनी पार्टी प्रजा राज्यम का कांग्रेस में विलय कर दिया था। विलय के बाद 18 विधायकों की बदौलत आंध्र प्रदेश की कांग्रेस सरकार की स्थिरता पक्की कर दी गई। 22 अगस्त, 1955 को जन्‍मे चिरंजीवी तेलुगु एवं हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। इन का वास्तविक नाम है, कोणिदेल शिव शंकर वर प्रसाद। इन्होंने अभी तक तीन हिन्दी फिल्मों में काम किया है। बॉलीवुड और टॉलीवुड के मशहूर अभिनेता चिरंजीवी को सात बार दक्षिण भारतीय फिल्मफेयर अवॉर्ड और चार बार नंदी अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। अपनी पहली हिंदी फिल्म प्रतिबंध के लिए भी चिरंजीवी को फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नामित किया जा चुका है। आंध्र प्रदेश के ओगोले स्थित सीएसआर शर्मा कॉलेज से बारहवीं की परीक्षा पास की। चिरंजीवी ने कॉमर्स विषय के साथ स्नातक उपाधि ग्रहण की। पढ़ाई पूरी करने के बाद चिरंजीवी चेन्नई आ गए। उन्होंने अभिनय सीखने के लिए मद्रास फिल्म इंस्टिट्यूट में दाखिला ले लिया। वर्ष 1980 में चिरंजीवी ने सुरेखा से शादी की। चिरंजीवी की दो बेटियां और एक बेटा रामचरण तेजा हैं। चिरंजीवी ने पुनाधिरल्लू फिल्म के साथ अपने करियर की शुरुआत की, हालांकि प्रणाम खरीदू फिल्म पहले प्रदर्शित हुई। प्रख्यात निर्देशक बापू की फिल्म मना पूरी पंडावुलू ने चिरंजीवी को पहचान दिलवाई।
खुर्शीद बने विदेश मंत्री, बंसल को मिली रेल लेकिन दिग्गी दुखी
डी. पुरंदेश्वरी
 
आंध प्रदेश की विशाखापट्टनम सीट की सांसद डी. पुरंदेश्वरी कांग्रेस की सांसद हैं। 22 अप्रैल, 1959 को चेन्‍नई में जन्‍मीं डी. पुरंदेश्वरी पहली बार कांग्रेस की सीट से ही 14 वीं 
 
लोकसभा में पहुंची थीं। इसके बाद वे 2009 के आम चुनाव में आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम चुनाव क्षेत्र से 15 वीं लोकसभा के लिए सदस्य निर्वाचित हुईं। 
 
 
sabhar dainikbhaskar.com
 

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