दस हजार रूपये मांगने का आरोप
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। अपने परिचित से थाने मिलने गये व्यक्ति के साथ थाने में मौजूद दरोगा ने उसे व उसके साथ गये अन्य दो व्यक्तियों के साथ गाली गलौच करते उनसे दुर्व्यवहार करते हुए उन्हें जेल में भेजने की धमकी देते हुए थाने से भगा दिया और थाने में बैठाये उसके परिचित को छोडने की एवज में दस हजार रूपये की रिश्वत की मांग की। पीडित ने आरोपी दरोगा के खिलाफ एसएसपी को शिकायती पत्र देकर न्याय दिलाये जाने की गुहार लगाते हुए आरोपी दरोगा से अपनी व अपने परिवार की जानमाल की सुरक्षा की मांग की।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना नई मंडी क्षेत्र के जानसठ रोड स्थित गुलशन विहार कालोनी निवासी नीरज कुमार पुत्र सहन्सरपाल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा.विरेन्द्र बहादुर सिह को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि नई मन्डी कोतवाली में तैनात एक दरोगा ने उसके साथ र्दुव्यवहार किया है। इसकी निष्पक्ष जांच कराकर दरोगा के खिलापफ कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की। एसएसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र मे पीडित नीरज कुमार ने बताया कि वह एक सीध-सादा व्यक्ति है और अपने बच्चों को पढाने के उददेश्य से गांव फहीमपुर कलां से वर्तमान में उक्त कालोनी मे ंरह रहा है। उसके यहां अलमासपुर में दूध की डेरी चलाने वाले रामानन्द के यहां से दूध आता है। इस कारण उससे रामानन्द की जान पहचान है। रामानन्द का पुत्र सचिन किसी केस मे वांछित चल रहा है। जिस कारण उसके पुत्र सचिन के फरार होने से नई मन्डी पुलिस ने रामानन्द को उसकी डेरी से सचिन की एवज मे उठाकर कोतवाली मे बैठा रखा है। जब उसे इसकी जानकारी हुई तो जान पहचान होने के नाते वह रामानन्द से मिलने के लिए नई मन्डी थाने जा पहंुचा। जहां मौजूद दरोगा संजय वर्मा से जब उसने तथा साथ आए आदेश पुत्र रामानन्द व संदीप पुत्र चन्द्रभान ने रामानन्द के सम्बन्ध मंे बातचीत करनी चाही तो आरोप है कि उक्त दरोगा ने उनके साथ अभद्र व्यव्हार किया। और सभी को भददी-भददी गांलियां देते हुए वहां से भगा दिया। नीरज का आरोप है कि उक्त दरोगा ने उन्हें भी जेल भेजने की धमकी दे डाली तथा साथ ही रामानन्द को छोड़ने की एवज मे दस हजार रूपये की मांग भी की। एसएसपी ने इस सम्बन्ध मे आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना नई मंडी क्षेत्र के जानसठ रोड स्थित गुलशन विहार कालोनी निवासी नीरज कुमार पुत्र सहन्सरपाल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा.विरेन्द्र बहादुर सिह को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि नई मन्डी कोतवाली में तैनात एक दरोगा ने उसके साथ र्दुव्यवहार किया है। इसकी निष्पक्ष जांच कराकर दरोगा के खिलापफ कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की। एसएसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र मे पीडित नीरज कुमार ने बताया कि वह एक सीध-सादा व्यक्ति है और अपने बच्चों को पढाने के उददेश्य से गांव फहीमपुर कलां से वर्तमान में उक्त कालोनी मे ंरह रहा है। उसके यहां अलमासपुर में दूध की डेरी चलाने वाले रामानन्द के यहां से दूध आता है। इस कारण उससे रामानन्द की जान पहचान है। रामानन्द का पुत्र सचिन किसी केस मे वांछित चल रहा है। जिस कारण उसके पुत्र सचिन के फरार होने से नई मन्डी पुलिस ने रामानन्द को उसकी डेरी से सचिन की एवज मे उठाकर कोतवाली मे बैठा रखा है। जब उसे इसकी जानकारी हुई तो जान पहचान होने के नाते वह रामानन्द से मिलने के लिए नई मन्डी थाने जा पहंुचा। जहां मौजूद दरोगा संजय वर्मा से जब उसने तथा साथ आए आदेश पुत्र रामानन्द व संदीप पुत्र चन्द्रभान ने रामानन्द के सम्बन्ध मंे बातचीत करनी चाही तो आरोप है कि उक्त दरोगा ने उनके साथ अभद्र व्यव्हार किया। और सभी को भददी-भददी गांलियां देते हुए वहां से भगा दिया। नीरज का आरोप है कि उक्त दरोगा ने उन्हें भी जेल भेजने की धमकी दे डाली तथा साथ ही रामानन्द को छोड़ने की एवज मे दस हजार रूपये की मांग भी की। एसएसपी ने इस सम्बन्ध मे आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया।
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