New Delhi.
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कोयला ब्लॉक आवंटन पर कैग रिपोर्ट के मद्देनजर अपने इस्तीफे की विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए कहा कि हमने स्थिति साफ कर दी है और मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि हमें प्रधानमंत्री पद की मर्यादा रखनी चाहिए और देश की जनता ने हमें पांच साल के लिए चुना है इसलिए विपक्ष की मांग के आगे झुकने का सवाल ही नहीं है।
ईरान दौरे पर गए प्रधानमंत्री ने स्वदेश लौटते समय विमान में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विपक्ष को चाहिए कि वह संसद को चलने दे और वहां सरकार से सवाल जवाब करे। उन्होंने कहा कि मैं दबाव में नहीं आउंगा और यदि मैं इस्तीफा देने पर विचार भी कर रहा होता तो मैं ईरान के दौरे पर जाता ही नहीं।
प्रधानमंत्री सिंह ने उन पर हुए हालिया हमलों के संदर्भ में कहा, मुझे प्रधानमंत्री कार्यालय की गरिमा बनाए रखनी है। भाजपा को राजनीतिक एजेंडा तय करने देने पर प्रधानमंत्री ने कहा, नेताओं के साथ आरोप प्रत्यारोप में शामिल नहीं होना चाहता, यही बेहतर है जैसा कि मैंने पहले भी कहा है। मैं चुप रहता हूं।
राहुल गांधी के मंत्री बनने की संभावनाओं पर पूछे गये प्रश्न के उत्तर में प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने राहुल से कई बार कहा है कि वह सरकार में शामिल हों लेकिन अंततः निर्णय उन्हें ही करना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वह सरकार में मंत्री बनेंगे।
उन्होंने कहा कि घरेलू राजनीति में समन्वय की कमी एक वजह रही है जिससे देश नौ प्रतिशत आर्थिक वृद्धि की बुनियाद को पक्की नहीं कर पाया। उन्होंने कहा कि सरकार जीएसटी लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति से हुई मुलाकात के बारे में उन्होंने कहा कि यह स्वाभाविक भावना होनी चाहिए कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं से भारत के खिलाफ आतंकवाद के मामले से निबटने में वह सब कुछ कर रहा है जो वह कर सकता है। उन्होंने कहा कि मुंबई नरसंहार के जघन्य अपराध के आरोपियों की सुनवाई पाकिस्तान की महत्वपूर्ण परीक्षा है।
sabhar prabhasakshi.com
No comments:
Post a Comment