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Sunday, August 26, 2012

यहां होता हथियारों के खेल में लोगों को फंसाने का कारोबार


गोविंद चौहान
जम्मू। राजौरी जिले में एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है जिसमें पुलिस वाले आम नागरिकों को आतंकियों का मददगार बताकर उनसे पैसे बटोरते थे। दो पुलिसकर्मी, एक टीए का जवान तथा एक दुकानदार को पकड़ा गया है। केस में एक अधिकारी का भी नाम बाहर आ रहा है। लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए गुप्त रखा गया है।
डीएसपी हेडक्वार्टर के दो पीएसओ ने सूचना दी कि थन्नामंडी रोड पर स्थित दुकानदार मोहम्मद जावेद आतंकी घटनाओं में शामिल है। उसकी दुकान में हथियार छिपाए गए हैं। दुकान की तलाशी पर एक ग्रेनेड बरामद हुआ। ऑपरेशन टीम को शक हुआ। क्योंकि दुकान के अंदर पड़ा ग्रेनेड बाकी जवानों को बरामद नहीं हुआ। लेकिन पीएसओ को आसानी से मिल गया।दुकानदार ने भी टीम को बताया कि दोनों पीएसओ उसे पिछले कई दिनों से तंग कर रहे थे। उससे पैसे की डिमांड की जा रही थी। इसलिए मामले को शक के दायरे में लेते हुए टीम ने दोनों पीएसओ मोहम्मद रहीम तथा बशारत हुसैन को भी पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। पूछताछ में सामने आया उन्होंने खुद ही रात में दुकान को खोल कर ग्रेनेड रखा था। उन्होंने सेना की 156 टीए बटालियन के जवान मोहम्मद हनीफ से इसे लिया था। सेना के जवान का नाम बाहर आने के बाद पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया।
टीम को पता चला कि वह आतंकवाद के नाम पर लोगों से पैसे बटोरते थे। उन्हें पता चला था कि दुकानदार सउदी अरब से आया है। उसके पास काफी पैसे है। इसलिए वह उसे आतंकवाद के मामले में फंसाकर पैसे बटोरने वाले थे। लेकिन उससे पहले ही दोनों की सच्चाई बाहर आ गई। मामले की जांच में आतंकियों से लिंक सामने आ रहे हैं।
sabhar dainikbhaskar.com

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