कैलिफोर्निया। नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने सफलता की नई इबारत लिखते हुए पहली बार इंसान की आवाज को मंगल से वापस धरती पर भेजा है। यह आवाज रेडियो तरंगों के माध्यम से धरती से मंगल तक पहुंचाई गई थी। उसे क्यूरियोसिटी ने वहां रिकॉर्ड करके नासा के डीप स्पेस नेटवर्क को वापस भेजा है। यह आवाज नासा के प्रबधंक चार्ल्स बोल्डेन की है। इसमें वह क्यूरियोसिटी के मंगल की सतह पर उतरने के बाद अपने सहयोगियों को बधाई दे रहे हैं।
हमारा मिशन मंगल अगले साल
अगले वर्ष नवंबर में भारत का मंगल अभियान शुरु होगा। हमारे मिशन का लक्ष्य मंगल के वातावरण में मिथेन का पता लगाना है। इसरो के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर यू आर राव ने मंगलवार को एक बातचीत के दौरान कहा कि जब देश ने चंद्रयान-1 अभियान शुरू किया तब हमें पता नहीं था कि हम चंद्रमा पर पानी का पता लगाने में सफल होंगे। अपेक्षाकृत देर से चंद्र अभियान की शुरुआत के बावजूद हम यह करने में सफल रहे। प्रो राव के अनुसार मंगल के बारे में हो रही खोज काफी महत्वपूर्ण हैं। 500 वर्ष बाद इस ग्रह का उपयोग पृथ्वी के लिए संसाधन के रूप में किया जा सकता है। यह मिशन भविष्य में मंगल पर इंसान के पहुंचने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
sabhar dainikbhaskar.com
No comments:
Post a Comment