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Sunday, August 5, 2012

मुजफ्फरनगर में डग्गामार वाहन बने जी का जंजाल

परिवहन व पुलिस विभाग की मिलीभगत जारी

वाहनों में भरते हैं भूसे की तरह सवारी

रोडवेज विभाग का हो रहा है लाखों का नुकसान
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। जिला चिकित्सालय गेट के बाहर नियमों व कानून को ताक पर रखकर पुलिस एवं परिवहन विभाग की मिलीभगत से डग्गामार वाहन चालक धड़ल्ले से पुरकाजी तक वाहन चला रहे है। यही हाल मुजफ्फरनगर से खतौली मार्ग तथा मुजफ्फरनगर से शाहपुर मार्ग पर है। सवारियों को डग्गामार वाहनों में भूसे की तरह भर लिया जाता है। सवारियों को होने वाली परेशानियों से इनका कोई कोई सरोकार नही है। इन्हें तो सिर्फ अपने पैसे से मतलब है, आलम यह है कि डग्गामार वाहनों के चलने से रोडवेज बसें खाली चल रही है। जिसके कारण सरकार को लाखों रूपये प्रति माह का चूना लग रहा है।
गौरतलब है कि कुछ दिन तो येे अवैध वाहन यहां से नदारद रहे लेकिन अब दोबारा डग्गामार वाहन जिला चिकित्सालय गेट, शामली बस स्टैंड एवं महावीर चौक पर धडल्ले से सवारियां भरते देखे जा सकते हैं। डग्गामार वाहन चालकों का हाल यह है कि ये जहां से सवारियां भरते हैं वहां रोेडवेज को रूकने नहीं देते। दिन में कई-कई बार डग्गामार वाहन चालकों एवं रोडवेज चालकों के बीच मारपीट की नौबत आ जाती है। जिसके चलते मजबूरन रोडवेज चालक खाली बस लेकर ही चले जाते हैंं। इन अवैध रूप से चल रहे वाहनों के कारण सरकार को प्रतिमाह लाखों रूपए राजस्व की हानि हो रही है। पुलिस एवं उपसम्भागीय परिवहन विभाग की मिलीभगत के चलते वाले वाहन चांदी काट रहे हैं। वहीं दूसरी गाड़ियां नुकसान मे चल रही है। इन डग्गामार वाहनों की शिकायत बार-बार अधिकारियों एवं एआरटीओ से किए जाने के बावजूद भी आज तक कोई कार्यवाही नही हो पाई है। यदा-कदा सहायक सम्भागीय परिवहन विभाग के अधिकारी दिखावे के लिए कभी-कभी एक दो वाहनो को चालान कर देते है। लेकिन मजे की बात तो यह है कि दो चार दिन बाद ही इन वाहनो को पिफर से सड़कों पर देखा जा सकता है। जबकि कई बार इन डग्गामार वाहनों में अधिकाधिक सवारियां भरे होने के कारण दूर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह से नगर के जागरूक लोगों ने मांग की है कि परिवहन विभाग व पुलिस की इस जुगलबंदी को खत्म करा जाये जिससे यात्रियों को सुविधा मिल सके।

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