खादर क्षेत्र में गंगा ऊफान पर
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। जिले के खादर क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है जिसके चलते जिला प्रषासन सचेत हो गया है। हालांकि गत दिवस के मुकाबले गंगा का जलस्तर दस बीस सेंटीमीटर कम हुआ है लेकिन उत्तराखंड से गंगा में लगातार छोडे़ जा रहे पानी से स्थिति जस की तस बनी हुई है। गंगा बैराज पर देर सायं जलस्तर 219.30 के आसपास था जो खतरे के निशान से कुछ कम है। उधर रामराज क्षेत्र के ग्राम हंसवाला में सैकडों एकड ईख की फसल जलमग्न हो गयी। डीएम सुरेंद्र सिंह और मध्य गंगा नहर के चीफ इंजीनियर सहित तमाम अधिकारियों ने रामराज इलाके में गंगा के तटबंधों का निरीक्षण किया। उत्तराखंड गंगा में छोडे जा रहे पानी के कारण बैराज पर जलस्तर दिनभर 219.20 से 219.30 के बीच ही बना रहा। इस दूरी ने अध्किारियों के कान खडे कर दिये है। गंगा में उत्तराखंड के हरिद्वार बैराज से 1.72 लाख क्यूसेक पानी छोडा गया। जिसमें से गंगा बैराज से सात हजार क्यूसेक पानी तो मčय गंगा नहर में छोड दिया बाकी 1.64 लाख क्यूसेक गंगा में छोड दिया गया। जिससे रामराज खादर और हस्तिनापुर के गांवों में बाढ का खतरा मंढराने लगा है। डीएम सुरेंद्र सिंह, एडीएम राजेश कुमार श्रीवास्तव मध्य गंगा नहर के चीफ इंजीनियर जीके सिरोटिया, मध्य गंगा सर्किल प्रथम के अधीक्षण अभियंता एके सेठी, बिजनौर के मध्य गंगा नहर के अधिशासी अभियंता विनय कुमार राठी, एसडीओ शिवंांत अग्रवाल, जेई मनोज त्रिवेदी आदि ने गंगा के तटबंधों का दौरा किया। वहीं बाढ का पानी तटबंध के निकट हंसावाला के किसानों के ईख के खेतों में घुस गया है। हंसवाला के किसान किशन, सुरेश, दरियाव, चतर सिंह, प्रमोद, सुभाष, जगते, रघुबीर, गुल्लू आदि को ईख की फसल जलमग्न हो गयी। वहीं हंसवाला के निकट ही मजरे छिलोर के रामशरण, मदन सिंह, राजेंद्र, नरेश, रणधीर, मूलचंद, राजू, दिलेराम, अनिल आदि की फसल पानी में घिरी है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि तटबंध टूटा तो गांव अहमदवाला, हंसवाला, अल्लूवाला, लालपुर रहडवा, स्थाली, हुसैनपुर, जीवनपुरी, रामपुर ठकरा, शहपुर, चूहापुर में बाढ़ का पानी तबाही मचा देगा। तटबंधों से गांवों की आबादी में पानी नहीं घुसता। जहां तटबंध कमजोर हैं वहां पर प्रशासन और ग्रामीण मरम्मत करने में जुटे है और जेसीबी मशीन को मिट्टी डालने पर लगाया गया है।
No comments:
Post a Comment