नई दिल्ली। घरेलू कामकाज के लिए दिल्ली लाई गई गुमला की 12 वर्षीय अरुणा (बदला हुआ नाम) को दिल्ली पुलिस और स्वयंसेवी संस्था शक्ति वाहिनी ने तिलक नगर इलाके से शनिवार को बचाया।
अपने घर में अरुणा से काम लेने वाले मालिक कुलदीप सिंह ने कहा कि मैं तुम्हें 20,000 रुपए में खरीद कर लाया हूं। सोमवार को अरुणा को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी), निर्मल छाया के समक्ष पेश किया गया।
सीडब्ल्यूसी ने अरुणा के प्रति मालिक के अमानवीय व्यवहार और प्लेसमेंट एंबेसी द्वारा उसके बेचे जाने की तथ्यों की जांच और कानूनी करवाई करने के आदेश दे दिए हैं। मामले की अगली सुनवाई के लिए तिलक नगर पुलिस थाने के एसएचओ को 1 अक्टूबर तक समय दिया है
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