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Saturday, September 29, 2012

केन्द्र सरकार की नीति खाना महंगा बात फ्री

आम जनता के मुंह से निवाला निकालकर फोन पर फ्री बात कराने की योजना को अमली जामा पहनाने में जुटी सरकार

एक-दूसरे से बातचीत हमें सशक्त बनाती है, मजबूती देती है, दूरियां घटाती हैः सिब्बल

सचिन धीमान
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)।
देश की केन्द्र सरकार देश की जनता को जहां एक ओर महंगाई के बोझ में दबाकर भूखा मारने पर उतारू है वहीं दूसरी ओर केन्द्र सरकार ने भूखा मरने को मजबूर देश की जनता के पेट की भूख बातों से मिटाने की योजना को अमलीजामा पहनाने की किवायद शुरू कर दी है। केन्द्रीय दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने टेलीकॉम ऑपरेटरों के साथ की बातचीत में स्पष्ट कर दिया है कि देश की जनता को एक-दूसरे बात करने का पैसा नहीं देना चाहिए। सरकार योजना स्पष्ट देखाई देने लगी है कि सरकार आम जनता के मुंह से निवाला निकालकर फोन पर फ्री बात कराया करेगी। ताकि महंगाई के बोझा में दबा व्यक्ति खाने पीने के समय महंगा खाना खाने की बजाए अपने परिचितों से फोन पर बात कर अपना पेट बातों से भरकर ही रात को सो जाये।
उल्लेखनीय है कि जब जब देश में कांग्रेस की सरकार आयी है तब तब बेलगाम महंगाई आयी है और देश की जनता के सामने भूखा मरने तक की नौबत आ गयी। ऐसा ही नजारा देश में वर्तमान में देखने को मिल रहा है। देश की जनता महंगाई के त्रस्त होने के कारण सडकों पर धरने प्रदर्शन कर महंगाई कम करने के लिए चिल्ला रही है लेकिन देश की सत्तारूढ कांग्रेस सरकार ने विगत दिनों गैस सिलेण्डरों से सब्सिडी खत्म करते हुए गैस सिलेण्डारों के दाम दोगुने से ज्यादा कर दिये है तो वहीं डीजल के दामों में 5 रूपये की बढोत्तरी करते हुए आग लगा दी थी। जिसके बाद देश की जनता व किसानों के सामने भूखे मरने की नौबत आ खडी हुई और व्यापारियों सहित आम जन सडकों पर आ गया और केन्द्र सरकार व सोनिया गांधी के पुतले आदि फूंकते हुए गैस सिलेण्डर व डीजल के बढे हुए दामों को वापिस लेने की मांग की लेकिन देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बढे हुए दामों को वापिस मना कर दिया और साथ ही देश की जनता को अपना पद की गरिमा और अपनी छोटी सोच का परिचय देते हुए कहा कि पैसे पेड पर नहीं लगते है जिससे देश की जनता को बडा झटका लगा। जिससे स्पष्ट प्रतीत होने लगा है कि केन्द्र सरकार जानबूझकर देश की जनता के ऊपर गैस सिलेण्डरों व डीजल के दामों में बढोत्तरी करते हुए महंगाई का बोझ डाल रही है। देश की जनता को दूसरा झटका शनिवार को उस समय लग गया जब देशवासियों को खबर मिली कि गैस सिलेण्डरों से पूरी तरह अगले सात तक सब्सिडी खत्म करते हुए गैस सिलेण्डरों के दामों में एक बार फिर 50 रूपये व डीजल के दामों में 4 रूपये की बढोत्तरी हो सकती है।
 वित्त आयोग के पूर्व चेयरमैन एवं केलकर समिति के अध्यक्ष विजय ने  डीजल के भाव में चार रुपए प्रति लीटर और गैस की कीमत में ५० रुपए प्रति सिलेंडर इजाफा करने की सिफारिश की है। साथ ही अनाज और खाद की कीमत पर से सब्सिडी खत्म करने को कहा है। इसने डीजल और एलपीजी पर अगले साल तक सब्सिडी पूरी तरह खत्म करने को कहा है। साथ ही २०१४-१५ तक केरोसिन की सब्सिडी में एक तिहाई कमी करने की जरूरत बताई है। इसके दाम में भी दो रुपए प्रति लीटर बढ़ाने की सिफारिश की है।
वहीं जनता को एक बडा शॉट उस समय लग गया जब पता चला कि सरकार गैस, अनाज, खाद, डीजल व एलपीजी से सब्सिडी खत्म कर कर फोनों पर बात फ्री कराने की योजना बनाये जाने का पता चला। इस खबर से लोगों के दिलों की धडक्कने भी अभी से रूकनी शुरू हो गयी है। 
गौरतलब है कि केंद्रीय दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने टेलीकॉम ऑपरेटरों के बीच नई बहस छेड़ते हुए सीआईआई की ओर से आयोजित ब्रॉडबैंड समिट में उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्य की बात है कि हमें आज भी बातचीत पर पैसा देना पड़ता है। आखिर हम बातचीत के लिए पैसा क्यों दें। ऑपरेटर आखिर एक-दूसरे से बातचीत करने पर चार्ज क्यों करते हैं।’’ उन्होंने ऑपरेटरों को सलाह दी कि वे बातचीत मुफ्त करने की दिशा में सोचें साथ यह भी कहा कि लेकिन यह असंभव भी नहीं है। परंतु आय के लिए कंपनियों को डाटा सर्विस की ओर देखना चाहिए। सिब्बल ने कहा कि उन्हें मानसिकता बदलने की जरूरत है। अभी आय के लिए सिर्फ बातचीत पर ध्यान केंद्रित किया गया है। डाटा सर्विस से बेहतर आय हो सकती है। ऑपरेटरों को इस दिशा में बढऩा होगा। आय के लिए बातचीत पर निर्भर रहने की मानसिकता बदलनी होगी। सिब्बल ने कहा कि एक-दूसरे से बातचीत हमें सशक्त बनाती है, मजबूती देती है, दूरियां घटाती है। इस पर आखिर पैसा क्यों लगना चाहिए? उन्होंने कहा कि सरकार ब्रॉडबैंड को विस्तार देगी। इसके लिए सरकार हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है। जल्द ही आकाश-२ का प्रस्ताव भी कैबिनेट के पास भेजा जा रहा है, जिससे जल्द ही छात्रों के हाथ में ५० लाख नए आकाश आ पाए। केन्द्रीय मंत्री सिब्बल की इस बात से लगने लगा है कि कांग्रेस सरकार देशवासियों को खाने पीने की वस्तुओं पर महंगाई बढाकर आम जनता को भूखा मरने पर विश्वस करने के साथ ही उनकी भूख को फोन पर फ्री बात करा मिटाने की योजना में है परंतु केन्द्रीय मंत्री सिब्बल को शायद यह मालूम नहीं है कि एक दूसरे से बात करने से न तो मजबूती देती है और न ही सशक्त बनाती है परंतु यदि व्यक्ति तीनों समय भरपूर भोजन करता है तो करता है तो वह एक मजबूत व शक्तिशाली बन सकता है और उसकी सोचने समझने और कार्य करने की क्षमता भी बढ जाती है जो देश की तरक्की के लिए ज्यादा से ज्यादा सोच समझकर सही कार्य कर सकता है। 
वहीं दूसरी ओर लोगों का कहना है कि सरकार एलपीजी व डीजल से पूरी तरह सब्सिडी खत्म करने व अनाज, खाद से सब्सिडी खत्म करने की बात इसलिए उठा रही है ताकि अनाज, खाद, एलपीजी व डीजल से सब्सिडी खत्म कर देश में लायी गयी एफडीआई से लोग सामान खरीदने लगे ओर देखते ही देखते सन् 1947 से पूर्व की भांति एक बार फिर भारतीय विदेशियों के गुलाम हो जाये।
लोगों का कहना है कि फ्री बात करने से लोगों को जीने के लिए शक्ति प्राप्त नहीं होती है परंतु जब वह भोजन करेगा तभी जिंदा रह सकता है और बात भी कर सकता है यदि इंसान भोजन ही नहीं करेगा तो वह फ्री बात ही क्या कर पायेगा।

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