मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। श्री जी सेवा समिति द्वारा गांधी कालोनी स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में आयोजित श्री मदभागवत ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन श्रद्धालुओं को कथामृत पिलाते हुए कथाव्यास हिमेश शास्त्री ने कहा कि श्रीमद भागवत परम सत्य का ध्यान कराती है तथा यह निष्कपट प्रेम धर्म का प्रतिपादन करती है।
कथा व्यास हिमेश शास्त्री ने कहा कि श्रीमदभागवत कथा मोक्षदायिनी है। यह व्यक्ति को परम सत्य का ध्यान कराती है। राजा परीक्षित ने शमिक मुनि के श्राप से मुक्ति के लिए पश्चाताप करते हुए तथा निजी कल्याण की इच्छा के लिए शुक्रताल के आकर गंगा तट पर सुखदेव जी महाराज से भागवत कथा का श्रवण किया। यह श्रीमद भागवत का ही प्रताप है कि राजा परीक्षित श्रीमद भागवत कथा सुनने के उपरान्त मोक्ष को प्राप्त हुए। महाराज श्री ने कहा कि ईश्वर से कभी अपने लिए कुछ नहीं मांगना चाहिए। यदि प्रभु से मांगना ही है तो उनसे उनकी भक्ति को मांगना चाहिए। ब्रज की गोपियों ने कभी भी भगवान श्रीकृष्ण से किसी भी चीज की कामना नहीं की उन्होंने हमेशा श्रीकृष्ण से निष्काम भक्ति मांगी। कथा के बीच बीच में महाराज श्री ने सुंदर भजन सुनाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। कथा के प्रारम्भ में कथाव्यास महाराज श्री का श्री जी सेवा समिति के पदाध्किारियों एवं यजमानों ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। कथा में सुनील ग्रोवर, बाबूराम कौशल, अश्वनी रहेजा, नीरज अग्रवाल, सुनील गर्ग, ईश कौशल, राधे गाबा, लोकेश भारद्वाज, अनिल सिंघल, संतोष शर्मा, विजय पांडे, सुनील कपूर आदि का विशेष योगदान रहा।
कथा व्यास हिमेश शास्त्री ने कहा कि श्रीमदभागवत कथा मोक्षदायिनी है। यह व्यक्ति को परम सत्य का ध्यान कराती है। राजा परीक्षित ने शमिक मुनि के श्राप से मुक्ति के लिए पश्चाताप करते हुए तथा निजी कल्याण की इच्छा के लिए शुक्रताल के आकर गंगा तट पर सुखदेव जी महाराज से भागवत कथा का श्रवण किया। यह श्रीमद भागवत का ही प्रताप है कि राजा परीक्षित श्रीमद भागवत कथा सुनने के उपरान्त मोक्ष को प्राप्त हुए। महाराज श्री ने कहा कि ईश्वर से कभी अपने लिए कुछ नहीं मांगना चाहिए। यदि प्रभु से मांगना ही है तो उनसे उनकी भक्ति को मांगना चाहिए। ब्रज की गोपियों ने कभी भी भगवान श्रीकृष्ण से किसी भी चीज की कामना नहीं की उन्होंने हमेशा श्रीकृष्ण से निष्काम भक्ति मांगी। कथा के बीच बीच में महाराज श्री ने सुंदर भजन सुनाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। कथा के प्रारम्भ में कथाव्यास महाराज श्री का श्री जी सेवा समिति के पदाध्किारियों एवं यजमानों ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। कथा में सुनील ग्रोवर, बाबूराम कौशल, अश्वनी रहेजा, नीरज अग्रवाल, सुनील गर्ग, ईश कौशल, राधे गाबा, लोकेश भारद्वाज, अनिल सिंघल, संतोष शर्मा, विजय पांडे, सुनील कपूर आदि का विशेष योगदान रहा।
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