लखनऊ. बरसात के बाद अपनी झोपड़ी को लीपने के लिए टीले से मिट्टी खोदना जालौन जिले में चार बच्चों समेत छह लोगो के लिए जानलेवा साबित हुआ, जबकि तीन लोग अभी भी ज़िन्दगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं।
आज दोपहर कुछ गरीब महिलाएं और बच्चे जालौन जिले के रामपुरा थाना अंतर्गत कुशेय्पुरा गाँव में एक टीले से मिट्टी खोद रहे थे तभी सहसा वो पूरा मिट्टी का टीला ध्वस्त हो गया और देखते ही देखते 9 महिलाएं और बच्चे उसके निचे दब गए।
गांव के लोगों ने पुलिस आने का इंतज़ार किये बिना फावड़े से दबे लोगों को निकालने की कोशिश की पर तब तक छह की मौत हो चुकी थी। मरने वालों में एक भाई बहन समेत दो महिलाएं भी थी। मृतकों में चार बच्चे, अंजलि (11), विकास (12), अर्चना (13) और मोहिनी (11) शामिल हैं..जबकि दो महिलाओं राम प्यारी देवी (65) और चतुरा देवी (50) वर्ष की भी मौत हो गई। तीन लोगो को ग्रामीणों ने ज़िंदा तो निकाल लिया, पर उनकी हालत भी रामपुरा सामुदायिक स्वास्थय केंद्र में चिंताजनक बनी हुई है।
आज दोपहर कुछ गरीब महिलाएं और बच्चे जालौन जिले के रामपुरा थाना अंतर्गत कुशेय्पुरा गाँव में एक टीले से मिट्टी खोद रहे थे तभी सहसा वो पूरा मिट्टी का टीला ध्वस्त हो गया और देखते ही देखते 9 महिलाएं और बच्चे उसके निचे दब गए।
गांव के लोगों ने पुलिस आने का इंतज़ार किये बिना फावड़े से दबे लोगों को निकालने की कोशिश की पर तब तक छह की मौत हो चुकी थी। मरने वालों में एक भाई बहन समेत दो महिलाएं भी थी। मृतकों में चार बच्चे, अंजलि (11), विकास (12), अर्चना (13) और मोहिनी (11) शामिल हैं..जबकि दो महिलाओं राम प्यारी देवी (65) और चतुरा देवी (50) वर्ष की भी मौत हो गई। तीन लोगो को ग्रामीणों ने ज़िंदा तो निकाल लिया, पर उनकी हालत भी रामपुरा सामुदायिक स्वास्थय केंद्र में चिंताजनक बनी हुई है।
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