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Friday, September 28, 2012

पवार के इस्तीफे ने मंत्रिमंडल का विस्तार टाला

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार फिलहाल टल गया है। महाराष्ट्र की राजनीतिक गतिविधयां इसकी बड़ी वजह तो है ही, कुछ नामों को लेकर भी कांग्रेस आलाकमान पसोपेश में है। अब यह विस्तार अगले महीने के तीसरे सप्ताह में होगा। इससे उन मंत्रियों को राहत मिली है, जिन पर छटनी की तलवार लटकी है तो दूसरी तरफ उन्हें मायूसी हाथ लगी है, जिनके मंत्री बनने की उम्मीद थी। कांग्रेस उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा, महाराष्ट्र और मुंबई के प्रदेश अध्यक्षों को बदलने की भी सोच रही थी, फिलहाल इस पर भी विराम लग गया है। उत्तराखंड में तो विधानसभा चुनाव के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य को बदलने की अटकलें लगाई जा रही हैं। वे अभी बहुगुमा मंत्रिपरिषद में मंत्री हैं और ऐसा माना जारहा है कि केंद्रीय मंत्री हरीश रावत के नजदीकी सांसद प्रदीप टम्टा को नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। दूसरी तरफ बिहार में प्रदेश अध्यक्ष महबूब अली कैसर की छुट्टी होनी भी तय है। वहां प्रदेश अध्यक्ष को लेकर लंबी फेहरिस्त है। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो बिहार में इस बार किसी ब्राह्मण को कांग्रेस अपना अध्यक्ष बनाएगी। विधान परिषद सदस्य और वरष्ठि नेता विजय शंकर दुबे इस दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं। हालांकि प्रेमचंद मिश्र सहित कई और नेता भी इस दौड़ में हैं।
लेकिन महाराष्ट्र की राजनीतिक स्तिथि ने फिलहाल इन सारी कवायदों पर विराम लगा दिया है। आर्थिक सुधारों को लेकर कांग्रेस कार्यसमिति और फिर यूपीए समन्वय समिति की बैठक में सरकार की पहल को समर्थन मिलने के बाद इस पर विचार-विमर्श चल रहा है कि सरकार में किसे शामिल किया जाए। हालांकि कुछ नाम तय हैं। लेकिन सोनिया की मुहर लगनी अभी बाकी है। पर्यटन मंत्री सुबोध कांत सहाय, कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा और ग्रामीण राज्य मंत्री आगाथा संगमा पर खतरे की तलवार लटक रही है। तारिक अनवर, पी.एल पुनिया, के रहमान खान, सत्यव्रत चतुर्वेदी, जनार्दन द्विवेदी, मीनाक्षी नटराजन कुछ ऐसे नाम हैं जिनके मंत्री बनने की उम्मीद है। कुछ राज्य मंत्रियों को प्रमोट करने की भी चर्चा है। इनमें सचिन पायलट, जतिन प्रसाद और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं। लेकिन इन्हें अभी कुछ दिन और इंतजार करना पड़ सकता है। वैसे संगठन में भी फेरबदल होने की उम्मीद है। बिहार से कुछ लोगों को संगठन में शामिल किया जा सकता है।
sabhar newsview.com

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