रामकुमार तिवारी, भोपाल
बालाघाट जिले में सक्रिय नक्सलियों ने एक मंत्री और दो विधायकों को टारगेट बनाया है। उन्होंने धमकी दी है कि मुठभेड़ों में मारे गए उनके तीन साथियों की शहादत बेकार नहीं जाएगी और इसका बदला मंत्री, विधायकों के रूप में लिया जाएगा। जिले में हाल ही में नक्सलियों द्वारा गठित की गई आर्मी कंपनी की कमान परिवहन मंत्री लिखीराम कांवरे की हत्या के फरार मुख्य आरोपी सूरज टेकाम ने संभाल ली है। सूत्रों के मुताबिक जिले में नक्सलियों के तीन दलम मलाजखंड, परसवाड़ा और टाडा का मूवमेंट लगातार बढ़ता जा रहा है। एक नए दलम के गठन की भी सूचना है, लेकिन इसके नाम का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। हाल ही में गठित नक्सली आर्मी विंग में करीब दो दर्जन हथियारबंद नक्सलियों का अलग मूवमेंट बना हुआ है। अविभाजित मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री रहे लिखीराम कांवरे की हत्या के मुख्य आरोपी और ढाई लाख रुपए के इनामी सूरज टेकाम ने आर्मी कंपनी की कमान संभाली है। उसके खिलाफ 45 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। सूरज की पत्नी दीनिया कुछ साल पहले सरेंडर कर चुकी है। सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों द्वारा सहकारिता मंत्री गौरीशंकर बिसेन, लांजी विधायक रमेश दिलीप भटेरे और बैहर विधायक भगत सिंह टेकाम को टारगेट बनाया गया है। नक्सलियों द्वारा बांटे गए पर्चों के बाद मंत्री और विधायक की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। नक्सली चूंकि पहले भी विशिष्ठ व्यक्तियों का अपहरण कर चुके हैं, इसलिए इस चेतावनी से पुलिस की चिंता अधिक बढ़ गई है। गौरतलब है कि नक्सलियों ने इसी साल मार्च में इटली के पर्यटकों और उड़ीसा के विधायक झिना हिकाका का अपहरण किया था। इसके बाद मई में छत्तसीगढ़ के सुकमा कलेक्टर एलेक्स पॉल को अगवा कर लिया था।
बेकार नहीं जाएगी तीन साथियों की शहादत
नक्सलियों ने पर्चों में चेतावनी है कि पुलिस द्वारा मुठभेड़ में मारे गए उनके तीन साथियों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। पुलिस ने फरवरी में एक मुठभेड़ में एक महिला को मार गिराया था, जबकि 26 मई को हुई मुठभेड़ में एक महिला समेत दो नक्सलियों को ढेर किया है। पुलिस अफसर नक्सलियों की बढ़ती सक्रियता को लेकर चिंतित हैं। इधर मंत्री और दोनों विधायकों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। हॉक फोर्स, कोबरा, जिला पुलिस द्वारा सघन चैकिंग के जरिए नक्सलियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है, जिनकी कभी भी नक्सलियों से मुठभेड़ हो सकती है। इधर जिले में तैनात हॉक फोर्स के सीओ की कमान जबलपुर एसपी रहे संतोष सिंह को सौंपी गई है।
हम पर्चों से चिंतित नहीं
नक्सलियों द्वारा बांटे गए पर्चे को लेकर चिंता नहीं है। हम काम कर रहे हैं। सभी मंत्रियों के समान सुरक्षा व्यवस्था मिली है।
गौरीशंकर बिसेन सहकारिता मंत्री
उपलब्ध कराई गई सुरक्षा व्यवस्था की समय-समय पर समीक्षा की जाती है और अगर किसी को खतरा उत्पन्न होता है तो आवश्यकतानुसार सुरक्षा बढ़ाई जाती है। एसके पांडे, आईजी कानून व्यवस्था
sabhar pradesh today
बालाघाट जिले में सक्रिय नक्सलियों ने एक मंत्री और दो विधायकों को टारगेट बनाया है। उन्होंने धमकी दी है कि मुठभेड़ों में मारे गए उनके तीन साथियों की शहादत बेकार नहीं जाएगी और इसका बदला मंत्री, विधायकों के रूप में लिया जाएगा। जिले में हाल ही में नक्सलियों द्वारा गठित की गई आर्मी कंपनी की कमान परिवहन मंत्री लिखीराम कांवरे की हत्या के फरार मुख्य आरोपी सूरज टेकाम ने संभाल ली है। सूत्रों के मुताबिक जिले में नक्सलियों के तीन दलम मलाजखंड, परसवाड़ा और टाडा का मूवमेंट लगातार बढ़ता जा रहा है। एक नए दलम के गठन की भी सूचना है, लेकिन इसके नाम का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। हाल ही में गठित नक्सली आर्मी विंग में करीब दो दर्जन हथियारबंद नक्सलियों का अलग मूवमेंट बना हुआ है। अविभाजित मध्यप्रदेश के परिवहन मंत्री रहे लिखीराम कांवरे की हत्या के मुख्य आरोपी और ढाई लाख रुपए के इनामी सूरज टेकाम ने आर्मी कंपनी की कमान संभाली है। उसके खिलाफ 45 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। सूरज की पत्नी दीनिया कुछ साल पहले सरेंडर कर चुकी है। सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों द्वारा सहकारिता मंत्री गौरीशंकर बिसेन, लांजी विधायक रमेश दिलीप भटेरे और बैहर विधायक भगत सिंह टेकाम को टारगेट बनाया गया है। नक्सलियों द्वारा बांटे गए पर्चों के बाद मंत्री और विधायक की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। नक्सली चूंकि पहले भी विशिष्ठ व्यक्तियों का अपहरण कर चुके हैं, इसलिए इस चेतावनी से पुलिस की चिंता अधिक बढ़ गई है। गौरतलब है कि नक्सलियों ने इसी साल मार्च में इटली के पर्यटकों और उड़ीसा के विधायक झिना हिकाका का अपहरण किया था। इसके बाद मई में छत्तसीगढ़ के सुकमा कलेक्टर एलेक्स पॉल को अगवा कर लिया था।
बेकार नहीं जाएगी तीन साथियों की शहादत
नक्सलियों ने पर्चों में चेतावनी है कि पुलिस द्वारा मुठभेड़ में मारे गए उनके तीन साथियों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। पुलिस ने फरवरी में एक मुठभेड़ में एक महिला को मार गिराया था, जबकि 26 मई को हुई मुठभेड़ में एक महिला समेत दो नक्सलियों को ढेर किया है। पुलिस अफसर नक्सलियों की बढ़ती सक्रियता को लेकर चिंतित हैं। इधर मंत्री और दोनों विधायकों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। हॉक फोर्स, कोबरा, जिला पुलिस द्वारा सघन चैकिंग के जरिए नक्सलियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है, जिनकी कभी भी नक्सलियों से मुठभेड़ हो सकती है। इधर जिले में तैनात हॉक फोर्स के सीओ की कमान जबलपुर एसपी रहे संतोष सिंह को सौंपी गई है।
हम पर्चों से चिंतित नहीं
नक्सलियों द्वारा बांटे गए पर्चे को लेकर चिंता नहीं है। हम काम कर रहे हैं। सभी मंत्रियों के समान सुरक्षा व्यवस्था मिली है।
गौरीशंकर बिसेन सहकारिता मंत्री
उपलब्ध कराई गई सुरक्षा व्यवस्था की समय-समय पर समीक्षा की जाती है और अगर किसी को खतरा उत्पन्न होता है तो आवश्यकतानुसार सुरक्षा बढ़ाई जाती है। एसके पांडे, आईजी कानून व्यवस्था
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