दुकानों व घरों में भर गया बरसात का पानी
बारिस का 2-2 फुट पानी चढा मुजफ्फरनगर
साईकिल व स्कूटर सवार गोता खाते रहे पानी
शहर में चारों ओर भर गया बारिश का पानी
पहली बारिश के बाद भी कुम्भकर्णी नींद से नहीं जागा पालिका प्रशासन
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। दिन निकलते ही शुरू हुई तन को झुलसा देने वाली गर्मी ने लोगों को झुलसाकर रख दिया था लोगों के शरीर से टपक रहा पसीना रूकने का नाम नहीं ले रहा था। आसमान में छाये काले-काले बदलों ने जैसे ही सुबह बरसना शुरू किया तो लोगों का जीवन मनो जहां का तहां रूक गया। पड रही तेज बारिश को देखने से ही ऐसा लग रहा था कि अपने ऑफिस व दुकानों की ओर जा रहे लोगों के वाहनों में मानो इन्द्रदेव ने स्वयं ब्रेक लगा दिये हो। सुबह हुई करीब 30 मिनट झमाझम तेज बारिश ने शहर को पानी में डूबा दिया। शहर की सडकों पर चारों ओर पानी ही पानी दिखाई दे रहा था। सडकों पर दौड रहे वाहन भी पानी में डूब गये और दुकानों के सामने खडे स्कूटर, मोटर साईकिल तो पानी में बहुत ही कम दिखाई दे रहे थे।
आज सुबह करीब साढे दस बजे शुरू हुई तेज मूसलाधार बारिश ने जहां लोगों को सुबह से पड रही उमस भरी गर्मी से राहत दिलाई वहीं करीब 30 मिनट की तेज बारिश ने मुुजफ्फरनगर शहर में करीब दो-दो फुट पानी खडा कर शहर को तालाब बनाकर छोड दिया। नगर में हुआ बारिश के कारण जलभराव से सडकों किनारे की दुकानों के अंदर भी पानी पहुंच गया। इतना ही शहर में बारिश का पानी इतना ज्यादा चढ गया था कि देखने मात्र से ही प्रतीत होने लगा था कि मानो शहर के अंदर बाढ आ गयी। तेज बारिश के कारण पानी तेजी के साथ सडका पर दौड रहा था। पानी के आगे जो भी सामान आया वह तेज बहाव में बहता चला गया। यहां तक की दुकानों के आगे खडे वाहन भी पानी में डूब गये। इतना ही नहीं बारिश के तेज बहाव के कारण कुछ वाहन तो पानी में नीचे गिर गये। कई बाइक सवार तो पानी में कलाबादी खाते भी देखे गये। कई बाइक सवार युवकों व महिलाओं को पानी के कारण गिरने से चोटे भी आयी। बारसात रूकने के बाद शहर का नजारा एक बाढग्रस्त क्षेत्र में तब्दील हो चुका था। नगर से निकलने के कोई रास्ता ऐसा नहीं था कि नगरवासी अपने घरों से बाहर निकलकर सडकों पर नहीं आ सके क्योंकि सडकों पर पानी ही पानी दिखाई दे रहा था। चाहें वह नगर के हृदयगति स्थल शिवचौक हो या रेलवे स्टेशन से सामने का रास्ता, कचहरी हो या फिर रोडवेज स्टेशन से प्रकाश चौक भी तक नजर आ रही थी वहां वहां पानी ही पानी दिखाई दे रहा था। इसके अलावा सब्जी मंडी, पान मंडी, खालापार सहित विभिन्न जगहों की सड़कें जलमग्न होकर तालाबों में तब्दील हो गयी थी। 30 मिनट तक हुई बारिश ने पालिका प्रशासन की पोल खोलकर रख दी है। पालिका द्वारा एक सप्ताह पहले पिछले सोमवार को हुई बारिश के बाद भी नगर के नालों की सफाई नहीं करायी गयी है। अभी भी पालिका प्रशासन कुम्भकर्णी नींद सोया हुआ है और बारिश से होने वाले किसी भी अप्रिय घटना का इंतजार कर रहा है। नगर के सभी नाले शहर के कचरे आदि से भरे पडे है जिस कारण शहर में बारिश का पानी नालों में न जाकर सडकों पर दौड रहा है। तेज बारिश में पानी के बवाह के आगे आकर नालों का कचरा सड़क पर आ जाने से राहगीरों को निकलने में खासी मुसीबत का सामना करना पड़ा। मुजफ्फरनगर को हरिद्वार-मेरठ व अन्य मार्ग से जोडने वाला मुख्य मार्ग का केन्द्र बिन्दु शहर का हृदयगति स्थल शिवचौक व मार्ग पर पानी भरने के कारण शहर की गति रूक गयी। उधर बारिश ने पान मंडी बाजार की हालत बिगाड दी है। बाजार में जगह-जगह जलभराव व कीचड हो गया है। जल भराव की स्थिति पैदा होती है। आज हुई बारिश से लोगों का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। आज सुबह आसमान पर उमड़ते घुमड़ते काले बादल ठहर से गए और फिर शुरु हुआ झमाझम बारिश का दौर। सुबह के समय होने वाली तेज बारिश के चलते लोग घरों में ही कैद होकर रह गए। बारिश होने के बाद मौसम में कुछ बदलाव आया है, जिससे लोग घरों से बाहर निकले। उधर शिवचौक, गांधी कालोनी, पान मंडी, आलू मंडी, अंसारी रोड, पुरानी घास मंडी, ब्रह्मपुरी, साकेत कालोनी, भोपा रोड, नई मंडी, बचन सिंह कालोनी आदर्श कालोनी, मदीना कालोनी, हाजीपुरा, में जहां पानी भर गया वहीं सरवट फाटक से लगा इलाका जलाशय में तब्दील हो गया है। शिवचौक पर बारिश से सड़क पर जलभराव हो गया है। शिव चौक के आसपास के दुकानदारों की दुकानों में भी आज अंदर पानी भर जाने के कारण दुकानदारों को बडी परेशानी का सामना करना पडा। वहीं दूसरी ओर स्टेशन के सामने स्थित चाय की दुकानों व प्रकाश चौक पर स्थित दुकानों में बरसात का पानी भर गया जहां पर दुकानदारों को अपनी दुकानों से पानी निकालते देख गया। बामुश्किल दुकानदारों ने अपनी दुकानो से पानी बाहर निकाला। दुकानों में पानी भरने के कारण दुकानदारों को भारी नुकसान भी उठाना पडा। इससे राहगीरों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
No comments:
Post a Comment