New Delhi. तृणमूल कांग्रेस के आधा दर्जन मंत्रियों द्वारा सरकार से इस्तीफे की पृष्ठभूमि में भाजपा ने कहा कि आज से केंद्र सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गयी है और कांग्रेस नीत सरकार को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस नीत सरकार के वजूद पर सवाल उठाया लेकिन मुख्य विपक्षी दल द्वारा इस संबंध में किसी तरह के कदम की संभावना पर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने आज संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज संप्रग सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गयी है। सरकार का अंहकार का स्तर बढ़ता जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस के समर्थन वापस लेने के बाद और कल के प्रदर्शन में सरकार में शामिल द्रमुक समेत सहयोगी दलों के सड़क पर उतरने के बाद कांग्रेस को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। भाजपा को उम्मीद है कि देश को जल्दी इस सरकार से निजात मिलेगी। यह ज्यादा दिन की मेहमान नहीं है।’’ भाजपा द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने की संभावना या विपक्ष के अन्य किसी कदम के बारे में पूछे जाने पर शाहनवाज ने केवल इतना कहा, ‘‘हम जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर स्थिति पर नजर रख रहे हैं।’’ इससे पहले गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा था कि भाजपा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बारे में नहीं सोच रही है। शाहनवाज ने कहा, ‘‘आधा दर्जन मंत्रियों के इस्तीफे के बाद केंद्र सरकार से मुक्ति का रास्ता खुल रहा है।’’उन्होंने ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस के कदम की तारीफ करते हुए कहा कि यह फैसला देश की जनता के, पश्चिम बंगाल के हित में है। भाजपा उन्हें बधाई देती है। शाहनवाज ने कहा, ‘‘आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह देश के नाम संदेश जारी करने वाले हैं लेकिन यह समय देश को संबोधित करने का नहीं बल्कि इस्तीफे का है।’’
भाजपा ने समाजवादी पार्टी पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह एफडीआई, डीजल और एलपीजी पर फैसलों को लेकर सरकार का विरोध तो कर रही है लेकिन ‘‘सरकार को ऑक्सीजन का सिलेंडर भी दे रही है।’’ हुसैन ने यहा संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश आज महंगाई और भ्रष्टाचार से त्रस्त है, ऐसे में सपा सरकार पर दबाव बनाने के लिए सड़क पर तो उतर रही है वहीं आज उसने केंद्र सरकार को समर्थन देने का ऐलान भी कर दिया। इस तरह से वह भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है।’’ उन्होंने कहा कि सपा धर्मनिरपेक्षता का नाम लेकर संप्रग से समर्थन वापस नहीं लेने की बात कर रही लेकिन देश में सबसे ज्यादा सांप्रदायिक तनाव की स्थिति इस समय उत्तर प्रदेश में है जहां सपा का शासन है। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि यह सपा का दोहरा चरित्र है जिसे उत्तर प्रदेश की और देश की जनता याद रखेगी। गौरतलब है कि एक तरफ जहां तृणमूल कांग्रेस के छह मंत्रियों ने आज सरकार से इस्तीफे की औपचारिक प्रक्रिया पूरी की वहीं सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस नीत सरकार को समर्थन जताते हुए कहा, ‘‘हमारा समर्थन स्पष्ट है। हम सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता में नहीं आने देंगे। इसीलिए मैं समर्थन कर रहा हूं। मैं संप्रग में नहीं हूं। लेकिन हम समर्थन कर रहे हैं, ताकि सांप्रदायिक शक्तियां आगे नहीं बढ़ सकें।’’
शाहनवाज ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संसद में दावा किया था कि सरकार को बहुमत होने के कारण पांच साल रहने का हक है लेकिन सरकार आज बहुमत से दूर है। जब उनसे पूछा गया कि ममता बनर्जी द्वारा संप्रग से समर्थन वापस लेने के बाद क्या भाजपा उन्हें अपने साथ जोड़ने का प्रयास कर रही तो भाजपा नेता ने कहा कि यह समय किसी दल को साथ लेने के बारे में सोचने का नहीं है। यह देश का सवाल है, दल का नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य कोई दल तृणमूल की तरह सरकार से हटने का फैसला करेगा तो हम उसका स्वागत करेंगे। शाहनवाज ने खुदरा क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश, डीजल के दामों में वृद्धि और रियायती एलपीजी सिलेंडरों की संख्या सीमित करने के फैसलों के खिलाफ गुरुवार के अनेक दलों के भारत बंद को ‘अभूतपूर्व’ बताते हुए कहा, ‘‘इस तरह के बंद से सीख लेने के बजाय सरकार जिद पर अड़ी है और उसने घबराकर तथा आम आदमी को चिढ़ाने के लिए गुरुवार को एफडीआई पर अधिसूचना जारी कर दी।’’ शाहनवाज ने सवालिया लहजे में कहा, ''बंद में बना जन दबाव एफडीआई लाने के लिए था या फैसला वापस लेने के लिए था?’’ उन्होंने कहा कि 17 सितंबर 2011 को संसद में तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने सदन को विश्वास दिलाया था कि सभी पक्षों को विश्वास में लेकर एफडीआई पर फैसला किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ने कभी विपक्ष की आवाज नहीं सुनी। सरकार आम आदमी से दूर होकर किस दबाव में यह फैसला कर रही है। यह भी प्रश्न है। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह एफडीआई, डीजल और एलपीजी पर फैसलों को लेकर सरकार का विरोध कर रही है लेकिन ‘‘वह सरकार को ऑक्सीजन का सिलेंडर भी दे रही है।''
sabhar prabhasakshi.com
No comments:
Post a Comment