सीकर.शहर के नवलगढ़ रोड पर गुरुवार को लाठी-डंडों से लैस भीड़ ने जमकर उपद्रव मचाया। पांच घंटे तक उपद्रवियों ने सड़क को पूरी तरह अपने कब्जे में कर लिया। वाहनों में तोडफ़ोड़ की गई।टायरों की हवा निकाल दी।
शिक्षण संस्थान से बच्चों को जबरन बाहर निकाल दिया। भयभीत दुकानदारों ने भी शटर डाउन कर दिए। इतनी दहशत होने के बाद भी डेढ़ घंटे तक पुलिस व प्रशासन छिपते रहे। उपद्रवी जब खुद चले गए तो पुलिस जाब्ता दोबारा पहुंचा। घटना से आक्रोशित नगर परिषद कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। नवलगढ़ रोड व आसपास के क्षेत्र में टूटी सड़क व जलभराव की समस्या को लेकर सुबह दस बजे लोग सड़क पर आ गए। प्रशासन की ओर से पहले मौके पर डीएसओ जीएल कटारिया को भेजा गया।जब बात नहीं बनी तो वे वापस आ गए। इसके बाद नगर परिषद आयुक्त राजेंद्र जोशी, एक्सईएन बीएल सोनी व एडीएम बासुदेव शर्मा मौके पर पहुंचे। वार्ता चल रही थी कि इसी बीच कुछ उपद्रवियों ने अधिकारियों को घेरते हुए र्दुव्यवहार शुरू कर दिया। खास बात यह थी कि पुलिस उनसे 100 मीटर दूर खड़ी थी।
जब लोगों ने अधिकारियों को पकड़ना शुरू किया और मारो-मारो का शोर मचाया तब पुलिस दौड़ी। बाद में कुछ संभ्रांत लोगों ने अधिकारियों को बीच-बचाव कर वहां से निकलवाया। इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू किया तो पुलिस भी वहां से निकल गई। फिर शुरू हुआ अराजकता का दौर। डेढ़ घंटे तक भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया। करीब ढाई बजे जब उपद्रवी चले गए तब पुलिस वहां अतिरिक्त जाब्ते के साथ पहुंची।
घटना के बाद पुलिस व प्रशासन की खींचतान आई सामने
र्दुव्यवहार हुआ तो पुलिस बचाने नहीं आई
'मैं लोगों से समझाइश के लिए गया था। मुझसे र्दुव्यवहार होने लगा उस समय एक भी पुलिसकर्मी नहीं आया। मैंने सुबह ही पुलिस कंट्रोल रूम को मौके पर अराजकता होने की जानकारी दे दी थी। कलेक्टर को भी फोन किए। मेरे साथ पुलिस नहीं गई तो वहां से वापस आ गया। माहौल गरमाते देख नगर परिषद एक्सईएन को वहां से निकालना पड़ा। मामले की रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी।'
बासुदेव शर्मा, एडीएम
समय लग गया'एडीएम मौके से आ गए तो पुलिस भी लौट आई। जैसे ही उपद्रव की जानकारी मिली जाब्ता भेजा गया था। पहुंचने में कुछ समय लग गया।'
शरद चौधरी, एएसपी
जब लोगों ने अधिकारियों को पकड़ना शुरू किया और मारो-मारो का शोर मचाया तब पुलिस दौड़ी। बाद में कुछ संभ्रांत लोगों ने अधिकारियों को बीच-बचाव कर वहां से निकलवाया। इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू किया तो पुलिस भी वहां से निकल गई। फिर शुरू हुआ अराजकता का दौर। डेढ़ घंटे तक भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया। करीब ढाई बजे जब उपद्रवी चले गए तब पुलिस वहां अतिरिक्त जाब्ते के साथ पहुंची।
घटना के बाद पुलिस व प्रशासन की खींचतान आई सामने
र्दुव्यवहार हुआ तो पुलिस बचाने नहीं आई
'मैं लोगों से समझाइश के लिए गया था। मुझसे र्दुव्यवहार होने लगा उस समय एक भी पुलिसकर्मी नहीं आया। मैंने सुबह ही पुलिस कंट्रोल रूम को मौके पर अराजकता होने की जानकारी दे दी थी। कलेक्टर को भी फोन किए। मेरे साथ पुलिस नहीं गई तो वहां से वापस आ गया। माहौल गरमाते देख नगर परिषद एक्सईएन को वहां से निकालना पड़ा। मामले की रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी।'
बासुदेव शर्मा, एडीएम
समय लग गया'एडीएम मौके से आ गए तो पुलिस भी लौट आई। जैसे ही उपद्रव की जानकारी मिली जाब्ता भेजा गया था। पहुंचने में कुछ समय लग गया।'
शरद चौधरी, एएसपी
जानकारी नहीं
मुझे जानकारी नहीं है कि वहां अराजकता हुई है। पुलिस ने बताया है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। फिर भी पुलिस व एडीएम से मामले की जानकारी लेंगे।'
धर्मेंद्र भटनागर, कलेक्टर
पार्षद पति समेत सौ के खिलाफ मुकदमा
मुझे जानकारी नहीं है कि वहां अराजकता हुई है। पुलिस ने बताया है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। फिर भी पुलिस व एडीएम से मामले की जानकारी लेंगे।'
धर्मेंद्र भटनागर, कलेक्टर
पार्षद पति समेत सौ के खिलाफ मुकदमा
नवलगढ़ रोड पर उपद्रव व रोडवेज में तोड़फोड़ मामले में रोडवेज चालक ने चार लोगों के खिलाफ नामजद व करीब सौ अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस के मुताबिक रोडवेज चालक की रिपोर्ट के आधार पर जगन सिंह मातवा, रतनलाल पिलानियां, बृजमोहन सुंडा व संतोष मूंड के खिलाफ नामजद व सौ अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इनके खिलाफ गैर कानूनी रूप से इकट्ठे होना, पत्थर फेंकना, आम रास्ता रोकना, संपत्ति को नुकसान, संपत्ति की चोरी, व सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि पुलिस ने इस मामले में अपनी तरफ से न तो कोई मुकदमा दर्ज किया और न ही किसी को गिरफ्तार किया है।
भास्कर पड़ताल
इसलिए उपजा आक्रोश
समस्या : बीस साल से जलभराव, कोई सुनवाई नहीं
चरण सिंह नगर के रेलवे लाइन के साथ लगते क्षेत्र में जलभराव की समस्या रहती है। लाइन के पास पानी निकासी का प्रबंध नहीं है। इस वजह से पानी गलियों में आगे तक भरा रहता है। पानी घरों में भी घुस जाता है। यह समस्या 20 साल से है।
समाधान : दो महीने में शुरू हो सकती है टेंडर प्रक्रिया
आरयूआईडीपी की ओर से रेलवे पुलिया से लेकर लाइन के सहारे आगे तक एक किलोमीटर लंबी सड़क व पानी निकासी के लिए ड्रेनेज का प्रोजेक्ट तैयार किया हुआ है। शहर की 25 सड़कों में यह प्रोजेक्ट शामिल है। इसकी टेंडर प्रक्रिया चल रही है। करीब दो महीने में काम शुरू हो सकता है। नगर परिषद की ओर से इस क्षेत्र में पहले भी पानी निकासी के लिए नाला बनाने का काम शुरू किया था लेकिन लोगों के विरोध की वजह से काम अधूरा रह गया। पाइप तक तोड़ दिए गए हैं।
पहले ज्ञापन की योजना थी
इलाके के लोग पहले कलेक्टर को ज्ञापन देने वाले थे। इसके लिए ज्ञापन भी तैयार कर लिया गया। बाद में कुछ लोगों ने सुझाव दिया कि ज्ञापन कई बार दे चुके हैं। जाम करके कलेक्टर को बुलाया जाएगा। ज्ञापन में सिर्फ जाम, धरने की केवल चेतावनी ही लिखी हुई थी।
इनके खिलाफ गैर कानूनी रूप से इकट्ठे होना, पत्थर फेंकना, आम रास्ता रोकना, संपत्ति को नुकसान, संपत्ति की चोरी, व सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि पुलिस ने इस मामले में अपनी तरफ से न तो कोई मुकदमा दर्ज किया और न ही किसी को गिरफ्तार किया है।
भास्कर पड़ताल
इसलिए उपजा आक्रोश
समस्या : बीस साल से जलभराव, कोई सुनवाई नहीं
चरण सिंह नगर के रेलवे लाइन के साथ लगते क्षेत्र में जलभराव की समस्या रहती है। लाइन के पास पानी निकासी का प्रबंध नहीं है। इस वजह से पानी गलियों में आगे तक भरा रहता है। पानी घरों में भी घुस जाता है। यह समस्या 20 साल से है।
समाधान : दो महीने में शुरू हो सकती है टेंडर प्रक्रिया
आरयूआईडीपी की ओर से रेलवे पुलिया से लेकर लाइन के सहारे आगे तक एक किलोमीटर लंबी सड़क व पानी निकासी के लिए ड्रेनेज का प्रोजेक्ट तैयार किया हुआ है। शहर की 25 सड़कों में यह प्रोजेक्ट शामिल है। इसकी टेंडर प्रक्रिया चल रही है। करीब दो महीने में काम शुरू हो सकता है। नगर परिषद की ओर से इस क्षेत्र में पहले भी पानी निकासी के लिए नाला बनाने का काम शुरू किया था लेकिन लोगों के विरोध की वजह से काम अधूरा रह गया। पाइप तक तोड़ दिए गए हैं।
पहले ज्ञापन की योजना थी
इलाके के लोग पहले कलेक्टर को ज्ञापन देने वाले थे। इसके लिए ज्ञापन भी तैयार कर लिया गया। बाद में कुछ लोगों ने सुझाव दिया कि ज्ञापन कई बार दे चुके हैं। जाम करके कलेक्टर को बुलाया जाएगा। ज्ञापन में सिर्फ जाम, धरने की केवल चेतावनी ही लिखी हुई थी।
sabhar dainikbhaskar.com
No comments:
Post a Comment