पटना. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे द्वारा बिहारियों को घुसपैठिया करार देने की धमकी (पढ़ें उनका पूरा बयान) पर सियासी माहौल गरम हो गया है। यह बयान राज ठाकरे को महंगा पड़ता दिख रहा है। महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर.आर. पाटिल ने कहा है कि राज ठाकरे के बयान की जांच की जाएगी और कुछ आपत्तिजनक पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले लालू यादव की पार्टी राजद के सांसद रामकृपाल यादव ने ठाकरे को देशद्रोही करार दिया है। उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र को बिहार के लोगों को अपने खून-पसीने से सींचा है। ठाकरे को अपनी जुबान पर लगाम लगाना चाहिए, ठाकरे बंधुओं को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। सरकार को ठाकरे के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।'
शनिवार को बाबा रामदेव ने भी एक विवादास्पद बयान दे दिया। उन्होंने कांग्रेस महासचिवों को खुला सांड कह डाला। इस बयान पर अभी कांग्रेस की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राज ठाकरे के बयान पर तमाम नेता तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडी (यू) के प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने कहा है, 'ऐसा लगता है कि राज ठाकरे एक और भिन्डरावाले पैदा करना चाहते हैं। मुंबई की हालत यह है कि राज ठाकरे (देखें राज की रैली की तस्वीरें) जो चाहते हैं वही कानून बन जाता है। ऐसा लगता है कि ठाकरे परिवार देश के कानून और संविधान से इतर एक परिवार है। राज ठाकरे जब देश की बात करते हैं तो उन्हें अपनी छाती चौड़ी रखनी चाहिए। उन्हें देश के गरीब और पिछड़े इलाके के लोगों के प्रति हमदर्दी रखनी चाहिए और उनके दिल में सभी लोगों के लिए जगह होनी चाहिए।'
तिवारी ने राज ठाकरे के ऐसे बयानों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ऐसे भस्मासुर पैदा करने में माहिर है। कांग्रेस को समझना चाहिए कि भस्मासुर एक दिन उसके ही माथे पर हाथ रखेगा और पार्टी जलकर भस्म हो जाएगी।'
नीतीश सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि राज ठाकरे के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए। बीजेपी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देश एक फेडरल सिस्टम के तहत चलता है। राज ठाकरे की यह टिप्प्णी मानसिक दिवालियापन का प्रतीक है। ऐसे बयानों से आतंकवाद के खिलाफ बड़ी लड़ाई को नुकसान पहुंच सकता है। बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि राज ठाकरे पर केस होना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी राज ठाकरे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'मुंबई के असली बाशिंदे तो मछुआरे हैं। खुद ठाकरे परिवार बिहार का रहने वाला है। यह परिवार बिहार से जाकर धार में बसा, फिर मुंबई गया।'मुंबई में 11 अगस्त को हुई हिंसा (देखें तस्वीरें) के बारे में कांग्रेस नेता ने कहा, 'जो घटना मुंबई में हुई, उसकी जांच होनी चाहिए। इसमें किसी की साजिश लगती है।' उन्होंने आशा भोंसले को धमकी देने के लिए भी ठाकरे से माफी की मांग की।
2008 में मुंबई में उत्तर भारतीयों को लेकर अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में राज ठाकरे को तीस हजारी कोर्ट ने समन जारी किया है। कोर्ट ने इस मामले में ठाकरे को 28 सितंबर 2012 तक अदालत के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। ठाकरे की इस टिप्पणी के चलते मुंबई में कुछ उत्तर भारतीयों पर हमले भी हुए थे। आगे के स्लाइड में राज ठाकरे से जुड़े ऐसे ही विवादों को रीकॉल किया गया है..
इससे पहले लालू यादव की पार्टी राजद के सांसद रामकृपाल यादव ने ठाकरे को देशद्रोही करार दिया है। उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र को बिहार के लोगों को अपने खून-पसीने से सींचा है। ठाकरे को अपनी जुबान पर लगाम लगाना चाहिए, ठाकरे बंधुओं को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। सरकार को ठाकरे के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।'
शनिवार को बाबा रामदेव ने भी एक विवादास्पद बयान दे दिया। उन्होंने कांग्रेस महासचिवों को खुला सांड कह डाला। इस बयान पर अभी कांग्रेस की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राज ठाकरे के बयान पर तमाम नेता तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडी (यू) के प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने कहा है, 'ऐसा लगता है कि राज ठाकरे एक और भिन्डरावाले पैदा करना चाहते हैं। मुंबई की हालत यह है कि राज ठाकरे (देखें राज की रैली की तस्वीरें) जो चाहते हैं वही कानून बन जाता है। ऐसा लगता है कि ठाकरे परिवार देश के कानून और संविधान से इतर एक परिवार है। राज ठाकरे जब देश की बात करते हैं तो उन्हें अपनी छाती चौड़ी रखनी चाहिए। उन्हें देश के गरीब और पिछड़े इलाके के लोगों के प्रति हमदर्दी रखनी चाहिए और उनके दिल में सभी लोगों के लिए जगह होनी चाहिए।'
तिवारी ने राज ठाकरे के ऐसे बयानों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ऐसे भस्मासुर पैदा करने में माहिर है। कांग्रेस को समझना चाहिए कि भस्मासुर एक दिन उसके ही माथे पर हाथ रखेगा और पार्टी जलकर भस्म हो जाएगी।'
नीतीश सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि राज ठाकरे के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए। बीजेपी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि देश एक फेडरल सिस्टम के तहत चलता है। राज ठाकरे की यह टिप्प्णी मानसिक दिवालियापन का प्रतीक है। ऐसे बयानों से आतंकवाद के खिलाफ बड़ी लड़ाई को नुकसान पहुंच सकता है। बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि राज ठाकरे पर केस होना चाहिए।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी राज ठाकरे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'मुंबई के असली बाशिंदे तो मछुआरे हैं। खुद ठाकरे परिवार बिहार का रहने वाला है। यह परिवार बिहार से जाकर धार में बसा, फिर मुंबई गया।'मुंबई में 11 अगस्त को हुई हिंसा (देखें तस्वीरें) के बारे में कांग्रेस नेता ने कहा, 'जो घटना मुंबई में हुई, उसकी जांच होनी चाहिए। इसमें किसी की साजिश लगती है।' उन्होंने आशा भोंसले को धमकी देने के लिए भी ठाकरे से माफी की मांग की।
2008 में मुंबई में उत्तर भारतीयों को लेकर अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में राज ठाकरे को तीस हजारी कोर्ट ने समन जारी किया है। कोर्ट ने इस मामले में ठाकरे को 28 सितंबर 2012 तक अदालत के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। ठाकरे की इस टिप्पणी के चलते मुंबई में कुछ उत्तर भारतीयों पर हमले भी हुए थे। आगे के स्लाइड में राज ठाकरे से जुड़े ऐसे ही विवादों को रीकॉल किया गया है..
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