सचिन धीमान
अहमदाबाद (अलर्ट न्यूज)। 1947 से हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहे हैं। लाखों हिन्दू शरणार्थी बने हुए है, पर हिन्दुओं पर अत्याचार करने वाले किसी को अमेरिकन पद्धति की सजा नहीं मिली है। कश्मीर में जेहादियों ने हिन्दुओं का नरसंहार किया, अनेक जेहादियों ने हिन्दू महिलाओं की छाती पर लिखा, महिलाओं को यहां रखकर कश्मीर छोड़ दो और ऐसा करने वाले आज कश्मीर में सरकारी सुरक्षा प्राप्त कर रहे हैं। केरल के मराड से लेकर आसाम तक ऐसी सैकड़ो घटनाएं हैं किसको ऐसी सजा हुई। उक्त बात विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष डॉ0 तोगडिया ने कर्णावती में कही।
शनिवार को कर्णावती (अहमदाबाद) गुजरात में विश्व हिन्दू परिषद ने कारागार में आजीवन सजा के लिए भेजे हुए 112 हिन्दुओं और उनके परिवार के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने के लिए मौन प्रदर्शन किया।
विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने पूछा कि कश्मीर घाटी में हजारों सेना पुलिस के जवान और नागरिकों को मारने वाले कितने लोगों को नरोदा पाटिया की भांति ऐसी अमेरिकन पद्धति की सजा हुई है?
उन्होंने कहा कि हम न्यायालय का सम्मान करते हैं परन्तु हिन्दुओं की प्रति यह जो अन्याय है उनके बारे में एक बहुत बड़ा रोष खडा हो रहा है। यही पद्धति ने गोधरा के मुख्य षडयंत्रकारी को सजा क्यों नहीं दी? वह निर्दोष कैसे छुट गया। अलग -अलग गुनाहों के लिए अलग अलग सजा भुगतने के लिए हिन्दुओं को ही क्यो? डॉ0 तोगडिया ने मांग की है हिन्दुओं को जहाँ-जहाँ ऐसे अन्याय हो रहे हैं उनके लिए एक 15 सदस्यों की समिति बनाए जाए जिसमें शंकराचार्य, संत, सेवानिवृŸा पुलिस, न्यायाधीश, प्रशासनिक अधिकारी एवं हिन्दू हुमेन राईट के कार्यकर्ता भी रहे। आज ऐसी समिति बनाने की आवश्यकता है, वरना हिन्दुओं को कहीं न्याय नहीं मिलेगा और हिन्दुओं को सजा देने में यहां के राजनेता, सेकुलर मीडिया और कुछ सेकुलर एनजीओ पीछे नहीं रहेंगे। डॉ0 तोगडिया ने आह्वान किया है कि गुजरात में और पूरे देश में पाकिस्तानी, बांग्लादेशी और जेहादियों का आर्थिक वहिष्कार किया जाए कोई भी व्यक्ति ऐसे जेहादियों से फल, पुष्प, चूनरी नहीं खरीदेगा, बाल नहीं कटवायेगा, स्कूटर एवं कार रिपेयर नहीं करवायेगा, उनको रोजगार नहीं देगा। हम देश के सभी व्यापारियों को आह्वान करते हैं कि ऐसे जेहादियों को रोजगार न दें।
शनिवार को कर्णावती (अहमदाबाद) गुजरात में विश्व हिन्दू परिषद ने कारागार में आजीवन सजा के लिए भेजे हुए 112 हिन्दुओं और उनके परिवार के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने के लिए मौन प्रदर्शन किया।
विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने पूछा कि कश्मीर घाटी में हजारों सेना पुलिस के जवान और नागरिकों को मारने वाले कितने लोगों को नरोदा पाटिया की भांति ऐसी अमेरिकन पद्धति की सजा हुई है?
उन्होंने कहा कि हम न्यायालय का सम्मान करते हैं परन्तु हिन्दुओं की प्रति यह जो अन्याय है उनके बारे में एक बहुत बड़ा रोष खडा हो रहा है। यही पद्धति ने गोधरा के मुख्य षडयंत्रकारी को सजा क्यों नहीं दी? वह निर्दोष कैसे छुट गया। अलग -अलग गुनाहों के लिए अलग अलग सजा भुगतने के लिए हिन्दुओं को ही क्यो? डॉ0 तोगडिया ने मांग की है हिन्दुओं को जहाँ-जहाँ ऐसे अन्याय हो रहे हैं उनके लिए एक 15 सदस्यों की समिति बनाए जाए जिसमें शंकराचार्य, संत, सेवानिवृŸा पुलिस, न्यायाधीश, प्रशासनिक अधिकारी एवं हिन्दू हुमेन राईट के कार्यकर्ता भी रहे। आज ऐसी समिति बनाने की आवश्यकता है, वरना हिन्दुओं को कहीं न्याय नहीं मिलेगा और हिन्दुओं को सजा देने में यहां के राजनेता, सेकुलर मीडिया और कुछ सेकुलर एनजीओ पीछे नहीं रहेंगे। डॉ0 तोगडिया ने आह्वान किया है कि गुजरात में और पूरे देश में पाकिस्तानी, बांग्लादेशी और जेहादियों का आर्थिक वहिष्कार किया जाए कोई भी व्यक्ति ऐसे जेहादियों से फल, पुष्प, चूनरी नहीं खरीदेगा, बाल नहीं कटवायेगा, स्कूटर एवं कार रिपेयर नहीं करवायेगा, उनको रोजगार नहीं देगा। हम देश के सभी व्यापारियों को आह्वान करते हैं कि ऐसे जेहादियों को रोजगार न दें।
No comments:
Post a Comment