नई दिल्ली। 20 सितंबर के भारत बंद से देश की अर्थव्यवस्था को 12,500 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने गुरुवार को यह अनुमान जताया। यह बंद डीजल (जो अभी और महंगा हो सकता है) पांच रुपये प्रति लीटर महंगा करने, एलपीजी सिलेंडर की राशनिंग करने और मल्टीब्रांड रिटेल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की मंजूरी (पढि़ए, इसके 10 नफा-नुकसान) दिए जाने के विरोध में विपक्ष ने आयोजित किया था। सीआईआई के मुताबिक इससे देश के कई हिस्से में व्यवसाय और व्यापार का नुकसान हुआ। नुकसान का निश्चित आंकड़ा पता नहीं लगाया जा सकता है, लेकिन यह अनुमान है कि उत्पादन और व्यापार के प्रभावित होने से देश को 12,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
सरकार के फैसले से गुस्साईं ममता बनर्जी शुक्रवार को केंद्र सरकार में शामिल अपनी पार्टी के सभी मंत्रियों से इस्तीफे दिलवा रही हैं। इसके लिए तृणमूल कांग्रेस के मंत्री दिल्ली पहुंच रहे हैं। ममता ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को समर्थन वापसी की चिट्ठी सौंपने के लिए समय मांगा है। इसके साथ ही उनके दल के छह मंत्री प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप देंगे।
सरकार बचाने के लिए यह कवायद
-संसद में एक या दो सांसदों वाली पार्टियों और निर्दलीयों को साधना।
-अपनी-अपनी पार्टी के खिलाफ बागी तेवर अपनाए सांसदों को यूपीए के पाले में लाना।
-कुछ दलों को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सदन के वाकआउट के लिए राजी करना।
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