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Sunday, September 2, 2012

ठाकरे पर बरसे नीतीश कुमार, कहा बंदर घुड़कियों से नहीं डरते

मुंबई. राज ठाकरे के बयान पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बेहद तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र सरकार को शर्म आनी चाहिए। वो सिरफिरा मुंह लगाने के काबिल नहीं है लेकिन सीधा सवाल महाराष्ट्र सरकार से है कि क्या उन्होंने अपनी सारी जिम्मेवारी छोड़ दी है? क्या राज्य के काम को आउटसोर्स कर दिया गया है? किस प्रकार की सरकार कांग्रेस पार्टी चला रही ह
समय-समय पर अपनी जुबान के जरिये आग उगलने वाले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को हिंदी चैनलों को धमकी दी। ठाकरे ने कहा, 'अगर हिंदी चैनलों ने मेरे खिलाफ बोलना बंद नहीं किया तो मैं महाराष्ट्र में इन चैनलों को बंद करवा दूंगा। चैनल वाले मुझ पर टिप्पणियां करते हैं लेकिन बिहार के मुख्य सचिव ने क्या कहा यह नहीं बताते हैं। हिंदी चैनल पर बोलने वाले मेरा दिमाग खराब न करें, मैं उन्हें ठीक कर दूंगा। अंग्रेजी चैनल तो देश की बात हीं नहीं करते, ओबामा की खबर देते हैं।'
राज ठाकरे ने अपने ऊपर हमला करने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और बिहार के लोगों पर जमकर निशाना साधा। राज ठाकरे ने कहा कि बिहार की सरकार को यह सोचना चाहिये कि देश भर के अपराधी बिहार ही क्यों पहुंचते हैं। ठाकरे ने कहा, 'दिग्विजय सिंह को कांग्रेस ने अपनी पार्टी में रखा ही इसलिये हैं कि लोग उन्‍हें गालियां दे। सभी लोग उन्‍हें गालियां देते हैं। ठाकरे परिवार क्या सुलभ शौचालय है जो कहीं भी खड़ा हो जाये और कोई भी आकर उस पर गंदगी फैला दे। वो कहते हैं कि हम बिहार से मध्य प्रदेश के धार आए और फिर महाराष्ट्र आए। मुझे बिहार से धार और फिर महाराष्ट्र पहुंचाने वाले दिग्विजय को यह पता ही नहीं है कि मैंने बयान क्या दिया है।'
आशा भोंसले को धमकी देकर सुर्खियां बटोर रहे राज ठाकरे ने फिर बिहार पर टिपप्णी की। उन्‍होंने कहा, 'मैं समझ नहीं पाता हूं कि सारे अपराधी बिहार ही क्यों भागते हैं। वो गुजरात, कर्नाटक या तमिलनाडु नहीं जाते, बिहार ही क्यों जाते हैं? अभी नागपुर में एक बच्चे का अपहरण हुआ तो वो बच्चे को लेकर बिहार ही गये। ये अपराधी सिर्फ बिहार ही क्यों जाते हैं। बाकी राज्यों  की पुलिस भी अपराधियों को पकड़ने बिहार जाती है। बिहार के सत्ताधारी लोगों को यह सोचना चाहिए की बाकी प्रदेशों की पुलिस उनके राज्य में क्यों आती है। यह देश सबका देश है किसी एक के बाप का नहीं है।'बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'राज ठाकरे का लोकतंत्र से कोई वास्ता नहीं है। वो सिरफिरा है। मैं ऐसे लोगों को मुंह नहीं लगाना चाहता लेकिन यह बताना चाहता हूं कि यह हैसियत किसी की नहीं है कि देश के किसी भी राज्य के नागरिक को कहीं आने-जाने से रोक दे। राज ठाकरे का बयान उन सभी लोगों के लिए चुनौती है जो लोकतांत्रिक तरीके से सरकार चलाते हैं। हमारे राज्य में तो ऐसा नहीं हो सकता, महाराष्ट्र सरकार शर्म करे। कोई डर का माहौल नहीं है, ऐसी बंदर घुड़कियों से कौन डरता है। चैनल वालों के साथ मिलकर वो सबकुछ करता है, दो चार टैक्सी वालों, रिक्शा वालों को पीटता है और वीडियो को जारी कर देता है। अगर महाराष्ट्र सरकार को कोई दिक्कत है तो वो सीधे हमसे बोले या फिर सरकार ने पुलिस का काम आउटसोर्स कर दिया है। हमें आपत्ति थी और हमने अपनी बात रखी लेकिन मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि बिहार के चीफ सेक्रेट्री ने नहीं बल्कि डीजीपी ने चिट्ठी लिखी थी। मैं यह भी कहना चाहता हूं कि ऐसे तत्वों से निपटना  महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है, जो ऐसे लोगों से नहीं निपट सकते वो आतंकवाद से कैसे निपटेंगे।' 
राज ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद सांसद रामकृपाल यादव ने कहा, 'राज ठाकरे कोई राजनेता नहीं है, वो गुंडा है और अपनी गुंडागर्दी करता है। उसे देश के कानून, संविधान या नियमों से कोई मतलब नहीं है। यह धमकी नहीं लोकतंत्र की हत्या है। इन्हें न लोकतंत्र में विश्वास है न संविधान में आस्था है। यह तो अपराधियों का गिरोह चलाता है। महाराष्ट्र की सरकार शायद नपुंसक हो गई है जो यह इस तरह के बयान दे रहा है। क्या कानून इनकी बपौती हो गया है?'
वहीं हिंदी चैनलों को बंद करने की धमकी देने वाले राज ठाकरे को प्रेस काउंसिल के अध्‍यक्ष मार्कण्‍डेय काटजू ने भी करारा जवाब दिया है। काटजू ने कहा है कि यदि गैर-महाराष्‍ट्री लोगों को महाराष्‍ट्र से बाहर किया जाता है तो दिल्‍ली, यूपी, पंजाब आदि राज्‍यों में बसे मराठियों को भी महाराष्‍ट्र लौटना होगा।
sabhar dainikbhaskar.com

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