मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले सैंकडो कार्यकर्ताओं ने कचहरी में धरना प्रदर्षन किया। धरने में जिले में सभी अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी षिक्षक व अधिकारी सामूहिक अवकाष लेकर उपस्थित रहे। धरने की अध्यक्षता हुकुम सिंह ने की। डीएम के माध्यक्ष से प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में पदोन्नति में आरक्षण बहाल किये जाने, आरक्षण के लिए कानून बनाने, अन्य पिछड़ा वग्र को पदोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था करने, बैकलॉग पूरा करने, निजीकरण बंद करने, न्यायालय जल, थल, वायु सेना में आरक्षण लागू करने, समान षिक्षा प्रणाली लागू करने की मांग की गयी।
मुख्य अतिथि डा. सतीष प्रकाष ने कहा कि 24 सितम्बर 1932 को कम्यूनल अवार्ड के बदले पूना पैक्ट के माध्यम से आरक्षण की व्यवस्था की गइ थी जिसका पूर्ण रूप से अभी तक पालन नहीं हो पाया है। जिला संरक्षक हुकुम सिंह ने कहा कि इतिहास में पहली बार कोई राजनैतिक पार्टी पदोन्नति आरक्षण का विरोध कर रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। आरक्षण पूना पैक्ट के माध्यम से दी गई हिस्सेदारी है कोई भीख नहीं है। जिला संयोजक ने कहा कि दलितों की दयनीय स्थिति में केवल आरक्षण से ही सामाजिक व आर्थिक स्तर सुधरा है।
जिला संयोजक हरकेष सिंह ने कहा कि आरक्षण का विरोध करने यह जान लें कि आरक्षण के बदले कम्यूनल अवार्ड से समझौता किया गया था जो पूना पैक्ट के रूप में हुआ था इसलिए आरक्षण हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।
धरने पर ईष्वर सिंह पालीवाल, अमन कुमार, योगेष कुमार, अरूण कुमार, सतीष कुमार, सुखपाल सिंह, वेदप्रकाष, दिनेष कुमार, अषोक कुमार, नरेष कुमार, नाथीराम, ओमपाल, सुभाष, विजय, डा. उदयभान राव, दिनेष कुमार, निर्मल दास, सुनील सागर, लवकुष, सुभाष कुमार, संजीव कुमार, सोम कुमार, बीपी सिंह, डा. महक सिंह, प्रमोद, डा. केपी सिंह, मुकेष कुमार, राजेष कुमार, भूषण सिंह, जेपी सिंह, राज सिंह, जगदीष सिंह, षीषपाल, ऋषिपाल, अमित गौतम आदि मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि डा. सतीष प्रकाष ने कहा कि 24 सितम्बर 1932 को कम्यूनल अवार्ड के बदले पूना पैक्ट के माध्यम से आरक्षण की व्यवस्था की गइ थी जिसका पूर्ण रूप से अभी तक पालन नहीं हो पाया है। जिला संरक्षक हुकुम सिंह ने कहा कि इतिहास में पहली बार कोई राजनैतिक पार्टी पदोन्नति आरक्षण का विरोध कर रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। आरक्षण पूना पैक्ट के माध्यम से दी गई हिस्सेदारी है कोई भीख नहीं है। जिला संयोजक ने कहा कि दलितों की दयनीय स्थिति में केवल आरक्षण से ही सामाजिक व आर्थिक स्तर सुधरा है।
जिला संयोजक हरकेष सिंह ने कहा कि आरक्षण का विरोध करने यह जान लें कि आरक्षण के बदले कम्यूनल अवार्ड से समझौता किया गया था जो पूना पैक्ट के रूप में हुआ था इसलिए आरक्षण हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।
धरने पर ईष्वर सिंह पालीवाल, अमन कुमार, योगेष कुमार, अरूण कुमार, सतीष कुमार, सुखपाल सिंह, वेदप्रकाष, दिनेष कुमार, अषोक कुमार, नरेष कुमार, नाथीराम, ओमपाल, सुभाष, विजय, डा. उदयभान राव, दिनेष कुमार, निर्मल दास, सुनील सागर, लवकुष, सुभाष कुमार, संजीव कुमार, सोम कुमार, बीपी सिंह, डा. महक सिंह, प्रमोद, डा. केपी सिंह, मुकेष कुमार, राजेष कुमार, भूषण सिंह, जेपी सिंह, राज सिंह, जगदीष सिंह, षीषपाल, ऋषिपाल, अमित गौतम आदि मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment