लखनऊ. यूपी के सीएम अखिलेश यादव को फोन पर अपशब्द कहने और धमकी देने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री ने खुद इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि उनके पर्सनल नंबर पर एक शख्स ने कई बार फोन किया और कह कि आप लैपटॉप कब देंगे? जल्दी दीजिए।
अखिलेश के मुताबिक, इसके कुछ दिनों बाद उसी शख्स ने उन्हेंल फोन पर ऐसी भाषा का इस्तेनमाल किया, जिसे सार्वजनिक तौर पर बयां नहीं किया जा सकता। यही नहीं उस शख्स ने उन्हें धमकियां भी दीं। मामले में उन्होंने आदेश दिया कि इस शख्स का पता लगाया जाए।उस शख्स के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने की हिदायत दी थी, लेकिन यह जरूर जानना चाहते थे कि आखिर ये शख्स है कौन? बाद में पता चला कि वह शख्स श्रावस्ती या बस्ती का निवासी है और समाजवादी पार्टी से जुड़ा भी हुआ है।
मुख्यसमंत्री ने ये खुलासा गुरुवार को लखनऊ में वुमन पावर लाइन 1090 की शुरुआत करते हुए किया। उन्हों ने कहा कि मोबाइल जिस कदर बढ़ रहे हैं उससे अपराध भी बढ़ रहे हैं। महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध के खिलाफ उत्तर प्रदेश ने नई पहल की है। यह सेवा भी 100 नंबर की आपात सेवा और 101 नंबर की फायर ब्रिगेड सर्विस जैसी ही होगी।
उद्घाटन के मौके पर सीएम ने बसपा सुप्रीमो पर इशारों ही इशारों में कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के यहां तो वो भी खाना खाने गए थे, लेकिन एक नेता जब पीएम के यहां खाना खाकर बाहर निकलीं तो अचानक कहने लगीं कि यूपी में शत प्रतिशत अपराध बढ़ गए हैं। सीएम ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री के यहां खाने में ऐसा क्या था जो अचानक यूपी में अपराध बढ़ गए। वह भी तो वहां खाना खाकर आए हैं।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता थाने में तो बैठ नहीं सकते। कानून व्यमवस्था का काम तो पुलिस को ही करना है। हां, उनकी सरकार ने प्रदेश पुलिस को पहली बार पूरी छूट दे रखी है।
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