फरीदकोट (पाकिस्तान)। कसाब के गांव फरीदकोट में उसके परिवार का पता नहीं है। लेकिन उसके दोस्तों को यकीन ही नहीं है कि कसाब बंदूक भी उठा सकता है। हालांकि, उसकी आंटी शाहनाज सुघरा ने कहा, हमें कसाब पर गर्व है। उसे फांसी दिए जाने की खबर हमारे लिए बहुत बुरी है। यदि उसने कुछ गलत किया भी है तो मुझे गर्व है कि उसने दुश्मन के घर में घुसकर उसे सबक सिखाया। कसाब के पड़ोसी हाजी मोहम्मद सलीम ने कहा कि वह बेहद विनम्र परिवार से था। उसके पिता दहीबड़े बेचते थे। कसाब ने कभी अपने घर पैसा नहीं पहुंचाया। उसका परिवार आज भी बेहद गरीब है। उसे किसी धार्मिक समूह ने गलत तरीके से इस्तेमाल किया है।
कसाब के गांव जाने से पत्रकारों को रोका
पाकिस्तानी सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों ने बुधवार को पत्रकारों और टीवी कैमरामैन को कसाब के गृहनगर जाने से रोक दिया। यह सुरक्षाकर्मी सादे कपड़ों में थे और अपने आपको गांव वाला ही बता रहे थे।
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