सचिन धीमान
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। जनपद मुजफ्फरनगर में इन दिनों खुलेआम मीठा जहर बिक रहा है जिसके लोग धडल्ले के साथ खरीद रहे है और आये दिन अपने जीवन को मौत की ओर धकेल रहे है। ऐसा नहीं है कि लोगों को इसकी जानकारी नहीं है परंतु जनपदवासी इस मिठे जहर को खाने के लिए मजबूर है। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी होने के बाद भी वह इस ओर से आंखें मूंदे बैठा है।
मौसम ने अंडाई लेते ही ठंड का मौसम शुरू हो गया है। ठंड के मौसम में बाजार में हरी सब्जियों की रौनक रहती है। लेकिन आपको ये जानकर आश्यर्य होगा कि अब इन्हीं हरी सब्जियों के जरिए आपको जहर मिल रहा है, अब इसे खरीदने वालों की मजबूरी कहें या जानकारी का आभाव, वो खुद पैसे देकर सब्जियों के रूप में ना जाने कितनी बीमारियां खरीद रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि आजकल सब्जी बेचने वाले सब्जियों को जल्दी बड़ा और वजनदार बनाने के लिए सब्जियों में ऑक्सीटोसिन नामक इंजेक्शन लगा रहे हैं। इससे सब्जियां महज कुछ घंटों में ही लगभग दोगुनी हो जाती हैं। अब चाहे वो लौकी हो, गोभी हो, बैगन हो या शिमला मिर्च, इन सभी को ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन के जरिए किसान इन्हें जल्दी बड़ा कर बाजार में बेच कर मुनाफा कमाना चाहता है।
ऐसा नहीं है कि आम लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। लोगों को भी इस बात का पता है कि सब्जियों को बड़ा करने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है और इसके सेवन से कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। लेकिन लोगों की मजबूरी हो गई है ऐसी सब्जियों को खाना। अब चाहे वह इन जहरीली सब्जियों को खाकर मरे या फिर सब्जियों के अभाव में भूखा रहकर अपने प्राण त्याग दंे। मरना तो दोनों ही सूरत में ग्राहको का हो गया है। परंतु स्वास्थ्य विभाग को इसकी पूरी जानकारी होने के बावजूद भी वह इस ओर से आंखें मूंदे बैठा है।
लोगों का आरोप है कि सब्जियों की जांच-पड़ताल के लिए निरंतर इनकी सैम्पलिंग करने जांच कराने की यहां व्यवस्था है। लेकिन व्यापारियों के सांठ-गांठ के चलते खाद्य सुरक्षा विभाग इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। जनपद मुजफ्फरनगर में इन दिनों खुलेआम मीठा जहर बिक रहा है जिसके लोग धडल्ले के साथ खरीद रहे है और आये दिन अपने जीवन को मौत की ओर धकेल रहे है। ऐसा नहीं है कि लोगों को इसकी जानकारी नहीं है परंतु जनपदवासी इस मिठे जहर को खाने के लिए मजबूर है। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी होने के बाद भी वह इस ओर से आंखें मूंदे बैठा है।
मौसम ने अंडाई लेते ही ठंड का मौसम शुरू हो गया है। ठंड के मौसम में बाजार में हरी सब्जियों की रौनक रहती है। लेकिन आपको ये जानकर आश्यर्य होगा कि अब इन्हीं हरी सब्जियों के जरिए आपको जहर मिल रहा है, अब इसे खरीदने वालों की मजबूरी कहें या जानकारी का आभाव, वो खुद पैसे देकर सब्जियों के रूप में ना जाने कितनी बीमारियां खरीद रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि आजकल सब्जी बेचने वाले सब्जियों को जल्दी बड़ा और वजनदार बनाने के लिए सब्जियों में ऑक्सीटोसिन नामक इंजेक्शन लगा रहे हैं। इससे सब्जियां महज कुछ घंटों में ही लगभग दोगुनी हो जाती हैं। अब चाहे वो लौकी हो, गोभी हो, बैगन हो या शिमला मिर्च, इन सभी को ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन के जरिए किसान इन्हें जल्दी बड़ा कर बाजार में बेच कर मुनाफा कमाना चाहता है।
ऐसा नहीं है कि आम लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। लोगों को भी इस बात का पता है कि सब्जियों को बड़ा करने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है और इसके सेवन से कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। लेकिन लोगों की मजबूरी हो गई है ऐसी सब्जियों को खाना। अब चाहे वह इन जहरीली सब्जियों को खाकर मरे या फिर सब्जियों के अभाव में भूखा रहकर अपने प्राण त्याग दंे। मरना तो दोनों ही सूरत में ग्राहको का हो गया है। परंतु स्वास्थ्य विभाग को इसकी पूरी जानकारी होने के बावजूद भी वह इस ओर से आंखें मूंदे बैठा है।
लोगों का आरोप है कि सब्जियों की जांच-पड़ताल के लिए निरंतर इनकी सैम्पलिंग करने जांच कराने की यहां व्यवस्था है। लेकिन व्यापारियों के सांठ-गांठ के चलते खाद्य सुरक्षा विभाग इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
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