नई दिल्ली. मुंबई हमले के दोषी अजमल आमिर कसाब को फांसी दिए जाने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने देश को बताया कि 'ऑपरेशन एक्स' टॉप सीक्रेट मिशन था और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक को इसकी जानकारी टीवी से ही मिली। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को भी इसकी जानकारी नहीं थी। शिंदे का यह बयान सुर्खियों में रहा और इस पर खूब वाद-विवाद भी हुआ। अब तालिबान ने भी कसाब की बॉडी मांगी है और नहीं देने पर भारतीयों की जान लेने की धमकी दी है।
एक शख्स ने ट्वीट कर तंज कसा, 'जैसे मुंबई हमले के बारे में प्रधानमंत्री और सोनिया को जानकारी नहीं थी, उसी तरह कसाब की फांसी के बारे में भी नहीं रही होगी।' अदालती फैसले पर गोपनीय तरीके से तामील किए जाने को लेकर कई हलकों में सवाल खड़े किए गए। लेकिन अब ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि कसाब को फांसी दिए जाने का फैसला केवल देश से छिपाया गया। कांग्रेस और सरकार के बड़े लोगों को इसकी जानकारी पहले से थी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का बयान भी शिंदे के दावों की हवा निकालने वाला है। उनके मुताबिक कांग्रेस के कोर ग्रुप ने ही कसाब की फांसी की पूरी प्रक्रिया तय की थी। सरकारी एजेंसियों ने तो बस दिशानिर्देशों का पालन किया और पूरे ऑपरेशन को गुप्त रखा। शिंदे कांग्रेस कोर ग्रुप के सदस्य नहीं हैं।
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