नरेश कुमार विश्वकर्मा
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। गर्मी के बाद मौसम मंे परिवर्तन होते ही जैसे बरसात शुरू होती है वैसे ही मौसम के अंगडाई लेते ही ठंड शुरू होने लगी है। देर से ही सही शहर की फिजाओं में गुलाबी ठंडक महसूस देनी लगी है। अब राते पहले से अधिक ठंडी हो चुकी है ओर लोगों ने अपने गर्म कपडे भी अपने को धूप देने के लिए बाहर निकाल लिये है। ठंड को देखते हुए रजाईयां बनाने वालों को भी काम मिल गया है। शाम होते ही बाजार में भी अब जल्द ही चहल पहल खत्म होेनी लगी है। वहीं बाजारों में भी सर्दी में पहने जाने वाले कपडों की सामग्रियों की दुकाने सजकर तैयार हो चुकी है। वहीं लोग सर्द होती रातों के चलते अब जल्द ही घर की ओर जाने लेगे है। जहां जाडे के मौसम की शुरूआती राते खुशनुमा महसूस देती है। वहीं ग्रामीण इलाकों में भी अब अलाव जलाने की तैयारियां शुरू कर दी है। सर्दी के इस मौसम में ठंडक होने के साथ साथ दिन भी जल्द ही छिपने लगा है।
सर्दी की दस्तक के साथ ही लोगों ने अपने खानपान में भी बदलाव लाना शुरू कर दिया है। लोग गर्मियों में जहंा चौराहों पर ठंडे की दुकानों पर बैठकर ठंडा पीना पसंद करते थे वहीं अब चौराहों पर चाय की चुस्कियांे का आनंद लेते देखे जाने लगे है। ठंड की दस्तक के साथ ही चौराहों पर लोगों की भीड़ भी बढने लगी है।
वही गर्म दूध के साथ जलेबी व अंडे खाने पंसद किए जाने लगे है। लोग शरीर को गर्मी देने वाले खाद्य पदार्थ उपयोग में लाने लगे है। वहीं बाजार में ठंड से बचने वाले व्यंजनों की दुकाने भी सजने लगी है। अब शीत ऋतु के आगमन के साथ ही लोग अपनी सेहत को लेकर भी उत्सुक नजर आ रहे है। सुबह की सैर तथा व्यायाम करने वाले लोगों की संख्या अब बढने लगी है। ये लोग प्रातः व शाम को सैर करते देखे जा सकते है। क्योंकि सेहत बनाने तथा शरीर को फिट रखने के लिए शीत ऋतु महत्वपूर्ण मानी जाती है। पिछले 15 दिनों में तापमान में आए बदलाव का असर शाम व प्रातः देखने को मिल रहा है। जहां सडकों पर चहल पहल में कमी आई है। वहीं लोगों ने गर्म कपडे बाहर निकाल लिए है। हालांकि अभी कडाके की ठंड दूर है। लेकिन इस गुलाबी मौसम का लोग पूरा लुत्फ उठा रहे है। रजाई का बनाने का काम करने वाले लोगों की माने तो पिछले दस दिनों में लोगों ने नई रजाई खरीदना व पुरानी रजाईयों को सही करवाना शुरू कर दिया है। वहीं सर्दी को देखते हुए अन्य गर्म कपडे जैसे जरसी, स्वेटर व जरकीन आदि की भी खरीदारी इक्का-दुक्का लोगों ने शुरू कर दी है। लोगों के लिए एक अच्छी बात है कि सर्दी बढते ही मच्छरों के कहर से तीन-चार माह के लिए छुट्टी मिल जाएंगी साथ ही मलेरिया वायरल फीवर जैसी घातक बीमारियों से भी लोगों को राहत मिलेगी।
सजा गर्म कपडों का बाजारः- ठंड के मौसम को देखते हुए गर्म कपडों का बाजार पूरी तरह सजकर तैयार हो गया है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मैन बाजार सज गया है। दीवाली से पहले शुरू हुए गर्म कपडों के इस बाजार में अभी मंदी का दौर है। ठंड बढने के साथ ही यहां ग्राहकी जोर पकडेगी। ठंड के मौसम को देखते हुए गर्म कपडों का स्टॅाक कर लिया गया है। मार्केट में बच्चो, बडो तथा महिलाओं के लिए गर्म कपडों की कई शानदार वैराटियां उपलब्ध हैं इस वर्ष मार्केट में कई गर्म वस्त्र भी आए है। जिनमें लुक्स, लैदर जरकीन, वाशिंग चैन, बंुगली, स्वेटर पैटर्न व कई अन्य तरह की वैरायटियां आई है।
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। गर्मी के बाद मौसम मंे परिवर्तन होते ही जैसे बरसात शुरू होती है वैसे ही मौसम के अंगडाई लेते ही ठंड शुरू होने लगी है। देर से ही सही शहर की फिजाओं में गुलाबी ठंडक महसूस देनी लगी है। अब राते पहले से अधिक ठंडी हो चुकी है ओर लोगों ने अपने गर्म कपडे भी अपने को धूप देने के लिए बाहर निकाल लिये है। ठंड को देखते हुए रजाईयां बनाने वालों को भी काम मिल गया है। शाम होते ही बाजार में भी अब जल्द ही चहल पहल खत्म होेनी लगी है। वहीं बाजारों में भी सर्दी में पहने जाने वाले कपडों की सामग्रियों की दुकाने सजकर तैयार हो चुकी है। वहीं लोग सर्द होती रातों के चलते अब जल्द ही घर की ओर जाने लेगे है। जहां जाडे के मौसम की शुरूआती राते खुशनुमा महसूस देती है। वहीं ग्रामीण इलाकों में भी अब अलाव जलाने की तैयारियां शुरू कर दी है। सर्दी के इस मौसम में ठंडक होने के साथ साथ दिन भी जल्द ही छिपने लगा है।
सर्दी की दस्तक के साथ ही लोगों ने अपने खानपान में भी बदलाव लाना शुरू कर दिया है। लोग गर्मियों में जहंा चौराहों पर ठंडे की दुकानों पर बैठकर ठंडा पीना पसंद करते थे वहीं अब चौराहों पर चाय की चुस्कियांे का आनंद लेते देखे जाने लगे है। ठंड की दस्तक के साथ ही चौराहों पर लोगों की भीड़ भी बढने लगी है।
वही गर्म दूध के साथ जलेबी व अंडे खाने पंसद किए जाने लगे है। लोग शरीर को गर्मी देने वाले खाद्य पदार्थ उपयोग में लाने लगे है। वहीं बाजार में ठंड से बचने वाले व्यंजनों की दुकाने भी सजने लगी है। अब शीत ऋतु के आगमन के साथ ही लोग अपनी सेहत को लेकर भी उत्सुक नजर आ रहे है। सुबह की सैर तथा व्यायाम करने वाले लोगों की संख्या अब बढने लगी है। ये लोग प्रातः व शाम को सैर करते देखे जा सकते है। क्योंकि सेहत बनाने तथा शरीर को फिट रखने के लिए शीत ऋतु महत्वपूर्ण मानी जाती है। पिछले 15 दिनों में तापमान में आए बदलाव का असर शाम व प्रातः देखने को मिल रहा है। जहां सडकों पर चहल पहल में कमी आई है। वहीं लोगों ने गर्म कपडे बाहर निकाल लिए है। हालांकि अभी कडाके की ठंड दूर है। लेकिन इस गुलाबी मौसम का लोग पूरा लुत्फ उठा रहे है। रजाई का बनाने का काम करने वाले लोगों की माने तो पिछले दस दिनों में लोगों ने नई रजाई खरीदना व पुरानी रजाईयों को सही करवाना शुरू कर दिया है। वहीं सर्दी को देखते हुए अन्य गर्म कपडे जैसे जरसी, स्वेटर व जरकीन आदि की भी खरीदारी इक्का-दुक्का लोगों ने शुरू कर दी है। लोगों के लिए एक अच्छी बात है कि सर्दी बढते ही मच्छरों के कहर से तीन-चार माह के लिए छुट्टी मिल जाएंगी साथ ही मलेरिया वायरल फीवर जैसी घातक बीमारियों से भी लोगों को राहत मिलेगी।
सजा गर्म कपडों का बाजारः- ठंड के मौसम को देखते हुए गर्म कपडों का बाजार पूरी तरह सजकर तैयार हो गया है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मैन बाजार सज गया है। दीवाली से पहले शुरू हुए गर्म कपडों के इस बाजार में अभी मंदी का दौर है। ठंड बढने के साथ ही यहां ग्राहकी जोर पकडेगी। ठंड के मौसम को देखते हुए गर्म कपडों का स्टॅाक कर लिया गया है। मार्केट में बच्चो, बडो तथा महिलाओं के लिए गर्म कपडों की कई शानदार वैराटियां उपलब्ध हैं इस वर्ष मार्केट में कई गर्म वस्त्र भी आए है। जिनमें लुक्स, लैदर जरकीन, वाशिंग चैन, बंुगली, स्वेटर पैटर्न व कई अन्य तरह की वैरायटियां आई है।
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