पटना। बिहार की राजधानी पटना में सोमवार को छठ पूजा के दौरान भगदड़ मचने से 18 लोगों की मौत हो गई। हालांकि स्थानीय प्रशासन ने 14 लोगों मौतों की ही पुष्टि की है। मरने वालों में आठ बच्चे हैं। करीब 35 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं।
पटना के अदालतगंज में छठ पूजा के लिए गंगा नदी पर बांस के दो पुल बनाए गए थे। इसी पुल के सहारे श्रद्धालुओं को नदी की मुख्य धारा तक पहुंचना और लौटना था। जाते समय लोग बारी-बारी से चल रहे थे। वहां तक सब ठीक रहा। लेकिन भगवान सूर्य को अघ्र्य देकर लौटते समय भीड़ एक साथ लौटने लगी। इस दौरान पुल का एक हिस्सा धंस गया।
इस पर पुलिस उस रास्ते को रोक कर पास बने पीपा पुल से लोगों को लौटने का निर्देश देने लगी। साथ ही धंस चुके पुल पर बैरिकेडिंग भी कर दी गई। पीपा पुल से लौटते समय कुछ लोग गिर गए। इसके बाद भगदड़ मच गई। घायलों को घटना स्थल के पास ही मौजूद पटना मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए का मुआवजा
सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए देने की घोषणा की है। इस बीच राजद ने घटना के लिए स्थानीय प्रशासन को दोषी ठहराया है।
देखते ही देखते मातम पसरा
शाम को गंगा के किनारे छठ मइया के अर्पण के गीत गाए जा रहे थे। वहां देखते ही देखते चीख-पुकार मच गई। भगदड़ के बाद जिन परिवारों के अपने सदस्यों को खोया, उनका रो-रोकर बुरा हाल था। महिलाओं के रूदन- क्रंदन से माहौल अत्यंत भारी हो गया था। प्रत्यक्षदर्शी राकेश के अनुसार दो घाटों पर पूजा करने के बाद भीड़ वापस हो रही थी। भगदड़ मचने के दौरान कुछ लोग जान बचाने के लिए अस्थायी टीन के घेरे के अंदर घुस गये। वहां कई लोग जाने के चक्कर में एक-दूसरे पर सवार होते गये। वहां भी कुछ लोगों की मौत हो गई।
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