मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूल)। एमबीबीएस में एडमिशन कराने के नाम पर चार लोगों ने आठ छात्रों से भारी धनराशि वसूल कर ली। यही नहीं फर्जीवाड़ा करने वालों ने उन्हें स्कूल में ले जाकर एक हॉस्टल में ठहरा भी दिया। बाद में चिकित्सक बनने गये छात्र छात्राओं को कालेज के प्रधानाचार्य ने बताया कि उन लोगों का प्रवेश इस कालेज में नहीं हुआ है तथा उन्हंें ठगी का शिकार बनाया गया है। इस जानकारी के मिलते ही परेशान छात्र मुजफ्फरनगर लौटे। छात्रों से पैसा लेकर चार मुन्ना भाईयों को धन देने वाले नगर के दक्षिणी सिविल लाइन निवासी युवक ने थाने में आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना सिविल लाईन के मौहल्ला दक्षिणी सिविल लाइन निवासी प्रभात पंवार की विवेक विश्नोई निवासी सिविल लाइन बिजनौर, करनवीर निवासी नवीननगर मुरादाबाद, सुबोध मंडल निवासी नित्यानंद रोड दिल्ली तथा मुरादाबाद चर्च प्रभारी अनु प्रसाद से जान पहचान थी। इनमें से दो लोगों का प्रभात पंवार के यहां आना जाना भी था। आरोप है कि विवेक विश्नोई व करनवीर ने प्रभात पंवार से कहा कि उनके एक साथी अनु प्रसाद और सुबोध मंडल लुधियाना के क्रिश्चियन मैडिकल कालेज में दस छात्रों का एमबीबीएस में प्रवेश करा सकते है लेकिन इसकी एवज में प्रत्येक छात्र को बीस लाख रूपये देने होंगे। उन्होंने प्रभात पंवार को यह भी लालच दिया कि उसे भी एडमिशन कराने की एवज में मोटी धनराशि कमीशन के रूप में मिलेगी। लालच में फंसते हुए प्रभात पंवार ने एमबीबीएस में प्रवेश चाहने वाले छात्रों की खोज करनी शुरू की। उसने अपने बेटे करन पंवार के अलावा जेबा परवीन, वरदान अरोरा, टीना अरोड़ा, पुलकित, फरहाज, जितेश और हिमानी सिंह को दाखिले के लिए तैयार कर लिया। उक्त सभी ने बीस बीस लाख रूपये 16 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक प्रभात के पास जमा कर दिये। प्रभात कुमार ने अपने पास इकट्ठे किये गये एक करोड़ साठ लाख रूपये उक्त चारों आरोपियों को दे दिये। आरोपी अनु प्रसाद सभी छात्रों को लेकर लुधियाना के क्रिश्चियन मैडिकल कालेज पहुंचा तथा उन्हें कालेज का निरीक्षणकराने के बाद हॉस्टल के एक कमरे में भी ठहरा दिया तथा उनसे कहा कि उन लोगों का प्रवेश एमबीबीएस में हो गया है तथा एक दिन बाद उनकी कक्षा शुरू हो जायेगी। उक्त आठों छात्र अगले दिन मैडिकल कालेज पहुंचे तथा क्लास रूम में बैठ गये। वहां शिक्षक ने जब उनसे पूछा तो उन्होंने बताया कि उनका प्रवेश एमबीबीएस के प्रथम वर्ष में हुआ है। शिक्षक को इस बात पर आश्चर्य हुआ तथा उसने कालेज के प्रधानाचार्य से इस बारे में बात की। कालेज के प्रधानाचार्य ने सभी छात्र छात्राओं से कहा कि उनका कालेज में कोई प्रवेश नहीं हुआ है उनके पास तो अनु प्रसाद नामक व्यक्ति ने आकर कहा था कि कुछ एनआरआई छात्र कालेज के निरीक्षण के लिए आ रहे है और वे एक दो दिन के लिए वहां रूकेंगे। इस बात को सुनकर सभी छात्र हतप्रभ रह गये। प्राधनाचार्य ने कहा कि तुम्हंे तो ठगी का शिकार बनाया गया है। लुटे पिटे छात्रों ने प्रभात पंवार से इस सम्बन्ध में बात की तो वह छात्रों की बात सुनकर हक्का बक्का रह गया उसने छात्रों का प्रवेश कराने वाले तथा उनका पैसा डकारने वाले चारों आरोपियों से बातचीत की लेकिन उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। उक्त आरोपियों ने ज्यादा दबाव बनने पर केवल तीन लाख रूपये वापस किये हैं। प्रभात पंवार ने थाना सिविल लाइन में चारों आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने भागदौड कर मुरादाबाद के चर्च के फादर अनु प्रसाद को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पकडे़ गये चर्च फादर अनु प्रसाद का कहना है कि उसे तो साठ लाख रूपये मिले थे जिसमें से उसने 28 लाख रूपये अपने तीनों साथियों को वापस कर दिये है। पुलिस गहनता से मामले की जांच कर रही है।
प्राप्त समाचार के अनुसार जनपद के थाना सिविल लाईन के मौहल्ला दक्षिणी सिविल लाइन निवासी प्रभात पंवार की विवेक विश्नोई निवासी सिविल लाइन बिजनौर, करनवीर निवासी नवीननगर मुरादाबाद, सुबोध मंडल निवासी नित्यानंद रोड दिल्ली तथा मुरादाबाद चर्च प्रभारी अनु प्रसाद से जान पहचान थी। इनमें से दो लोगों का प्रभात पंवार के यहां आना जाना भी था। आरोप है कि विवेक विश्नोई व करनवीर ने प्रभात पंवार से कहा कि उनके एक साथी अनु प्रसाद और सुबोध मंडल लुधियाना के क्रिश्चियन मैडिकल कालेज में दस छात्रों का एमबीबीएस में प्रवेश करा सकते है लेकिन इसकी एवज में प्रत्येक छात्र को बीस लाख रूपये देने होंगे। उन्होंने प्रभात पंवार को यह भी लालच दिया कि उसे भी एडमिशन कराने की एवज में मोटी धनराशि कमीशन के रूप में मिलेगी। लालच में फंसते हुए प्रभात पंवार ने एमबीबीएस में प्रवेश चाहने वाले छात्रों की खोज करनी शुरू की। उसने अपने बेटे करन पंवार के अलावा जेबा परवीन, वरदान अरोरा, टीना अरोड़ा, पुलकित, फरहाज, जितेश और हिमानी सिंह को दाखिले के लिए तैयार कर लिया। उक्त सभी ने बीस बीस लाख रूपये 16 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक प्रभात के पास जमा कर दिये। प्रभात कुमार ने अपने पास इकट्ठे किये गये एक करोड़ साठ लाख रूपये उक्त चारों आरोपियों को दे दिये। आरोपी अनु प्रसाद सभी छात्रों को लेकर लुधियाना के क्रिश्चियन मैडिकल कालेज पहुंचा तथा उन्हें कालेज का निरीक्षणकराने के बाद हॉस्टल के एक कमरे में भी ठहरा दिया तथा उनसे कहा कि उन लोगों का प्रवेश एमबीबीएस में हो गया है तथा एक दिन बाद उनकी कक्षा शुरू हो जायेगी। उक्त आठों छात्र अगले दिन मैडिकल कालेज पहुंचे तथा क्लास रूम में बैठ गये। वहां शिक्षक ने जब उनसे पूछा तो उन्होंने बताया कि उनका प्रवेश एमबीबीएस के प्रथम वर्ष में हुआ है। शिक्षक को इस बात पर आश्चर्य हुआ तथा उसने कालेज के प्रधानाचार्य से इस बारे में बात की। कालेज के प्रधानाचार्य ने सभी छात्र छात्राओं से कहा कि उनका कालेज में कोई प्रवेश नहीं हुआ है उनके पास तो अनु प्रसाद नामक व्यक्ति ने आकर कहा था कि कुछ एनआरआई छात्र कालेज के निरीक्षण के लिए आ रहे है और वे एक दो दिन के लिए वहां रूकेंगे। इस बात को सुनकर सभी छात्र हतप्रभ रह गये। प्राधनाचार्य ने कहा कि तुम्हंे तो ठगी का शिकार बनाया गया है। लुटे पिटे छात्रों ने प्रभात पंवार से इस सम्बन्ध में बात की तो वह छात्रों की बात सुनकर हक्का बक्का रह गया उसने छात्रों का प्रवेश कराने वाले तथा उनका पैसा डकारने वाले चारों आरोपियों से बातचीत की लेकिन उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। उक्त आरोपियों ने ज्यादा दबाव बनने पर केवल तीन लाख रूपये वापस किये हैं। प्रभात पंवार ने थाना सिविल लाइन में चारों आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने भागदौड कर मुरादाबाद के चर्च के फादर अनु प्रसाद को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पकडे़ गये चर्च फादर अनु प्रसाद का कहना है कि उसे तो साठ लाख रूपये मिले थे जिसमें से उसने 28 लाख रूपये अपने तीनों साथियों को वापस कर दिये है। पुलिस गहनता से मामले की जांच कर रही है।
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