मंगलवार से किसान मजदूर संगठन के बैनर तले होगा आंदोलन
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। केन्द्र सरकार द्वारा रंगराजन कमेटी की रिपोर्ट सही तरह से लागू नहीं करने एवं राज्य सरकार द्वारा उच्च एवं उच्चतम न्यायालयों के आदेशों के बावजूद गन्ना किसानों को उनका बकाया न दिलाये जाने पर मंगलवार 26 फरवरी से मेरठ कमिश्नरी पर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन अनिश्चितकालीन आंदोलन करने जा रहा है। जिसमें जनपद के सैंकड़ों किसान भी अपने मवेशियों के साथ भागेदारी करेंगे।
केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के ढुलकुल रवैये के कारण किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। किसानों के लिए यह वक्त अपने खेतों में काम करने का था लेकिन अपने हकों पर डाका पड़ता देख किसान मेरठ में अनिश्चितकालीन आंदोलन करने जा रहे हैं। केन्द्र सरकार चीनी मिल स्वामियों के हित पूरे करने में लगी हुई है और रंगराजन कमेटी की रिपोर्ट को धीरे धीरे चरणबद्ध तरीके से लागू करना चाहती है जो केन्द्र सरकार ने दिल्ली में चार दिसम्बर को जंतर मंतर पर हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के विशाल प्रदर्शन को देखते हुए रोक दी थी। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर चेताया था कि अगर दो हफ्ते में कोर्ट के आदेशों का पालन राज्य सरकार नहीं करा पाई तो किसानों को सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन द्वारा दायर किये गये वादों का निस्तारण करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बैंच ने दो अलग-अलग आदेश कर किसानों के हितों की रक्षा की थी। मगर राज्य सरकार ने अदालत के आदेशों का पालन नहीं किया। 29 अगस्त 2011 को लखनऊ बैंच ने आदेश दिया था कि वर्ष 2009-10 के लिए किसानों को 260 रुपये प्रति कुंतल की दर से भुगतान किया जाये। ज्ञात रहे कि उक्त वर्ष गन्ना किसानों को अलग-अलग रेट दिया गया था। किसानों को 185 रुपये प्रति कुन्तल से 290 रूपये प्रति कुन्तल तक गन्ना रेट प्राप्त हुआ था। ऐसे मंे जिस भी किसान को जिस पर्ची पर 260 रूपये प्रति कुन्तल से कम रेट मिला उतने अंतर का भुगतान किसानों को किया जाये। दूसरा आदेश में स्पष्ट उल्लेख है कि चौदह दिनों में भुगतान न दिये जाने पर गन्ना किसानों को पन्द्रह फीसदी ब्याज दिया जावे। सरकार दोनों आदेशों की तामील नहीं करा पाई है।
गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर अरबों रूपया बकाया है उनका लाखों करोड़ों का भुगतान रोका हुआ है। ऐसी विभिन्न मांगों के साथ किसान मेरठ कमिश्नरी का घेराव कर लम्बा आंदोलन चलाने को तैयार है। इस आंदोलन में किसान नेता सरदार वीएम सिंह के नेतृत्व में किसान लम्बी लड़ाई लड़ने के मूड़ में है। पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह भी किसान आंदोलन में शिरकत करेंगे।। समाजसेवी अन्ना हजारे के भी आंदोलन में आने की संभावना है।
जनपद से युवा नेता विकास बालियान, डा. उदयवीर सिंह, श्यामलाल सिंह चेयरमैन, राजेन्द्र सिंह कामरेड, चौ. धर्मवीर राठी, चौ. तेजराम राठी आदि सैंकड़ों किसानों के साथ मेरठ कूच करेंगे।
केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के ढुलकुल रवैये के कारण किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। किसानों के लिए यह वक्त अपने खेतों में काम करने का था लेकिन अपने हकों पर डाका पड़ता देख किसान मेरठ में अनिश्चितकालीन आंदोलन करने जा रहे हैं। केन्द्र सरकार चीनी मिल स्वामियों के हित पूरे करने में लगी हुई है और रंगराजन कमेटी की रिपोर्ट को धीरे धीरे चरणबद्ध तरीके से लागू करना चाहती है जो केन्द्र सरकार ने दिल्ली में चार दिसम्बर को जंतर मंतर पर हुए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के विशाल प्रदर्शन को देखते हुए रोक दी थी। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर चेताया था कि अगर दो हफ्ते में कोर्ट के आदेशों का पालन राज्य सरकार नहीं करा पाई तो किसानों को सड़कों पर उतरने को मजबूर होना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन द्वारा दायर किये गये वादों का निस्तारण करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बैंच ने दो अलग-अलग आदेश कर किसानों के हितों की रक्षा की थी। मगर राज्य सरकार ने अदालत के आदेशों का पालन नहीं किया। 29 अगस्त 2011 को लखनऊ बैंच ने आदेश दिया था कि वर्ष 2009-10 के लिए किसानों को 260 रुपये प्रति कुंतल की दर से भुगतान किया जाये। ज्ञात रहे कि उक्त वर्ष गन्ना किसानों को अलग-अलग रेट दिया गया था। किसानों को 185 रुपये प्रति कुन्तल से 290 रूपये प्रति कुन्तल तक गन्ना रेट प्राप्त हुआ था। ऐसे मंे जिस भी किसान को जिस पर्ची पर 260 रूपये प्रति कुन्तल से कम रेट मिला उतने अंतर का भुगतान किसानों को किया जाये। दूसरा आदेश में स्पष्ट उल्लेख है कि चौदह दिनों में भुगतान न दिये जाने पर गन्ना किसानों को पन्द्रह फीसदी ब्याज दिया जावे। सरकार दोनों आदेशों की तामील नहीं करा पाई है।
गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर अरबों रूपया बकाया है उनका लाखों करोड़ों का भुगतान रोका हुआ है। ऐसी विभिन्न मांगों के साथ किसान मेरठ कमिश्नरी का घेराव कर लम्बा आंदोलन चलाने को तैयार है। इस आंदोलन में किसान नेता सरदार वीएम सिंह के नेतृत्व में किसान लम्बी लड़ाई लड़ने के मूड़ में है। पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह भी किसान आंदोलन में शिरकत करेंगे।। समाजसेवी अन्ना हजारे के भी आंदोलन में आने की संभावना है।
जनपद से युवा नेता विकास बालियान, डा. उदयवीर सिंह, श्यामलाल सिंह चेयरमैन, राजेन्द्र सिंह कामरेड, चौ. धर्मवीर राठी, चौ. तेजराम राठी आदि सैंकड़ों किसानों के साथ मेरठ कूच करेंगे।
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