मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। नवोन्मेष बेसिक शिक्षा के अन्तर्गत आदर्श मेधावी छात्र एवं शिक्षक खोज प्रतियोगिता के संदर्भ में विकास भवन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए युवा व कर्मठ डीएम सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि उक्त प्रतियोगिता बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी इससे ने सिर्फ छात्रों के मध्य प्रतियोगिता की भावना जागृत होगी बल्कि अध्यापक, शिक्षा मित्र, अभिभावकों के बीच अन्ततः सामाजिक व्यवस्था में स्वस्थ शैक्षणिक प्रतिस्पर्धा का सृजन होगा इतना ही नहीं आज बेसिक शिक्षा अपने आधारभूत संरचनाओं तथा अच्छी बिल्डिंग, अच्छी किताबें, निःशुल्क शिक्षा, डेªस, बैग, मध्याह्न भोजन, निःशुल्क पुस्तकों के साथ छात्रवृत्ति देने के बावजूद भी समाज में अपना विश्वास दिन प्रतिदिन खोता जा रहा है जो हमारी व्यवस्था के ऊपर प्रश्नचिन्ह है। इसका सीधा असर शिक्षा में आ रही गिरावट है।
डीएम सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि सबसे योग्य प्रतिभावान एवं प्रशिक्षित शिक्षकों की फौज के साथ प्रतिभावान अधिकारियों की टीम के बाद भी गुणवत्ता में आ रही गिरावट हमें सोचने पर मजबूर करती है कि हमारे अंदर प्रतिस्पर्धा समन्वय में गिरावट आई है। साथ में अच्छे काम करने वाले अध्यापक को प्रोत्साहन देने या पीठ थपथपाने वाला भी नहीं है। ऐसी परिस्थितियों में उक्त प्रयास इन कुपरिस्थितियों का समाधान करने में सफल होगा बल्कि बेसिक शिक्षा विभाग का खोया गौरव वापिस दिलायेगा।
आदर्श शिक्षा एवं मेधावी छात्र खोज प्रतियोगिता 2013 में कक्षा 2 से कक्षा 8 के सभी प्रत्येक कक्षा के सात विद्यार्थियों का चयन किया गया है। जिसमें चार अध्यापकों द्वारा तीन छात्रों का रेण्डमली चयन किया गया है। इस प्रकार पूरे जनपद से कुल 31287 छात्रों का चुनाव किया गया तथा दो चरणों में होेने वाली यह परीक्षा 14 फरवरी को न्याय पंचायत स्तर पर होगी जिसके लिए परीक्षा केन्द्र निर्धारित कर दिये गये हैं। 80 केन्द्रों के लिए 80 जिला स्तरीय अधिकारियों को केन्द्र व्यवस्थापक नियुक्त किया गया है। प्रत्येक ब्लाक को सेक्टर मानकर सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में खण्ड विकास अधिकारी एवं तहसीलदारों को नियुक्त किया गया है। डीएम द्वारा निर्देशित किया गया है कि पुलिस विभाग द्वारा प्रत्येक केन्द्र पर दो आरक्षी सिपाही एवं दो होमगार्डों की तैनाती की जायेगी।
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