बक्सर: 2001 में हुए संसद हमले के सबसे बड़ा गुनाहगार अफजल गुरु को बिहार के बक्सर जेल की रस्सी से फांसी के फंदे पर लटकाया गया. सूत्रों के मुताबिक अफजल को फांसी देने के लिए रस्सी बक्सर जेल से लाया गया था.
इससे पहले मुंबई पर आतंकवादी हमले के दोषी अजमल कसाब को को पुणे के यरवदा जेल में बक्सर जेल की रस्सी से ही फांसी दी गई थी. वहीं साल 2004 में कोलकाता में बलात्कार और हत्या के लिए दोषी करार धनंजय चटर्जी को फांसी के लिए बक्सर से भेजी गई रस्सी का प्रयोग किया गया था.
बिहार कारागार विभाग के निदेशक एसबीपी सिंह ने कसाब की फांसी के बाद बताया था कि दिल्ली के तिहाड़ जेल के आर्डर पर 2007 में ही अफजल गुरु को फांसी देने के लिए बक्सर जेल में बनी रस्सी की आपूर्ति की गई थी.
गौरतलब है कि उत्तर और पूर्वी भारत में फांसी के लिए प्रयोग में आने वाले फंदे में बक्सर की ही रस्सी प्रयोग में आती है. विशेष तौर पर प्रशिक्षित कैदियों द्वारा फांसी के लिए प्रयोग में आने वाली रस्सी का निर्माण किया जाता है. नेशनल कोआपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (एनसीसीएफ) द्वारा आपूर्ति किए गए विशेष प्रकार के सिंथेटिक जूट से बक्सर में रस्सी का निर्माण किया जाता है.
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