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Friday, October 5, 2012

महज 48 घंटे में जुर्म ही जुर्म, दहल उठा यूपी

लखनऊ. पिछले 48 घंटों में लगातार 10 हत्याओं से उत्तर प्रदेश दहला उठा है। सरकार कानून व्यवस्था पर बड़ी-बड़ी बातें करने और 'यूपी में है दम, क्योंकि जुर्म यहां है कम' जैसे स्लोगन गढ़ने वाली सरकार की हवा निकल चुकी है।  
 दो अलग-अलग तस्वीरे यह बताने के लिये काफी है कि सूबे की राजधानी मे कानून का क्या हाल है। पहली तस्वीर इटावा की है जहां महज पानी के एक विवाद मे दो लोगो की गोली मार कर हत्या कर दी गई। यह जगह मुख्यमंत्री के पैत्रिक गांव सैफाई से दो किलोमीटर दूर स्तिथ है। इन दोनों की हत्या तब हुई जब प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद इटावा मे मौजूद थे।
दूसरी तस्वीर हैं लखऩऊ के कैंट थाना क्षेत्र की। यहां बेखौफ बदमाशो ने सरेआम एक मीट व्यापारी को गोलियो से भून दिया। कल देर रात शावेज (28) नाम के एक युवक की हत्या कर दी गई। 
 प्रमुख विपक्षी पार्टी बीएसपी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या के मुताबिक, उत्तर प्रदेश मे जंगल राज कायम हो चुका है। यह आंकडे उसी का उदहारण हैं। जिस तरह से लगातार सूबे में कानून व्यवस्था चरमायी हैं उससे तो ये साफ हो गया हैं कि आने वाले समय में सरकार के खिलाफ ये एक अहम मुद्दा बन जायेगा।
 
आपराधिक घटनाओं पर एक नजर...
 
1- 3 अक्टूबर को उन्नाव में 25 साल के जयदीप की हत्या।
 
2- 3 अक्टूबर को आगरा में 40 वर्षीय प्रमोद कुमार शर्मा की गोली मारकर हत्या।
 
3-  4 अक्टूबर को कानपुर देहात इलाके में एक पिता ने अपनी बेटी की जलाकर की हत्या।
 
4- 4 अक्टूबर सैफई में 2 की हत्या।
 
5- 3 अक्टूबर लखनऊ के कैन्ट इलाके में एक व्यापारी की हत्या।
 
6- 3 अक्टूबर को लखनऊ के मडीयावू इलाके में एक प्रापर्टी डीलर की गोली मारकर हत्या।
 
7- 3 अक्टूबर को बुलन्दशहर में एक सौतेली मां ने 2 मासूमों को मौत के घाट उतार दिया।
 
8- 4 अक्टूबर गाजीपुर के सैदपुर इलाके में मोहन यादव की गोली मार कर हत्या।
sabhar dainikbhaskar.com

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