पुराने कार्यों की सूची हुई तलब
मुजफ्फरनगर (अलर्ट न्यूज)। नगर विकास के कार्यों के लिए छोडे़ गये टेंडरों के अनुरूप निर्धारित समय सीमा में निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किये जाने के मामले को लेकर आज जिला प्रषासन ने पालिका प्रषासन के साथ मिलकर ठेकेदारों की मीटिंग ली। इस दौरान ठेकेदारों को आवंटित कार्य नवम्बर के अंत तक पूर्ण करने की हिदायत दी गयी और विष्वास दिलाया गया कि यदि पालिका में कोई अधिकारी या कर्मचारी अनावष्यक रूप से उनका शोषण करेगा तो उसके खिलाफ भी कठोर कार्यवाही की जायेगी। सीएम ने आंवटित कार्य समय से पूर्ण नहीं करने और बैठक में उपस्थित नहीं होने पालिका के दो ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने के साथ ही उनके पुराने कार्यों की सूची भी तलब की है।
आज पालिका सभागार में डीएम सुरेन्द्र सिंह के निर्देष पर नगर मजिस्ट्रेट इन्द्रमणि त्रिपाठी तथा चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने पालिका के पंजीकृत ठेकेदारों की मीटिंग ली तथा कार्यवार समीक्षा की गयी। कई ठेकेदार डर के कारण बैठक में नहीं आये। इससे नाराज सिटी मजिस्ट्रेट ने निर्देष दिये कि बैठक में मौजूद नहीं रहने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया जाये। उन्होंने कहा कि जिला प्रषासन शहर के विकास को लेकर बेहद गंभीर है। अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद अब शहरी विकास कार्य पर जोर दिया जा रहा है लेकिन पुराने विकास कार्यों केा पूरा करने में ठेकेदार रूचि नहीं दिखा रहे हैं। टेंडर शर्तों के अनुसार कुछ कार्यों की निर्धारित समय सीमा पूरा होने को है जबकि उक्त कार्य अभी तक लम्बित पड़े हुए हैं। उन्होंने 67 लाख रूपये की कीमत से कोर्ट रोड पर साइड बाइंडिंग कार्य और नाली निर्माण को शुरू नहीं कराये जाने को लेकर अवर अभियंता निर्माण को तलब किया। यह कार्य ओम साईं कंस्ट्रक्षन को दिया गया था। नगर मजिस्ट्रेट ने बैठक के दौरान इस कार्य के लिए इतनी मोटी धनराषि स्वीकृत करने पर भी सवाल उठाये। इसके अलावा महावीर चौक से मीनाक्षी चौक तक आर्य समाज रोड के चौड़ीकरण व डिवाईडर निर्माण कर्य भी शुरू नहीं होने पर उन्होंने नाराजगी जताई। बैठक में अवर अभियंता को निर्देषित किया गया कि डिवाईडर का निर्माण आरसीसी के बड़े पॉल जो टुकड़ों में आते हैं से कराया जाये। यह कार्य 68 लाख रूपये में कराया जाना है। इसके साथ ही देवयष प्रोजेक्ट एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर को आवंटित चुंगी नंबर दो से शाहबुद्दीनपुर रोड पर डेंस और टाइल्स कार्य पूर्ण नहीं करने को लेकर भी नाराजगी जताई गयी। उन्होंने ठेकेदारों को निर्देषित किया कि किसी भी सूरत में बहानेबाजी नहीं चलेगी। हर हाल में सभी लम्बित कार्य नवम्बर के अंत तक पूर्ण होने चाहिए। उन्होंने कहा कि पालिका में वर्षों से चली आ रही ढर्रेबाजी अब नहीं चलेगी और ठेकेदारों को भी अपनी बदमाषी छोड़नी होगी।
आज पालिका सभागार में डीएम सुरेन्द्र सिंह के निर्देष पर नगर मजिस्ट्रेट इन्द्रमणि त्रिपाठी तथा चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने पालिका के पंजीकृत ठेकेदारों की मीटिंग ली तथा कार्यवार समीक्षा की गयी। कई ठेकेदार डर के कारण बैठक में नहीं आये। इससे नाराज सिटी मजिस्ट्रेट ने निर्देष दिये कि बैठक में मौजूद नहीं रहने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया जाये। उन्होंने कहा कि जिला प्रषासन शहर के विकास को लेकर बेहद गंभीर है। अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाद अब शहरी विकास कार्य पर जोर दिया जा रहा है लेकिन पुराने विकास कार्यों केा पूरा करने में ठेकेदार रूचि नहीं दिखा रहे हैं। टेंडर शर्तों के अनुसार कुछ कार्यों की निर्धारित समय सीमा पूरा होने को है जबकि उक्त कार्य अभी तक लम्बित पड़े हुए हैं। उन्होंने 67 लाख रूपये की कीमत से कोर्ट रोड पर साइड बाइंडिंग कार्य और नाली निर्माण को शुरू नहीं कराये जाने को लेकर अवर अभियंता निर्माण को तलब किया। यह कार्य ओम साईं कंस्ट्रक्षन को दिया गया था। नगर मजिस्ट्रेट ने बैठक के दौरान इस कार्य के लिए इतनी मोटी धनराषि स्वीकृत करने पर भी सवाल उठाये। इसके अलावा महावीर चौक से मीनाक्षी चौक तक आर्य समाज रोड के चौड़ीकरण व डिवाईडर निर्माण कर्य भी शुरू नहीं होने पर उन्होंने नाराजगी जताई। बैठक में अवर अभियंता को निर्देषित किया गया कि डिवाईडर का निर्माण आरसीसी के बड़े पॉल जो टुकड़ों में आते हैं से कराया जाये। यह कार्य 68 लाख रूपये में कराया जाना है। इसके साथ ही देवयष प्रोजेक्ट एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर को आवंटित चुंगी नंबर दो से शाहबुद्दीनपुर रोड पर डेंस और टाइल्स कार्य पूर्ण नहीं करने को लेकर भी नाराजगी जताई गयी। उन्होंने ठेकेदारों को निर्देषित किया कि किसी भी सूरत में बहानेबाजी नहीं चलेगी। हर हाल में सभी लम्बित कार्य नवम्बर के अंत तक पूर्ण होने चाहिए। उन्होंने कहा कि पालिका में वर्षों से चली आ रही ढर्रेबाजी अब नहीं चलेगी और ठेकेदारों को भी अपनी बदमाषी छोड़नी होगी।
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